चम्बा जिला के विकास के लिए सीएसआईआर-आईएचबीटी और उपायुक्त द्वारा समझौता ज्ञापन

सीएसआईआर-आईएचबीटी

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चम्बा जिला के विकास के लिए सीएसआईआर-आईएचबीटी और उपायुक्त द्वारा समझौता ज्ञापन

INDIA REPORTER NEWS
PALAMPUR : RAJESH SURYAVANSHI

सीएसआईआर-हिमालय जैव संपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर (हिमाचल प्रदेश) और उपायुक्त, चंबा के अधीन विभिन्न संबन्धित विभागो और जिला प्रशासन के माध्यम से 17 फरवरी 2021 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। डॉ. संजय कुमार, निदेशक सीएसआईआर-आईएचबीटी पालमपुर और श्री डी.सी. राणा, उपायुक्त, चम्बा की अध्यक्षता में जिला चम्बा की कुछ प्रमुख समस्याओं एवं चुनौतियों पर इस बैठक में चर्चा की गई।

इस बैठक में चंदरवीर सिंह, परियोजना अधिकारी, डीआरडीए चंब ाश्री सुशील अवस्थी, उप निदेशक बागवानी चंबा श्री राहुल कटोच, उप निदेशक, कृषि, चंबा और सीएसआईआर-आईएचबीटी के संबंधित वैज्ञानिक बैठक में उपस्थित थे।

सीएसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर और उपायुक्त, चंबा ने निम्नलिखित क्षेत्रों में चंबा जिला, हिमाचल प्रदेश में आजीविका संवर्धन और ग्रामीण विकास के उद्देश्य के लिए परस्पर सहयोगों पर आधारित साझेदारी के लिए आगे आए हैंः

– चंबा में फसल विविधीकरण के लिए व्यावसायिक पौधों की खेती और मूल्यवर्धन, और और कृषि-प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में अन्य हितधारकों एवं भावी किसान समूहों, सामुदायिक सहायता संगठनों जैसे स्वयं सहायता समूहों, संघों, समूहों, किसान उत्पादक समूहों, किसान उत्पादक कंपनियों, सहकारी समितियों की क्षमता निर्माण और कौशल विकास,,

  • आजीविका और अतिरिक्त आय सृजन के लिए फूलों की खेती और सगंध फसलों के साथ एपिकल्चरको एकीकृत करना, राज्य के सबंधित विभागों के अधिकारियों के परामर्श से जिला चंबा (चंबा, मेहला, भरमौर, तीसा, सलूनी, चौरीऔर पांगी) के लक्षित विकास खंडों में हाइड्रोपोनिक्स एवं एरोपोनिक्स तकनीक
    -फसलों और उत्पाद को खराब होने से रोकने के लिए किसानों के लिए मूल्यवर्धन और आर्थिकरिटर्न बढ़ाने के लिए कृषि-वानिकी फसलों के लिए खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियां और वैश्विक मानकों को पूरा करने वाले नवीन उत्पादों का विकास करना।
    -विटामिनडी 2 से भरपूर शिटा के मशरूम उत्पादन और प्रसंस्करण
    -ठंडे क्षेत्रों के लिए उपयुक्त खाद उत्पादनः ठंडे पहाड़ी क्षेत्र में समृद्ध खाद/वर्मी-कम्पोस्ट की तैयारी के लिए कुशल साइकोट्रॉफिक जीवाणु निर्माण का विकास।
    -व्यर्थ से अर्थ वेस्ट टू वैल्थ (मंदिर में चढ़ने वाले फूलों से हर्बल धूप और अगरबत्ती की तकनीक)।
    – चंबा जिले के सतत विकास के आप सीहित के कोई अन्य क्षेत्र।

बैठक में, दोनों पक्षों ने हिमाचल प्रदेश के आकांक्षात्मक जिला चंबा में सीएसआईआर-आईएचबीटी की प्रौद्योगिकियों के माध्यम से ‘संपोषणीय आजीविका उत्पादन’के लिए विस्तृत परियोजना प्रस्ताव और कार्य योजना को भी स्वीकृति प्रदान की।

 

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