जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ राजेश सूद व ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ दिलावर दयोल ने टी वी रोगियों से किया संवाद
राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आज सिविल अस्पताल बैजनाथ में जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ राजेश सूद व ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ दिलावर दयोल ने टी वी रोगियों से संबाद किया तथा उनसे विस्तृत जानकारी ली व समस्या को को जाना।
इस अवसर पर जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ राजेश सूद ने कहा कि क्षय रोग ऐसा रोग नहीं है कि इस से ठीक नहीं हुआ जा सकता, लेकिन सही दवाई व उचित खान पान से इसे दूर किया जा सकता है।भारत में सबसे अधिक टीबी के मरीज हैं – हर साल करीब 29.5 लाख लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं ।
हर साल 5 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से मर रहे हैं – यानि हर मिनट एक व्यक्ति की टीबी से मृत्यु हो रही है।
साथ ही इससे परिवार की आर्थिक स्थिति को भी नुकसान होता है और अधिकांश टीबी रोगी गरीबी के भंवर में चले जाते है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय 2025 तक टीबी उन्मूलन की दिशा में क्रियाशील है जिसके लिए जनमानस कि भागेदारी बहुत आवश्यक है। टीबी से पीड़ित व्यक्तियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए समुदाय व् सामाजिक संगठनों भागेदारी निर्णायक हो सकती है। इस संबंध में, भारत में टीबी को समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने “टीबी रोगियों को सामुदायिक सहायता – प्रधान मंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान” लागू किया है।
टीबी रोगियों की सहायता करने वाले को नि-क्षय मित्र कहा जाता है।
इस अवसर पर निक्षय मित्र डॉ वीरेंद्र कौल, संजय सोनी, सीमा कौल, ऋत्विक कॉल ने रोगीयों को पोषण किट्ट भेंट की व उनके सीघ्र सवास्थय् लाभ की काम्ना की ।
जिला अअधिकारी ने यह जानकारी भी दी कि कोई भी व्यक्ति, संस्था, संसथान, कॉर्पोरेट, निर्वाचित प्रतिनिधि, गैर-सरकारी संगठन, राजनीतिक दल इत्यादि नि-क्षय मित्र बन कर टीबी मुक्त भारत अभियान में अपना योगदान दे सकते हैं। नि-क्षय मित्र के रूप में दी जाने वाली सहायता सरकार द्वारा रोगी को प्रदान की जाने वाली चिकत्सीय सेवाओं व् सहायता के अतिरिक्त रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री टी वी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत कुछ समाजसेवी निक्षय मित्र के रूप में इस योजना से जुड़े हुए हैं,तथा रोगियों के स्वास्थ्य का ख्याल रख रहे हैं।
उन्होने सभी से इस अभियान में बढ़ कर भाग लेने की अपील की।