मुख्यमंत्री सूक्खू ने जीता महिलाओं का दिल…..सुखविंदर सिंह सूक्खू की महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है, बोले वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश अवस्थी
श्री सुरेश अवस्थी मोबाइल नंबर : 8894874460, 9418070002, उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी कांगड़ा एवं उपाध्यक्ष किसान कांग्रेस हिमाचल प्रदेश।
हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी के वाइस प्रेसिडेंट श्री सुरेश अवस्थी ने International digital news channel इंडिया रिपोर्टर टुडे के साथ एक विशेष वार्तालाप में कहा कि हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सूक्खू की महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता और मां-सम्मान की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्री सुरेश अवस्थी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में एक ऐसा फैसला लिया है जिससे प्रदेश में लिंग अनुपात पर नियंत्रण लगने की उम्मीद है। उन्होंने घोषणा की है कि अब एक बेटी के जन्म के बाद परिवार नियोजन अपनाने वाले माता-पिता को 2 लाख रुपये और दो लड़कियों के बाद दूसरा बच्चा न पैदा करने का निर्णय लेने वाले माता-पिता को 1 लाख रुपये दिए जाएंगे।
श्री सुरेश अवस्थी ने कहा कि इस फैसले की सभी वर्गों से सराहना हो रही है। विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठनों ने मुख्यमंत्री सुक्खू की प्रशंसा की है। उनका कहना है कि यह फैसला महिलाओं के प्रति मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
श्री सुरेश अवस्थी ने आगे कहा कि प्रदेश में लिंग अनुपात लगातार गिर रहा है। 2021 की जनगणना के अनुसार, प्रदेश में प्रति 1000 पुरुषों पर केवल 903 महिलाएं हैं। यह राष्ट्रीय औसत से भी कम है। मुख्यमंत्री सुक्खू यह फैसला लिंग अनुपात में सुधार लाने में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
श्री अवस्थी ने कहा कि इस फैसले से प्रदेश में बेटियों के प्रति समाज में बदलाव आएगा। लोग बेटियों को कमतर नहीं समझेंगे। उन्हें बेटों की तरह ही अधिकार और सम्मान मिलेगा। यह फैसला महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश अवस्थी ने मुख्यमंत्री के इस फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि यह फैसला महिला जगत का सम्मान है। इससे प्रदेश में लिंग अनुपात पर भी नियंत्रण लगेगा। महिलाओं में इस फैसले को लेकर ग़ज़ब का उत्साह है।
मुख्यमंत्री सुक्खू के इस फैसले से पता चलता है कि वह महिलाओं के प्रति कितने अधिक संवेदनशील हैं।
उन्होंने महिलाओं के अधिकारों को सुनिश्चित व सुरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण तथा सराहनीय कदम उठाया है। यह फैसला प्रदेश की महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत है जिससे महिला जगत का उत्थान होगा।