अधिकतर राज्यों ने कल से होने वाले टीकाकरण अभियान शुरू करने से पल्ला झाड़ा
पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन ना होने का दिया हवाला राज्यों की डिमांड अधिक है और सप्लाई बहुत कम इसलिए कुछ राज्यों में यह अभियान फिलहाल स्थगित हुआ
बी के सूद :सीनियर एग्जीक्यूटिवएडिटर
देश के अधिकतर राज्य ने टीकाकरण के लिए कमर नहीं कसी है टीकाकरण के लिए आने वाली भीड़ से घबराकर फिलहाल इस अभियान स्थगित करने की सोच रही।
एक समीक्षा:-
यह हमारा भारत देश है यहां पर कुछ भी संभलना या संभालना बहुत मुश्किल है जिसका मुख्य कारण है जनसंख्या विस्फोट!!
पहले तो हमने रैलियों को दोषी ठहराया कि उसके कारण corona फैला…. फिर हमने कुंभ को दोषी ठहराया कि वहां पर भीड़ इकट्ठी हुई ….
अब आप बताइए लोग वैक्सीनेशन के लिए जा रहे हैं वहां पर इतनी भीड़ है और ये भीड़ rally जितने टाइम के लिए नहीं है रैली तो दो 4 घंटे में खत्म हो जाती थी। यहां तो लाइने 6 से 8 घंटे तक लगी हुई हैं सोशल डिस्टेंसिंग का नाम नहीं है । लोग परेशान हो रहे हैं लाइनों में खड़े होकर ।
क्या यहां पर कोरोना नहीं फैलेगा??
यदि देश को आने वाली पीढ़ियों के लिए बचाना है तो जनसंख्या पर नियंत्रण लगाना ही होगा और वोट बैंक की राजनीति को छोड़कर देश बैंक की राजनीति को अपनाना होगा
जब हमारे पास वैक्सीन की इतनी प्रोडक्शन नहीं थी जितनी हमारी जरूरत है या हम इंपोर्ट नहीं कर सकते ,तो यह vaccination का कार्यक्रम सोच समझकर किया जाना चाहिए था ढंग से किया जाना चाहिए था । पहले 45 साल से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीनेशन का कार्यक्रम भी बड़ी मुश्किल से ठीक चल रहा था क्यों कि लोग कई घंटे कई घंटों तक लाइनों मेंंखड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे अब तो बहुत बड़ीी जनसंख्या इसमेंंशामिल होने जा रही जिससे इसकी सफलता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है।
हमारी प्लानिंग में कहीं ना कहीं कमी रह ही जाती है