40-50 सीटों पर विजयी होकर कांग्रेस बनाएगी सरकार, अधिकतर भाजपा उम्मीदवारों की जमानतें ज़ब्त होने की आशंका सुरेश अवस्थी, प्रदेशाध्यक्ष भारतीय मानव कल्याण महासमिति (कांग्रेस)/उपाध्यक्ष , ज़िला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी, मोदी सरकार के राज में लोग खून के आंसू रोने को मजबूर, #Himachal में होगा भाजपा का सूपड़ा साफ,
माननीय सुरेश अवस्थी, प्रदेशाध्यक्ष भारतीय मानव कल्याण महासमिति (कांग्रेस)/उपाध्यक्ष , ज़िला कांगड़ा कांग्रेस कमेटी जोकि एक कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार गैज़ेटेड अफसर के गरिमामय पद पर अपनी सेवाएं समर्पित कर चुके हैं, ने वर्तमान दुखद राजनीतिक परिप्रेक्ष्य पर नज़र दौड़ाते हुए नम आंखों से अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि… श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्रित्व काल में देश की जनता खून के आंसू रोने को मजबूर हो गई है।
आज भी करोड़ों घर ऐसे हैं जहां हमारे देश के भावी भविष्य के कर्णधार बच्चों को खाने के लिए दो वक्त की रोटी नहीं, पढ़ने को स्कूल नहीं, तन ढकने को कपड़े नहीं, गंदगी के ढेर से जूठा, गला-सड़ा खाना उठाकर भी पेट की आग बुझाने के लिए विवश हैं मासूम बच्चे व उनके गरीब मां-बाप…..जो कोस रहे हैं अपने जन्म लेने को, इस भुखमरी के आलम में….खुदा न करे अगर इनकी जगह हम होते या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी…. तो वे भी अपने भाग्य को कोसते।
लेकिन कहते हैं न कि “कोई न जाने पीर पराई” यही हाल मोदी जी का भी है। खुद सारी दुनिया की मौज लूट रहे हैं, अपने दोस्तों को दुनिया का सबसे अमीर बिजनेसमैन बनाने के चक्कर में गरीब जनता का गला तक घोंटने को उतारू हैं।
मोदी जी ने देश की जनता का खून पसीने से कमाया हुआ देश के गद्दारों पूंजीपतियों को दिया 11 लाख करोड़ (11000000000000) रूपया का कर्जा माफ कर दिया। क्या वह मोदीजी की निजी संपत्ति थी जो उन्होनें रेवड़िओं की तरह अपने दोस्तों को बांट दीं।
देश का बचपन रो रहा है, चीख रहा है, चीत्कार कर रहा है लेकिन सरकार के कान बहरे हो चुके हैं। गरीबों की चीखों का उन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। मोदी जी वही निरंकुश शासक हैं जैसा हम किताबों में पढ़ा करते थे।
लच्छेदार भाषणों से गरीबों को मूर्ख बनाने वाले, गरीबों को सब्ज़बाग दिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने हज़ारों करोड़ रुपए अपने बड़े-बड़े व्यापारियों और देश के दुश्मन मोदी भाईयों और दूसरे मित्रों को बेरहमी से लूट कर और बैंकों को कंगाल कर के बाइज़्ज़त और पूरी सुरक्षा के साथ भारत से भागने दिया। आज वे देश की आर्थिक नींव को कमज़ोर करके विदेशों में ऐश कर रहे हैं और भारत से लुटे गए धन से विदेशों की आर्थिकी को मजबूत कर रहे हैं। क्यों नहीं पकड़ते देश के प्रधानमंत्री इन देश के दुश्मनों को।
सब कुछ आईने की तरह साफ है। देश की जनता सब जानती है और माकूल जवाब देने के लिए सही समय का इंतजार कर रही है और अबकी बार का जवाब भाजपा को बहुत महंगा पड़ने वाला है।
हिमाचल की जनता बहुत बुद्धिमान है, दूरदर्शी है, भले-बुरे की परख करती है और साक्षरता दर बढ़ने के परिणामस्वरूप ईंट का जवाब पत्थर से देना जानती है।
