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पाठकों के लेख

“कटते हैं सर, मर मिटते हैं, लहू में ही ऐसी रवानी है,” रोटेरियन कमलेश सूद की अनहद गाथा

*अनहद गाथा* स्वरचित मौलिक रचना कमलेश सूद पालमपुर, हिमाचल ............................................ भारत के वीरों की अनहद,अलग ही एक कहानी है, कटते हैं सर, मर मिटते हैं, लहू में ही ऐसी रवानी है, देकर कुर्बानी अपनी, मन ही मन यूँ…
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उठो मुर्दो, नामर्दो! कुछ तो शर्म करो…अब तो जागो…कब तक चुपचाप देखते रहोगे..मुझे दुःख है…

नमन मंच विधा : कविता विषय : मैं मुर्दों के शहर में रहती हूॅं ********(((***((((******* यह बात कोई मिथ्या न माने, मैं सबकुछ सच-सच कहती हूॅं। ज़िंदा हूॅं, शर्मिंदा हूॅं कि मैं मुर्दों के शहर में रहती हूॅं। लाज लूट ले कोई वहशी, देख…
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कर लो सब गिले-शिकवे दूर, उस वक्त क्या याद करोगे, जब हम नहीं होंगें।

जब हम नहीं होंगें ***************** कर लो सारे गिले-शिकवे दूर, जो मुझ से हैं, उस वक्त क्या करोगे, दूर जब हम नहीं होंगें। कल ही रूठे थे ,याद कर मादा जो मुझ में है, उस वक्त क्या याद करोगे ,जब हम नहीं होंगें। आओ एक बनें ,भुला दे कमियां जो…
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भारत को संसद में एक गंभीर विपक्ष की आवश्यकता है : अरविन्द शर्मा

भारत को संसद में एक गंभीर विपक्ष की आवश्यकता है धर्मशाला अरविन्द शर्मा संसद का मानसून सत्र नजदीक है और सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। इसका मतलब यह है कि सरकार द्वारा प्रस्तावित कोई भी विधेयक बिना ज्यादा विरोध के पारित होने की संभावना है।…
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बूंद जब लहर बन जाए उसका नाम है जिंदगी , मौन जब आवाज बन जाए उसका नाम है जिंदगी : Dr. Lekh Raj Sharma

*💥उजाले उज्ज्वल राजनीति के बादशाह राजा वीरभद्र सिंह की मधुर यादें... https://youtu.be/QbhvLWgH7ng " बूंद जब लहर बन जाए उसका नाम है जिंदगी , मौन जब आवाज बन जाए उसका नाम है जिंदगी , जो जीवन में कुछ ऐसा कर जाय, जिसके जाने के बाद…
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देशभक्त सन्यासी विवेकानंद…महान कवयित्री कमलेश सूद द्वारा स्वरचित मौलिक रचना

माननीय मंच को नमन। दिनांक : १२.१.२०२३ विषय ‌‌:देशभक्त संन्यासी विवेकानंद शैली:कविता देशभक्त संन्यासी था वह स्वतंत्रता का अभिलाषी था आशाएं थीं केंद्रित उसकी नवयुवकों की नवपीढ़ी पर वीर्यवान, तेजस्वी, ओजस्वी और…
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प्रभु भोग का फल हैं। रोज ही भगवान् को निवेदन करके भोजन का भोग लगा करके ही भोजन करें, भोजन अमृत बन…

प्रभु भोग का फल हैं।* {एक धार्मिक एवं प्रेरणादायक कहानी} *********** Contributed by : SONA SOOD, Municipal Councillor एक सेठजी बड़े कंजूस थे। *एक दिन दुकान पर बेटे को बैठा दिया और बोले कि बिना पैसा लिए किसी को कुछ मत देना, मैं अभी…
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आवाज़ उठाओ, JNU को बंद करवाओ, मुफ्त की रोटियाँ खाकर, साँड की तरह पल रहे जेएनयू के छात्र, देश को तोडने…

प्यारे देशवासियो! जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी के बारे में  ये कुछ रोचक जानकारियां आपको हैरान कर देंगी..... 👉JNU दिल्ली में कुल 1019 एकड़ में फैली है 👉JNU में वार्षिक फ़ीस तक़रीबन 300 रूपये है 👉JNU के HOSTEL का किराया मात्र 11…
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बुटेल परिवार : पालमपुर ही नहीं जिला कांगड़ा की शान है बुटेल परिवार*

*पालमपुर ही नहीं जिला कांगड़ा की शान है बुटेल परिवार* भारत देश को सोने की चिड़िया कहा जाता था क्योंकि हमारे देश के जितने भी राजा महाराजा हुए वो ईमानदार, स्वच्छ छवि, गरीब, दीन- दुखियों की सेवा करने वाले उनके दरबार से कोई भी खाली हाथ…
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“जाने कहाँ गए वो दिन” कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल की कलम से

कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल कलोल बिलासपुर हि.प्र. 174035 मो- 9418425568 जाने कहाँ गए वो दिन..... यह वही मेरी बस्ती है जहां मैं था खेला, घर कम थे मगर आदमियों का था मेला, आज कोठियां बन गईं छप्परों की जगह, मगर कोठियों में आदमी रहता…
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