मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कोरोना के खिलाफ मजबूती से उठाये गए कदमों की चारों ओर हो रही सराहना : राजेश सूर्यवंशी

खुद संभाला हर जगह मोर्चा

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मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कोरोना के खिलाफ मजबूती से उठाये गए कदमों की चारों ओर हो रही सराहना : राजेश सूर्यवंशी, एडिटर-इन-चीफ

INDIA REPORTER TODAY (IRT)

RAJESH SURYAVANSHI

Rajesh Suryavanshi Editor-in-Chief, HR Media

कोरोना के खिलाफ मजबूती से जयराम सरकार द्वारा कदम उठाये गए हैं। खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फ्रंट से कोरोना महामारी के दोनों दौर में प्रदेश में मोर्चा संभाला और समय समय पर जरूरी कदम उठाये एक नजर उन कदमों पर।

2020 में जब पहली बार कोरोना ने प्रदेश में दस्तक दी तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सही समय पर सही कदम उठाये थे ताकि प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखा जाए। 2021 में भी कोरोना को लेकर सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं।

मार्च 2020 में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने कोरोना महामारी से सुरक्षा के चलते प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, क्रेच और सिनेमाघर आदि को 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिए थे । सभी प्रकार के मेलों, उत्सवों, खेल प्रतियोगिताओं और ऐसे अन्य आयोजनों पर प्रतिबन्ध लगाया गया था ।

– कारोना वायरस के दृष्टिगत सरकार मास्क-सेनेटाइज़र्स को अनिवार्य वस्तुएं घोषित किया गया था और मास्क-सेनेटाइज़र्स की जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी पर दंडात्मक कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे ।

मुख्यमंत्री जी ने स्थिति की निगरानी के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए थे तथा काॅल सेंटर 104 भी आरम्भ किया गया था । प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल काॅलेजों सहित 18 स्वास्थ्य संस्थानों में आईसोलेशन वार्ड चिन्हित कर लिए थे ।

आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल काॅलेज में क्लीनिशियन प्रभारी नियुक्त किए गए और दोनो मेडिकल काॅलेजों के माईक्रोबायोलाॅजी विभागों में सेेंपल एकत्र करने की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई । सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल काॅलेजों में एन-95 मास्क सहित निजी हिफाज़ती उपकरण (पीपीई) की सुविधा प्रदान की गई है, जिनमें 102 बिस्तरों की क्षमता थी ।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सभी राजनीतिक पार्टियों की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने सभी पार्टियों के नेताओं से राज्य में कोराना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार का पूर्ण सहयोग करने का आग्रह किया था।

राज्य सरकार ने कोविड-19 महामारी से निपटने व अन्य बचाव उपायों के लिए स्वास्थ्य विभाग को 10 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि स्वीकृत की थी ।
यह राशि पहले स्वीकृत किए गए पांच करोड़ रुपये के अतिरिक्त थी।यह राशि राज्य आपदा प्रतिक्रिया राशि से व्यक्तिगत रक्षात्मक उपकरण क्रय करने और राज्य में प्रयोगशाला सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए स्वीकृत की गई थी।

एनएफएसए परिवारों को गंदम आटा व चावल का कोटा वितरित करने के आदेश दिए गए !

राज्य सरकार ने एमओ और पैरामेडिकल स्टाफ की सेवानिवृत्ति अवधि बढ़ाने के आदेश दिए थे ।

विधवाओं तथा दिव्यांगजनों को 01 अप्रैल, 2020 से दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पैंशन की दरों को 850 रुपए से बढ़ाकर 1000 रूपये किया गया था सामाजिक सुरक्षा पैंशन की दरों को बढ़ाने की अधिसूचना जारी की गयी।

प्रदेश सरकार ने कोविड-19 से संबंधित जानकारी और सहायता प्रदान करने के लिए राज्य और जिला स्तर पर आपातकालीन परिचालन केन्द्र स्थापित किए ।

राज्य सरकार ने किया फेक न्यूज माॅनिटरिंग यूनिट का गठन किया ।

56,552 कामगारों के बैंक खातों में 11.31 करोड़ रुपये ट्रांस्फर किये गए ।

मुख्यमंत्री जी ने ने एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान को शुरू करवाया।

आयुर्वेद विभाग द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तैयार किए गए काढे़ का मुख्यमंत्री ने शुरुआत की।

– राज्य सरकार ने अंतरराज्यीय आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की।

लॉक डाउन में दूसरे राज्यों में फंसे हुए 3 लाख से ज्यादा हिमाचल वासियों को सरकारी खर्च पर प्रदेश वापिस लाने का काम किया।

– एक लाख से अधिक पंजीकृत श्रमिकों को दो हजार रुपये की वित्तीय सहायता जारी की गयी।

नाहन मेडिकल कालेज लैब में भी कोविड-19 टेस्ट के लिए मंजूरी दी गयी । आईसीएमआर ने इसे प्रदेश की छठी लैब घोषित किया है।

