पालमपुर से लेखिका व संपादक सुश्री चंद्रकांता प्रतिष्ठित संस्था ‘परिवर्तन’ वेलफेयर एसोसिएशन, पंचकुला हरियाणा द्वारा सम्मानित

0

Rajesh Suryavanshi
editor-in-chief

सामाजिक क्षेत्र में प्रशंसनीय योगदान के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला समानता दिवस’ के अवसर पर पालमपुर से लेखिका व संपादक सुश्री चंद्रकांता को प्रतिष्ठित संस्था ‘परिवर्तन’ वेलफेयर एसोसिएशन, पंचकुला हरियाणा द्वारा सम्मानित किया गया।यह सम्मान संस्था की अध्यक्ष सुश्री रेणुका शर्मा द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान प्रदान किया गया।

वर्तमान में ‘नमस्ते भारत’ साक्षात्कार कार्यक्रम की संयोजक व सूत्रधार की भूमिका निभा रही सुश्री चंद्रकांता लगभग डेढ़ दशक से सामाजिक उन्नयन व पर्यावरण संवर्द्धन के विविध कार्यों से जुड़ी हैं। अपने गाँव में लड़कियों व महिलाओं के लिए ‘पिंक लाइब्रेरी’ के निर्माण की दिशा में वे अनवरत प्रयास कर रही हैं।
‘पिंक लाइब्रेरी’ एक ऐसी व्यवस्था होगी जहाँ लड़कियाँ विद्यालय या कॉलेज के अतिरिक्त भी कुछ समय शिक्षा, साहित्य व प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकों को पढ़ने में व्यतीत कर सकेंगी। यह लड़कियों के रोजगार व प्रशासनिक सेवा की तैयारी की दिशा में एक सहयोगी कदम होगा।

बातचीत के दौरान उन्होंने कहा की महात्मा गाँधी कहा करते थे यदि आप ‘एक पुरूष को पढ़ाएंगे तो एक व्यक्ति शिक्षित होगा। लेकिन यदि एक स्त्री को पढ़ाएंगे तो पूरा परिवार शिक्षित होगा।’ संविधान निर्माता डॉ. बी.आर.आंबेडकर ने भी कहा था कि किसी समाज और देश की प्रगति को उस देश की महिलाओं की प्रगति से आंका जाना चाहिए।’ ये दोनों ही विचार महिला समानता की दृष्टि से ग्रहण किए जाने आवश्यक हैं। सशक्त महिला ही सशक्त समाज की आधारशिला है। इसलिए समानता महिलाओं की प्रगति का महत्वपूर्ण पक्ष है। इससे पूर्व महिला दिवस के अवसर पर भी फोकस हिमाचल मीडिया समूह व हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा उन्हें ‘स्त्री शक्ति पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था।

Leave A Reply

Your email address will not be published.