शर्मनाक : 50 लाख के दहेज के मामले ने तूल पकड़ा पालमपुर में, बड़े घरानों में आज भी ज़िन्दा है दहेज रूपी दानव
आज के युग में जबकि लड़कियां चांद पर जा पहुंची हैं। अपने बहादुरी के कारनामों से देश -विदेश में अपनी काबिलियत का डंका बजा रही हैं। पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रही हैं । ऐसे में आज भी नामी-गरामी, साधन-संपन्न घरानों में दहेज रूपी दानव अपनी पकड़ मजबूत बनाए हुए है। यह अत्यंत शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने महिलाओं के अधिकारों को सुरक्षित रखने व उनके मान-सम्मान को बरकरार रखने के लिए दहेज प्रथा को रोकने हेतु कड़े कानून बनाए है लेकिन इसके बावजूद दहेज का दानव अपना रौद्र रूप धारण किये हुए है।
मामला कुछ इस प्रकार है। पंजाब के शहर जालन्धर से दो नामी-गरामी परिवार शादी रचाने के लिए पालमपुर के दो बड़े होटलों में ठहरे। एक होटल में लड़के का परिवार और दूसरे होटल में लड़की का परिवार।
कुछ रस्में निभाने के बाद शादी रचाने से पहले लड़के वालों ने लड़की के परिवार के समक्ष 50 लाख रुपये के दहेज की भारी-भरकम मांग रख दी। 25 लाख तो वे पहले ही डकार चुके थे, अचानक 25 लाख की दूसरी डिमांड रखने पर लड़की का परिवार क्रोधित हो उठा और बवाल मच गया।
मामला जब आसपास के बुद्धिजीवियों के कानों तक पहुंचा तो उन्होंने बीच-बचाव करने हेतु दोनों परिवारों से बातचीत की और समझाया-बुझाया।
लड़की वालों ने शादी करने से इनकार कर दिया और वापिस लौट गए। अपना 25 लाख भी वापिस ले लिया।
बात दें कि लड़की एक चार्टर्ड अकाउंटेंट है और लड़का इंडस्ट्रियलिस्ट।
बहुत शर्म की बात है कि आत्मनिर्भर बनने के बावजूद भी लड़कियां आज भी दहेज का शिकार हो रही हैं और लड़के वालों का लालच थमने का नाम नहीं ले रहा। लड़की के परिवारों को जागरूक होना होगा और दहेज के लालचियों को करारा तमाचा जड़ना होगा तभी इस गंदगी को भारतीय समाज से दूर किया जा सकता है। दहेज के लोभियों के आगे घुटने न टेक कर उन्हें सबक सिखाना होगा। तभी महिलाओं के मान-सम्मान की रक्षा करके देश को आगे बढ़ाने का सपना साकार हो पाएगा। दहेज के लोभी एक बार दहेज लेकर संतुष्ट नहीं होते बल्कि जीवन भर लड़की और उसके परिवार को नोचते रहते हैं और उनके जीवन को नरक बना देते हैं।
हमारी सबसे यही प्रार्थना है कि ऐसे लालची लोगों से कदापि नाता न जोड़ें और अपनी प्यारी बेटी के जीवन और उनके मान-सम्मान की रक्षा हेतु आगे कदम बढ़ाएं।