बाढ़ के कारण नदी में बने टापू से जिया गांव को खतरा
टापू को शीघ्र हटाने के लिए पंचायत से प्रस्ताव पारित मंत्री विक्रमादित्य भी दे गए हैं विभाग को आदेश
MUNISH KOUNDAL
CHIEF EDITOR
15 जुलाई । जिला कुल्लू में आई बाढ़ से भारी त्रासदी हुई है। कई लोगों के आशियाने तो कईयों की दुकानें बाढ़ की चपेट में आ गई। जहां इस त्रासदी से लोगों का भारी नुक्सान हुआ वहीं कई लोगों को जिंदगी से ही हाथ धोना पड़ा है ।
बाढ़ के कारण कई एरिया डेंजर जोन में आ गए । जिया गांव की बात करें तो पार्वती नदी में बाढ़ से एक टापू बन गया जिससे गांव को खतरा उत्पन्न हो गया है।
अगर बरसात में पानी बढ़ गया तो अब बचाव के कोई चांस नहीं हैं क्योंकि बाढ़ के कारण पार्वती नदी ने जिया गांव की ओर भूमि कटाव कर सड़क को क्षति पहुंचाई वहीं अपना रुख ग्रामीण क्षेत्र की तरफ मोड़ दिया है। इससे ग्रामीण सहम गए हैं और इसी के चलते सर्व सहमति से ग्राम पंचायत बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि ब्यास – पार्वती नदी में जो बाढ़ आई थी ,उससे जिया गांव को खतरा पैदा हो गया है । पार्वती नदी में स्कूल के सामने बाढ़ की बजह से एक नए टापू का निर्माण हो गया है जिससे की पानी का सारा बहाव जिया की और मुड़ गया है । अब पूरे गांव को खतरा पैदा हो गया है गांव के साथ बनी हुई सड़क को भी बाढ़ का पानी नुकसान करके नदी अब घरों के साथ ही बह रही है। ग्रामिणो ने पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह के समक्ष भी यह बात उठाई थी जब जिया में बाढ़ क्षेत्र के निरीक्षण पर आए थे । वहीं पंचायत ने डीसी कुल्लू व अधिशाषी अभियंता लोकनिर्माण विभाग कुल्लू को गांव के बचाव के लिए प्रस्ताव बनाकर टापू को हटाने की मांग के साथ प्रोटेक्स्ट बॉल लगाने की भी गुहार लगाई है। हालांकि मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी विभाग को इस कार्य को अतिशीघ्र करने के आदेश दिए हैं । जिस तरह हाथीथान को बचाने के लिए व्यास नदी के मशीनों के साथ पानी के रुख को बदला जा रहा है । उसी तरह से जिया में बने नव निर्मित टापू को भी मशीनों के साथ हटाया जाये ताकि पुरे गांव की सुरक्षा हो सके। नहीं तो पानी का बहाव गांव की और मुड़ने से पूरे गांव में डर का माहौल पैदा हो गया है ।