ऊना की दामिनी ने विकट परिस्थितियों के बाबजूद पूरी की वेटनरी फार्मासिस्ट की पढ़ाई और अब करेगी बेसहारा जानवरों का इलाज

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ऊना की दामिनी ने विकट परिस्थितियों के बाबजूद पूरी की वेटनरी फार्मासिस्ट की पढ़ाई और अब करेगी बेसहारा जानवरों का इलाज

जब किसी भी सेवा की लगन जनून बन जाती है तो उसके आगे आने वाली कमज़ोर आर्थिक स्थिति,प्रशासन और शिक्षण संस्थानो का टालमटोल वाला रबैया चाहे लाख बाधा उतपन्न करे किन्तु दशरथ मांझी की तरह पहाड़ के सीने को चीरने वाला जज्बा रखने वाली ऊना के छोटे से कस्बे अम्बोटा से सम्बंध रखने वाली छोटे से डील डौल वाली दामिनी ने उनका डट कर मुकाबला किया और सफलता के झंडे भी गाड़े।
इसे बचपन से ही पशुओं से प्रेम था,घर पर भी दुधारू पशु पालते थे। बचपन में जब घायल कुतों, गाय बेलों को देखती तो घर ले आती उनकी मलहम पट्टी करती और ठीक होने के बाद उनको छोड़ देती।

यह क्रम चलता रहा इसने कई बेसहारा घायल गाय और बैल अपनी सेवा से ठीक किये जिसमे उसे गगरेट के वेटनरी डॉक्टर विशाल का काफी सहयोग मिला और उंसकी बेजुबान बेसहारा जानवरों की सेवा की देखते हुए वहां के शहीद भगत सिंह क्लब और पंचायत ने भी उंसकी साहयता की और उसे वेटनरी फार्मासिस्ट का डिप्लोमा करवाने की ठानी जिसमे उसको भी बहुत रुचि थी किन्तु परिस्थिति बस उसे पूरा न कर पाई थी किन्तु उसने पशु सेवा फिर भी जारी रखी ।

निजी कॉलेजों की भारी भरकम फीस यह भर नही सकती थी कई कालेजो से निराश होकर इसे वापिस आना पड़ा। लोगों ने तात्कालीन पशु पालन मंत्री के सहयोग से इसे ढलियारा मैं दाखिला दिलवाने की भी कोशिश की किन्तु कालेज प्रबंध्न के असहयोगात्मक रबेये से वहां भी बात नहिं बनी।यद्यपि प्रयास फॉउंडेशन भुन्तर सहित कई अन्य संस्थाओं और व्यक्तियों ने इसकी पढाई के लिए सहायता का प्रस्ताव दिया था । मीडिया में मामला आने के बाद बिलासपुर के चांदपुर में निजी वेटनरी फार्मासिस्ट कालेज चलाने वाले सहिर्दय इंदर डोगरा के संज्ञान मैं मामला आया तो उन्होंने इसे निशुल्क पढ़ाने का प्रस्ताव दिया। जिसे उसने स्वीकार कर वहां दाखिला लिया।

प्रयास फाउंडेशन भुन्तर ने अपने वायदे के अनुसार दामिनी को दो वर्षीय कोर्स के लिए मासिक साहयता जारी रखी।अब दामिनी ने अपना कोर्स पूरा करने के बाद व्यावसायिक प्रशिक्षण भी पालमपुर और नगवाई शीप फार्म में पूरा कर लिया है। उसने उसके सपनों को पूरा करने में सहयोग करने वाले डॉक्टर विशाल, भगत सिंह क्लब, स्थानीय पंचायत, प्रयास संस्था तथा इंदर डोगरा जी का आभार व्यक्त किया।

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