– मुख्यमंत्री जी ने आशा कार्यकर्ताओं को निःशुल्क स्मार्ट फोन वितरित किये।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर जी ने कोविड देखभाल केंद्रों में मरीजों की सुविधा, स्वास्थ्य देखभाल और उन्हंं संतुलित भोजन उपलब्ध प्रदान के लिए समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

हिमाचल में मेडिकल मोबाइल यूनिट “जीवन धारा” सेवा शुरू, की गयी । शिमला से राज्य के दूर-दराज, दुर्गम और सुविधाओं के अभाव वाले क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से मेडिकल मोबाइल यूनिट- जीवन धारा, मोबाइल स्वास्थ्य और आरोग्य केन्द्रों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

हिम सुरक्षा अभियान और एन्टी कोविड अभियान में महिला मण्डलों को शामिल करने का निर्णय लिया।

2021 मार्च में फिर कोरोना में तेजी आई और सरकार द्वारा फिर मजबूती से हर कदम उठाये जाना शुरू किया गया।

मुख्यमंत्री जी ने कोविड-19 की स्थिति पर उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से की चर्चा।

कुछ जिलों में कोविड के मामलों में अचानक वृद्धि होने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने तत्काल प्रभाव से प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।

– केन्द्र सरकार ने प्रदेश के लिए कोविड-19 की 1.80 लाख और खुराकें स्वीकृत की।

सामाजिक समारोहों में घरों के अन्दर और बाहर केवल 50 प्रतिशत और अधिकतम 200 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गयी ।

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़े हैं वहां लोगों के टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए।

हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 मामलों में वृद्धि के दृष्टिगत राज्य सरकार ने हिमाचल दिवस के अवसर पर 15 अप्रैल 2021 को आरम्भ होने वाली स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा को फिलहाल स्थगित करने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने स्वास्थ्य विभाग को सरकारी अस्पतालों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए .

– कोविड-19 के लिए टीकाकरण और जांच को अभियान मोड पर चलाने के निर्देश दिए गए।

मुख्यमंत्री जी ने हाई लोड वाले सात राज्यों में पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश शामिल हैं इन राज्यों से आने वाले लोगों को प्रदेश में आने के लिए 72 घण्टे पहले की आरटीपीसीआर नेगटिव रिपोर्ट लानी होगी अनिवार्य किया।

– मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर जी ने आज मंडी से प्रदेश में तीन स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के तीन हजार से अधिक प्रतिनिधियों से वर्चुअली बातचीत करते हुए कहा कि सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को आम जन और स्वास्थ्य विभाग के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करके अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना महामारी से लड़ने में राज्य सरकार की मदद करने में एक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर जी आज कांगड़ा और चंबा जिलों में कोविड-19 महामारी में हुई बढ़ौतरी पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

– हिमाचल प्रदेश में सरकारी क्षेत्र द्वारा घरद्वार पर कोविड-19 नमूनों की जांच के लिए 70 एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध की गयी।

हाई रिस्क ग्रुप जैसे वृद्धजन और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीज जो अस्पताल नहीं पहुंच सकते हैं, उनके लिए घर में जांच की सुविधा करवाई जा रही उपलब्ध।

– हिमाचल सरकार ने प्रदेश में कोविड समर्पित स्वास्थ्य संस्थानों की संख्या में की वृद्धि। प्रदेश में 1 मार्च, 2021 को 11 ऐसे संस्थान थे, जिनमें 440 बिस्तर तथा 32 आईसीयू बिस्तर उपलब्ध थी.वर्तमान में प्रदेश में 56 कोविड समर्पित स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 3860 बिस्तर तथा 291 आईसीयू बिस्तरों की सुविधा प्रदान की जा रही हैं।

पिछले कुछ माह से प्रदेश में छः पीएसए प्लांट बनाए गए हैं और डा. यशवंत सिंह परमार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नाहन, पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा, डाॅक्टर राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर, जोनल अस्पताल धर्मशाला, डीडीयू शिमला और श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचैक में कार्यशील है। सिविल अस्पताल पालमपुर और मातृ एवं शिशु जोनल अस्पताल मंडी में 1000 एलपीएम के दो पीएसए प्लांट का निर्माण किया जा रहा है।

भारत सरकार ने प्रदेश के लिए पांच और पीएसए प्लांट स्वीकृत किए हैं, इन्हें डीआरडीओ के समन्वय से स्थापित किया जाएगा।

प्रदेश में बड़ी तेज़ी से मेकशिफ्ट अस्पतालों का निर्माण किया गया।

– मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने अधिकारियों को कोविड-19 स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करने के निर्देश दिए।

– आशा कार्यकर्ताओं को पर्याप्त संख्या में मास्क, सेनिटाइजर और दस्तानें उपलब्ध करवाए जाने के आदेश दिए गए।

प्रोटोकॉल के अनुसार कोविड-19 मृतक का अंतिम संस्कार करने हेतु संबंधित टीम को बॉडी बैग, वेस्ट बैग सहित पर्याप्त संख्या में पीपीई किट उपलब्ध करवाई जाने के आदेश दिए गए।

