नई दिल्ली: केरल और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है। वहीं अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया भर में कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद 18 साल से अधिक उम्र के लोगों में कोरोना का खतरा कम हो गया है, लेकिन महामारी की चपेट में अब बच्चे आ रहे हैं। रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि सभी देशों को जल्द से जल्द बच्चों का टीकाकरण करना चाहिए।
नेचर में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस्राइल में सबसे अधिक 85 फीसदी लोगों का वैक्सीन लग चुकी है। इसके बावजूद अगर वहां कोरोना के मामलों पर नजर दौड़ाई जाए तो 50 फीसदी से अधिक संक्रमित होने वालों में 19 साल या उससे कम उम्र बच्चे शामिल हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जैसे-जैस 18+ वाले लोग कोविड की वैक्सीन लगवा कर खुद को सुरक्षित करते जा रहे हैं वैसे-वैसे ही बच्चों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका और ब्रिटेन में भी इस्राइल जैसे ही हालात देखने को मिले हैं। बच्चों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए इस्राइल और अमेरिका जैसे देशों ने अपने यहां 15 साल से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण शुरू भी कर दिया है। बता दें कि इस्राइल में जून में हर दिन कोरोना के लगभग 10 से 12 मामले मिले थे, जबकि इस समय यह संख्या बढ़कर अब 100 से ज्यादा हो चुकी है।
इस्राइल के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 5 जुलाई को देश में आए कोरोना संक्रमण के मामलों में 11.8 फीसदी मामले 0-9 साल के बच्चों में दर्ज किए गए हैं, जबकि 10-19 साल की उम्र के 39.6 फीसदी बच्चे कोरोना संक्रमित हुए।आंकड़ों के मुताबिक, 51.4 फीसदी संक्रमितों में 19 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं।
यूनिर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले के विशेषज्ञ जोसुआ गोल्डस्टेन का कहना है कि सभी देशों को जल्द से जल्द बच्चों के टीकाकरण अभियान के बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा कि जिस बात का डर था वैसे ही संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। बच्चों में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।