बधाई हो, मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर : ट्विटर इंडिया पर टॉप ट्रेंड रहा ‘#GareebKeKareeb’ जयराम सरकार : Rajesh Suryavanshi
जयराम सरकार को साधुवाद
ट्विटर इंडिया पर टॉप ट्रेंड रहा ‘#GareebKeKareeb’ जयराम सरकार
गुरुवार रात को ट्विटर इंडिया पर #GareebKeKareeb हैशटैग टॉप ट्रेंड्स में शामिल रहा।
इस हैशटैग के माध्यम से विभिन्न लोगों और सोशल इन्फ्लुएंसर्स ने हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार की ओर से गरीबों के लिए किए गए कार्यों की तारीफ की।
इस हैश टैग को इस्तेमाल करने वाले अधिकतर लोग युवा थे और उन्होंने सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सहारा, हिमकेयर और शगुन जैसी योजनाओं को सराहा।
कुछ लोगों ने गरीबों को लाभ देने वाली इन योजनाओं के आंकड़ों का जिक्र करते हुए टिप्पणी की कि सरकार का वास्तविक कार्य यही होता है कि गरीब और जरूरतमंद लोगों के जीवन को आसान कैसे किया जाए और हिमाचल की जयराम सरकार ने इस दिशा में सराहनीय कार्य किया है।
गौरतलब है कि जयराम सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन की उम्र 80 से घटाकर 60 वर्ष की है। महिलाओं और पुरुषों, दोनों को ही अब 60 साल की उम्र से वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है।
इसी तरह हिमकेयर योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का इलाज निशुल्क किया जा रहा है।
विनोद कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ये दोनों ही हिमाचल प्रदेश में अभिनव प्रयास हैं और लाखों लोगों को इनका लाभ पहुंचा है। इसके लिए जयराम सरकार को साधुवाद।
इसी तरह विनीत ने ट्वीट किया कि सहारा योजना देश की अपनी तरह की पहली योजना है जिसके तहत उन लोगों को हर महीने 3000 रुपये की पेंशन दी जा रही है, जो बीमारी या हादसे के कारण पूरी तरह दूसरों पर निर्भर हैं।
प्रेरणा ने लिखा कि बीपीएल परिवार की बेटियों की शादी के लिए 31000 रुपये की आर्थिक मदद देने की योजना लाना जयराम सरकार का ऐसा कदम है, जिसके लिए जितना साधुवाद दिया जाए वह कम है।
इस ट्रेंड में हिमाचल प्रदेश के कई लोग भी शामिल हुए जिन्होंने अपने अनुभव साझा किए कि कैसे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से हिमाचल में पहली बार शुरू की योजनाओं का उन्हें लाभ मिला है।
#GareebKeKareeb हैशटैग रात आठ से नौ बजे तक इंडिया के टॉप ट्रेंड्स में शुमार रहा और करीब 27 मिनट तक टॉप ट्रेंड्स में रहा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में जरूरतमंद वर्ग के लिए शुरू की गई योजनाओं का जिक्र करते हुए नारा दिया था कि ‘जहां गरीब हैं, हम उनके करीब हैं।’