– राज्य सरकार द्वारा मरीजों को ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श, जांच के साथ-साथ उनके इम्यूनिटी को बढ़ाने वाले इम्यूनिटी बूस्टर भी होम आइसोलेशन किट के माध्यम से मरीजों तक घर में पहुंचाएं जा रहे हैं।

आइसोलेशन किट का शुभारम्भ किया गया। विभिन्न जिलों को 13600 होम आइसोलेशन किट प्रदान की जा चुकी हैं।

प्रदेश में वैक्सीन के अभियान को तेज़ी से चलाया जा रहा है। अभी तक प्रदेश में 2453579 लोगों को प्रदेश में वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सरकार फ्री में ये सेवा लोगों को दे रही है जिसके 300 करोड़ का खर्च होने की संभावना है।

प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया जिसका असर भी साफ़ नजर आया। हिमाचल प्रदेश में 10 से 16 मई, 2021 के बीच कोरोना मरीजों की वृद्धि दर 28.9 प्रतिशत थी, जबकि बीते एक सप्ताह में (17 से 23 मई, 2021 के बीच) घटकर 19.5 प्रतिशत रह गई है देवभूमि हिमाचल में जीवनरक्षक बनी जीवनधारा मोबाइल मेडिकल यूनिट

*हिमाचल प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों के नागरिकों को उनके घरद्वार पर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से ‘‘जीवनधारा योजना’’ चलाई जा रही है*

– प्रदेश में जीवनधारा मोबाइल हेल्थ तथा वैलनेस सेंटर के तहत 10 मेडिकल मोबाइल यूनिट ऐसे क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं, जिनमें बी.पी., मधुमेह, विभिन्न कैंसर सहित अन्य बीमारियों से संबंधित विभिन्न जांच की जा रही है

मेडिकल मोबाइल यूनिट में सभी आवश्यक दवाइयां तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। जीवनधारा के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच सहित ओ.पी.डी. सुविधा भी प्रदान की जा रही है

जीवनधारा के तहत 21 मार्च, 2021 तक कुल 18064 मरीजों की जांच की गई तथा 9833 टेस्ट किए गए

– जीवनधारा के तहत प्रदेश में मई, 2021 के दूसरे सप्ताह से इन मोबाइल वैन को कोविड-19 के रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए तैनात किया गया है और 30 मई, 2021 तक 7 जिलों में कोविड की जांच के लिए 5267 रेपिड एंटीजन टेस्ट किए गए

*कोविड की संभावित तीसरी लहर से प्रभावी तरीके से निपटेगी हिमाचल सरकार, मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को दिए निर्देश*

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने आज वर्चुअल माध्यम से उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों और चिकित्सा अधीक्षकों के साथ कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए

*कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए पहले से ही संभावित आवश्यकताओं और आपूर्ति संबंधित कार्य योजना बनाने के दिए निर्देश*

सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बाल रोग वार्ड और सेवाओं को सुदृढ़ करने पर अधिक बल देने के निर्देश। प्रदेश में गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की संभावनाएं तलाशने के भी दिए निर्देश

जिन कोविड-19 समर्पित अस्पतालों में कोविड मरीज उपचाराधीन नहीं हैं, उन्हें अन्य बीमारियों के मरीजों की सुविधा के लिए डी-नोटिफाई करने के निर्देश

प्रभावी निगरानी के साथ-साथ टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट की दोहरी रणनीति अपनाने को प्राथमिकता देने के निर्देश। स्वास्थ्य विभाग को 50 बिस्तरों या इससे अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति उपलब्ध करवाने के दिए निर्देश

ऑक्सीजन सिलेंडरों की उचित सूची और भण्डारण सुनिश्चित करने के निर्देश। वर्तमान में प्रदेश में आठ पीएसए ऑक्सीन प्लांट कार्यशील हैं और तीन अन्य शीघ्र कार्यशील हो जाएंगे

*कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए हिमाचल सरकार ने उठाए मजबूत कदम*
आज प्रदेश में बहुत कम वक़्त में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी के कुशल नेतृत्व की वजह से हैल्थ इंफ्रास्टक्चर काफी मजबूत हो चूका है एक नजर उस पर।

समर्पित कोविड केंद्र 57
बिस्तर क्षमता करीब 5000
मेकशिफ्ट अस्पताल 5
ऑक्सीजन कोटा 40 मीट्रिक टन
पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र 8
वेंटिलेटर लगभग 700
ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर 1700 से अधिक
डी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर 7755
बी-टाइप ऑक्सीजन सिलेंडर 2328
ऑक्सीजन की भंडारण क्षमता 25 मीट्रिक टन
आईसीयू 291
ऑक्सीजनयुक्त बिस्तर 2577 से अधिक
टेस्टिंग प्रयोगशाला 36
एम्बुलेंस 173

वैसे तो विरोधियों का काम विरोध करना ही है लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूरी मजबूती से कोरोना काल में प्रदेश की जनता की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाये हैं। हमें गर्व है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर की प्रदेश को आप जैसा मुख्यमंत्री मिला।

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