यहां के लोगों को आर्मी से सेवा करने की ललक है। बचपन से ही बच्चे भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा में अव्वल रहते हैं, साथ ही रोजगार भी कमाते हैं लेकिन मोदी जी ने उन्हें अग्निवीरों की भट्टी में झोंककर उनके इस इकलौते सपने को बेरहमी से तोड़ डाला है। हिमाचल में व्यापार लगभग न के बराबर है। हिमाचल एक कर्मचारी बहुल स्टेट है। ऐसे में मोदी सरकार ने हिमाचलियों के हितों पर जो आघात किया है वह निन्दनीय है। हिमाचली युवाओं का रोजगार और उनके मातापिता का सहारा छिन गया।
मोदी रूपी आंधी में सब कुछ बिखर सा गया लगता है।
आज हमें स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह बहुत याद रहे हैं जो अपनी प्रजा को चाहे कोई भाजपाई हो, कांग्रेसी हो या किसी अन्य दल से संबंधित हो, सब को एक समान दर्जा देते थे, उन्हें अपनी संतान समझते थे। जनता को अगर ज़रा सा भी दर्द होता था तो उसकी चुभन राजा वीरभद्र सिंह तक पहुंच ही जाती थी। वह सदा न्याय का साथ देने वाले महान राजनेता थे। भ्रष्टाचार और भ्रश्टाचारी जिनके परम शत्रु हुआ करते थे। उनकी धर्मपत्नी, मंडी से सांसद हिमाचल कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष रानी प्रतिभा सिंह जी भी राजा साहिब के नक़्शे कदम पर चलते हुए प्रदेश की जनता से अथाह प्यार करती हैं तथा उन पर खूब स्नेह लुटाती हैं। जनता जा दर्द उनसे सहन नहीं होता। आखिर हैं तो वह राजा जी की परछाईं ही।
लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं रहा।
सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को खूब संरक्षण दे कर प्रदेश में अराजकता फैला रही है। भ्रष्ट मंत्रियों और अधिकारियों को सरेआम आलाकमान के फरमान आगे घुटने टेकते हुए मुख्यमंत्री उन्हें पदोन्नत कर गरिमापूर्ण पदों पर बिठा रहे हैं।
हर काम पैसे देकर हो रहा है। रसोई गैस में आग लग चुकी है। पेट्रोल; डीज़ल कंट्रोल से बाहर हो चुका है।कुल मिलाकर आम आदमी की ज़िंदगी नरक से बदतर हो चुकी है। बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ चुका है। रोजगार के साधन समाप्त हो चुके हैं। जनता रोज़ी रोटी की मोहताज हो रही है। कोई पूछने वाला नहीं। गुंडागर्दी चरम सीमा पर है। पुलिस-प्रशासन के हाथ बांध दिए गए हैं।
“अंधेर नगरी, चौपट राजा,
टके सेर भाजी, टके सेर खाजा।”
महंगाई आकाश छू चुकी है। अब एक ब्रेड भी खानी हो तो 50 रुपये जेब में होने चाहिएं। दही के लिए 90 रुपए, दूध के लिए साथ रुपए, बाकी सब्ज़ी, दाल, आटा, चावल, आलू, प्याज आदि भी भाजपा सरकार आम आदमी से छीन लेना चाहती है।
ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो सरकार लोगों को भूख से तड़पता देख कर खुश हो रही है।
मंत्री और नेता मालामाल हो रहे हैं।
श्री अवस्थी ने आगे कहा कि….
“अंग्रेजों को हमने टैक्स मुक्त भारत करने के लिए देश से बाहर खदेड़ा था लेकिन आज फिर वही परिस्थिति है,चोरी वैसी ही है सिर्फ चोर बदल गए हैं।”
सुरेश अवस्थी ने कहा-बीजेपी सरकार केवल पूंजीपतियों की मदद कर रही है और गरीबों को गरीबी के बोझ तले दबा कर मारने पर उतारू है. चेतावनी दी कि यदि बीजेपी सरकार ने अपने फैसलों को वापस नहीं लिया तो कांग्रेसी भाजपा कार्यकर्ताओं के घर में घुस कर प्रदर्शन करेंगे.
अवस्थी ने आरोप लगाया कि तरफ केंद्र सरकार पूंजीपतियों के हजारों करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर रही है जबकि दूसरी तरफ आम जनता की रोजमर्रा की खाने पीने की चीजों से लेकर छोटे बच्चों की पाठ्यक्रम की सामग्री तक के रेट बढ़ाए जा रहे हैं.
कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने आम जनता पर महंगाई का इतना बोझ लाद दिया है कि लोगों को सिर्फ यहां मरने के लिए छोड़ दिया गया है.
