साहसिक व ऐतिहासिक : CIB की सुप्रीम कोर्ट के आदेश को असंवैधानिक करार देने की टिप्पणी साहसिक एवं ऐतिहासिक : बलदेव राज सूद
Supreme Court's comment condemned by CIB
RAJESH SURYAVANSHI
केन्द्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) द्वारा इमामों को वेतन देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को असंवैधानिक करार देने की टिप्पणी साहसिक एवं ऐतिहासिक है।
स्वाभिमान पार्टी सूचना आयुक्त उदय माहुरकर का हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत करती है।
स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलदेव राज सूद ने प्रेस क्लब पालमपुर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुऐ कहा की सूचना आयुक्त महोदय ने देश में पूर्व चुनाव आयुक्त टी एन शेषन का इतिहास दोहराकर नया इतिहास रचा है। वलदेव राज सूद ने कहा कि सूचना आयुक्त उदय माहुरकर द्वारा आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल की ओर से दाखिल आवेदन पर सुनवाई में कहा कि 13 मई,1993 को सुप्रीम कोर्ट का इमामों को वेतन देने के फैसला संविधान के अनुच्छेद 27 का उल्लंघन था। बलदेव राज सूद ने कहा कि वक्फ मस्जिदों के इमामों को 18 हजार रुपए मासिक सरकारी कोष से दिऐ जा रहे है जबकि मंदिरों के पुजारियों को केवल 2 हज़ार रूपए मासिक भी नसीब नहीं हैं । यह घटनाऐं बड़े भारी भेद भाव को दर्शातीं हैं तथा जनता तथा करदाताओं के पैसे की खुलेआम लूट है। उन्होने कहा कि देश की जनता मालिक है तथा विधायका अर्थात जनप्रतिनिधि ,मंत्री,मुख्यमंत्री,प्रधानमंत्री मैनेजर हैं तथा कार्यपालिका अर्थात प्रशासनिक अधिकारी,कर्मचारी जनता के नौकर हैं तथा न्यायपालिका को विधान के अनुसार सभी को उचित तथा शीघ्र न्याय मिले इसके लिए प्रतिवद्ध होना चाहिए। लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ पत्रकारिता है जो जनता की आवाज को वुलन्द करती है ।
वर्तमान में कार्यपालिका तथा न्याय पालिका सरकारों के दबाव में आकर जनता का उत्पीडन कर रहीं है यह बड़े दुख की बात है। बलदेव राज सूद ने कहा कि स्वाभिमान पार्टी विधायक, न्यायपालिका तथा कार्यपालिका की स्वायतता और पवित्रता बनाए रखने की पक्षधर है तथा जनता तथा जनता की आवाज पत्रकारिता को देश हित में सरकारों पर दबाब वनाऐ रखना चाहिए।प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष रमेश भाऊ, जिला उपाध्यक्ष डा:एस डी सांख्यन, पालमपुर उपमंडल अध्यक्ष जगजीत कटोच तथा बैजनाथ के विधायक उम्मीदवार बिशेष वर्मा उपस्थित रहे