चांद पब्लिक स्कूल पालमपुर में आई बहार

फ़ीस कम और उच्च शिक्षा क्वालिटी होने से अभिभावक करवा रहे अपने बच्चों का दाखिला

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चांद पब्लिक स्कूल पालमपुर में आई बहार

कोरोनकाल के बावजूद Admissions ने तोड़े पिछले सभी रिकॉर्ड

NKSD चांद पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल घुग्गर पालमपुर में शहर के प्रतिष्ठित और पुराने स्कूलों को छोड़कर बच्चे आ रहे चांद पब्लिक स्कूल

फ़ीस कम और क्वालिटी बढ़िया होने से अभिभावक करवा रहे अपने बच्चों का दाखिला

INDIA REPORTER TODAY.                PALAMPUR : Dr. K.S. Sharma

NKSD चांद पब्लिक सीनियर सैकंडरी स्कूल घुग्गर पालमपुर में आजकल एडमिशन्स लेने वाले बच्चों का तांता लगा हुआ है। स्कूल कार्यालय को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो स्कूल में नए दाखिले लेने वाले वच्चों की बहार सी आई हुई है।

अभी पिछले एक महीने में ही स्कूल में 200 से अधिक बच्चे पालमपुर शहर, मारंडा, ठाकुरद्वारा और अन्य क्षेटों के पुराने और नामचीन स्कूलों की भारी-भरकम फीस और उनकी दादागिरी से तंग आ कर खुशी-खुशी चांद पब्लिक स्कूल में एडमिशन ले चुके हैं और यह सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
माता-पिता व बच्चों की रुचि को देख कर ऐसा लग रहा है मानो पिछले सभी रिकॉर्ड टूटने वाले हैं।

जब इस बारे में स्कूल के चेयरमैन डॉ. शिवकुमार जी से इस बारे में जानने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि चांद पब्लिक स्कूल का अपना एक स्वर्णिम इतिहास रहा है। आज स्कूल के संचालन को लगभग 60 वर्ष हो चुके हैं। समय के इतने लंबे अन्तराल में स्कूल की प्रबंधकारिणी, प्रिंसिपल्स, अध्यापकगण, अन्य स्टाफ, अभिभावकों और बच्चों ने इतनी कड़ी मेहनत की जिसके परिणाम स्वरूप आज यह स्कूल अपना स्वर्णिम इतिहास बनाने में सफल रहा है। आज चांद पब्लिक स्कूल का नाम लोग गर्व और सम्मान के साथ लेते हैं।
डॉ. शिव कुमार ने आगे बताया कि चांद पब्लिक स्कूल में पढ़े हज़ारों बच्चों ने जीवन में एक खास पहचान बनाई है और कैरियर की बुलन्दियों को छू कर अपने स्कूल, अध्यापकों, माता-पिता, प्रदेश व देश का नाम राश्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा किया है।
उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चों की एद्मिशन्स इसलिए भी चमत्कारिक रूप से बढ़ रही हैं क्योंकि स्कूल ने कोरोनकाल में भी अपना पूरा सहयोग अभिभावकों और बच्चों के साथ बनाये रखा, साथ ही स्कूल की फीस भी बाकी स्चुलों की तुलना में काफ़ी कम है और स्कूल आर्थिक नुकसान उठा कर भी बच्चों को उच्च क्वालिटी की शिक्षा प्रदान कर रहा है जोकि अपने आप में महत्वपूर्ण है।

स्कूल में बच्चों की आशातीत रूप से बढ़ती संख्या के बारे में मौके पर जाकर जब स्कूल के प्रिंसीपल विनीत शर्मा के विचार जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बताया कि यह बात सत्य है कि स्कूल में बच्चे बढ़-चढ़ कर दाखिला ले रहे हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अभिभावकों और बच्चों ने स्कूल में अपने जो अपना विश्वास दिखाया है वह प्रशंसनीय व अभूतपूर्व है।

विनीत शर्मा ने कहा

“मैं यहां एक बात का ज़िक्र ज़रूर करना चाहूंगा कि हमारे स्कूल के बच्चे व उनके पूज्य माता-पिता हमारे लिए आदरणीय हैं और बहुत समझदार, परिपक्व, खुले विचारों से परिपूर्ण और ऊंची सोच के स्वामी हैं, उनका हमें सदैव सहयोग मिलता रहा है और आज भी उसी प्रकार मिल रहा है। विपरीत परिस्थितियों में भी स्कूल और अभिभावकों के बीच का रिश्ता कभी डगमगाया नहीं बल्कि और भी मजबूत हुआ है। अभिभावकों के सुख-दुख को हम भली प्रकार समझने का प्रयास करते हैं और इसी तरह वे भी हमारी बात का मान रखते हैं।
हमारा यही उद्देश्य है कि हमारे विद्यार्थियों को कम पैसे में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिले। अभिभावकों और स्कूल के रिश्तों में जितना अधिक प्रेम होगा, स्कूल और बच्चे उतना अधिक लाभान्वित हो कर देश का नाम रौशन करेंगे।”
एक सवाल के जवाब में विनीत शर्मा ने कहा कि हम किसी स्कूल के अंदरूनी मामलों में झांकने का प्रयास नहीं करते कि उन स्चुलों को बच्चे छोड़ कर चांद पब्लिक स्कूल में क्यों दाखिला ले रहे हैं। हम सिर्फ इतना कह सकते हैं कि चांद पब्लिक स्कूल के गौरवमयी इतिहास और बढ़िया परीक्षा परिणामों को देखते हुए अभिभावकों और बच्चों को स्कूल में कुछ खूबियां नज़र आ रही हैं जो अन्यत्र नहीं हैं। जो परिवार आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं उनके बच्चों को दाखिला देने से कभी इन्कार नहीं किया जात बल्कि उनका बेहतर सहयोग करते हुए उन्हें फीस में विशेष छूट भी दी जाती है। हम अपने विद्यार्थियों के माता-पिता पर कभी अनुचित आर्थिक बोझ नहीं डालते। इसी कारण अभिभावक व बच्चे अपना भरपूर प्यार और विश्वास दिखाते हुए हमारे स्कूल में दाखिला ले रहे हैं जिसके लिए हम उनका दिल की गहराईयों से धन्यवाद करते हैं और आशा करते हैं कि भविष्य में भी उनका सहयोग हमें यथावत मिलता रहेगा।

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