केंद्र सरकार हीरे पर तो जीएसटी कम कर रही है लेकिन दूध दही और रोजमर्रा खाने-पीने की चीजों पर जीएसटी बढ़ाकर जनता को प्रताड़ित कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की इन नीतियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा यदि सरकार ने अपनी इन नीतियों में बदलाव नहीं किया तो आने वाले समय में कांग्रेस भाजपा नेताओं के घर में घुसकर प्रदर्शन करेगी जिसके लिए केंद्र सरकार ही जिम्मेदार होगी.
एक सप्ताह के भीतर सब्जियों के दाम में 50 से 100% की बढ़ोतरी हो गई है।
सब्जी के दामों में तेजी ने इन दिनों थाली का स्वाद ही फीका कर दिया है. एक सप्ताह के भीतर ही सब्जियों के दामों में 50 से 100% की बढ़ोतरी हो गई है. सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हरे धनिया और शिमला मिर्च में देखने को मिली है.
भाजपा ने गरीब बहन;बेटियों पर भी घोर अत्याचार कर डाला है।
महिलाओं के सोलह श्रृंगार की चीजें जैसे सिंदुर, काजल, मेहंदी, हरी चूड़ी, बिंदी, नथ, गजरा, मांग टीका, कमरबंद, बाजूबंद, अंगूठी, बिछिया, पायल, झुमके, कंघा सहित कई सामान के दाम भी आसमान छू रहे हैं।
कुछ माह पहले जनता ने मोदी मैजिक को बुरी तरह नकारते हुए भाजपा को हिमाचल से जड़ से उखाड़ फेंका था और कांग्रेस को गले लगाकर भरपूर प्यार न्यौछावर किया था।
चारों सीटों पर विजय प्राप्त करने के लिए मोदी जी ने और पूरी सरकार ने अरबों रुपए बर्बाद कर दिये लेकिन मतदाताओं ने उन्हें ऐसी पटखनी दी, इतनी बुरी तरह दुत्कारा की उन्हें छठि का दूध याद आ गया। मोदी जी एक भी सीट नहीं जीत पाए।
यह हिमाचल है भाई, यहां मोदी मैजिक नहीं, काम का मैजिक चलता है और आगामी विधानसभा चुनाव में भी वही चलेगा, ऐसा मतदाताओं का मानना है।
इस बार कांग्रेस भाजपा को धूल चटाते हुए, औंधे मुंह पटकेगी और प्रदेश में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार काबिज़ होगी।
All India Congress Committee (AICC) की राष्ट्रीय प्रवक्रा जो हिमाचल के चुनावों की बागडोर भी संभाल रही हैं, का जादू जनता के सिर चढ़ कर बोल रहा है।
वह जहां भी जाती हैं उन्हें सुनने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ आती है। ऐसा हो भी क्यों न, अल्का जी की ओजस्वी और तेज़-तर्रार वाणी लोगों के दिलों में घर कर जाती है। उनकी तेजस्वी वाणी मतदाताओं में गजब का जोश भर देती है। उनका जबरदस्त भाषण मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है।
जिस तरह से उन्होंने हिमाचल प्रदेश में अपना जादू दिखाना शुरू किया है उससे लगता है कि हिमाचल में कांग्रेस की जीत का सेहरा उनके सिर बंध कर ही रहेगा।
देख रहे हो है न Suresh!
कैसे 5G स्पेक्ट्रम को 2G से भी सस्ता बेच दिया जा रहा है और पूछने पर कहा जा रहा है डीपी में तिरंगा लगा लो!बस किसी न किसी तरह जनता का ध्यान वास्तविकता से हटाने की भरकम कोशिश की जा रही है ताकि लोगों का ध्यान असली मुद्दों से भटक जाए और इनकी गेम आराम से चलती रहे।
पहले थाली बजवाई,
फिर घंटी बजवाई,
अग्निवीरों की ओर ध्यान भटकाया,
हिन्दू-मुस्लिम को लड़वाया,
पाकिस्तान-चाइना-कश्मीर का बैंड बजवाया,
अब घरों पर तिरंगा लगवाया,
अब आगे मोदी जी जाने जनता को मूर्ख बनाने हेतु क्या बजवाने वाले हैं। इसलिए कुछ भी बजाने से पहले हिमाचल वासियो सावधान हो जाइए क्योंकि अबकी बार सबसे पहले नंबर आपका लगने वाला है क्योंकि सबसे पहले चुनाव हिमाचल में होने जा रहे हैं। इसलिए कृपया सावधान रहें और कम से कम अपने प्यारे से मासूम बच्चों के भविष्य के बारे में ज़रूर सोच लें।