वर्ष 2021-22 के लिए इंडिया नेटबुक्स और बीपीए फाउंडेशन का युवा रचनाकार सम्मान पालमपुर की सुश्री चंद्रकांता को प्रदान किया गया। यह सम्मान समारोह शनिवार को हिंदी भवन, दिल्ली में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार ममता कालिया को उनके समग्र साहित्य के लिए ‘वेदव्यास सम्मान’ व वरिष्ठ लेखक पत्रकार फारूक आफरीदी को ‘साहित्य रत्न’ सहित अन्य गणमान्यों को भी विविध श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया।
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के साहित्य कला संवाद कार्यक्रम की पूर्व प्रस्तोता रह चुकी सुश्री चंद्रकांता वर्तमान में ‘नमस्ते भारत’ साक्षात्कार संवाद कार्यक्रम का संचालन कर रही हैँ। साहित्य, कला व संस्कृति को समर्पित वेबसाइट ‘गजगामिनी’ के माध्यम से वे मीडिया क्षेत्र में सृजनात्मक हस्तक्षेप रखती हैँ। पुस्तक समीक्षा के क्षेत्र में भी वे निरंतर सक्रिय हैँ। अंतर्राष्ट्रीय वेबसाइट ‘भारत दर्शन’ में वे
हिमाचल प्रदेश की संस्कृति पर नियमित कॉलम लिख रही हैँ ।
चंद्रकांता का प्रथम कथा संग्रह “जनाना” हाल ही में प्रकाशित हुआ है जिसे पाठकों द्वारा बहुत सराहा जा रहा है। इस संग्रह में शामिल कहानियां आलोचकों द्वारा पसंद की जा रही हैँ। 2020 में लेखिका का द्विभाषी काव्य संग्रह “आई आब्जेक्ट” शीर्षक से प्रकाशित हो चुका है। समलैंगिगता पर आधारित उनका पहला उपन्यास “ग्रीक लव” का लोकार्पण मार्च माह में किया जाएगा।
चंद्रकांता का जन्म व शिक्षा दिल्ली में हुई उनका वर्तमान निवास पालमपुर, काँगड़ा में है। उन्होंने बताया हिमाचल प्रवास उनके साहित्यिक कार्यों के लिए फलित हुआ है। उनकी तीनों पुस्तकें हिमाचल में रहकर लिखी गई हैँ।
इससे पूर्व लेखिका को स्त्री शक्ति पुरस्कार, मीडिया सम्मान व परिवर्तन सम्मान से भी वर्ष 2020-2021 में सम्मानित किया जा चुका है।