डॉ. एस.के. शर्मा : हिमाचल की अनमोल धरोहर
डॉ. एस.के. शर्मा, नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में सेवा और समर्पण का प्रतीक हैं। रोटरी आई हॉस्पिटल, मारंडा, को दो कमरों से एक प्रतिष्ठित संस्थान में बदलने वाले डॉ. शर्मा ने हजारों लोगों को रोशनी दी है। उनकी मेहनत, दूरदर्शिता, और अडिग संकल्प ने उन्हें हिमाचल प्रदेश की अनमोल धरोहर बना दिया है।
विश्वासघात का सामना करने के बाद, उन्होंने देवभूमि आई हॉस्पिटल, तारागढ़ की स्थापना की, जो आज गरीब और जरूरतमंद लोगों को उत्कृष्ट नेत्र चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है।
डॉ. शर्मा का जीवन सिखाता है कि कठिन परिश्रम और मानवता की सेवा से न केवल व्यक्तिगत सफलता मिलती है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाया जा सकता है।
वह न केवल नेत्र चिकित्सा के मसीहा हैं, बल्कि हिमाचल के गौरव और प्रेरणा के स्तंभ भी हैं।
डॉ. एस.के. शर्मा की संघर्ष और सफलता की कहानी अद्वितीय है। उनके जीवन का हर पहलू, चाहे वह संघर्षों से भरा प्रारंभिक दौर हो या उनकी उपलब्धियों से सजी आज की तस्वीर, हमें प्रेरणा देता है।
उनकी मेहनत और समर्पण का ही परिणाम है कि रोटरी आई हॉस्पिटल, मारंडा, जो कभी मात्र दो कमरों तक सीमित था, हिमाचल प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित नेत्र चिकित्सा संस्थान बन सका। यह उनकी काबिलियत और दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक है।