मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में राष्ट्रीय युवा अभियान के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन
जिला एड्स परियोजना अधिकारी डॉ राजेश सूद ने एड्स फैलने के मुख्य चार कारण जैसे असुरक्षित यौन सम्बन्ध, एच् आई वी संक्रमित खून स्वस्थ व्यक्ति में चडाने से, संक्रमित मां से उसके बच्चे में तथा बिना उबली हुई सुई का प्रयोग करने से होता है I
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में राष्ट्रीय युवा अभियान के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन
INDIA REPORTER NEWS
DHARAMSHALA : IR CORRESPONDENT
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में राष्ट्रीय युवा अभियान के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया I इस अभियान का शुभारम्भ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गुरदर्शन गुप्ता के द्वारा किया गया I आई सी टी सी काउंसलर प्रीत किरण ने स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर शुरू हुवे युवा दिवस के आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुवे बताया कि 12 जनवरी 1863 को स्वामी विवेकानंद जी का जन्म हुवा था I इस दिन को देश युवा दिवस के रूप में मनाता है I भारत सरकार ने सन 1985 से 12 जनवरी यानि स्वामी विवेकानंद की जयंती को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी I इस दिन को मनाने का उदेश्य युवा पीड़ी को यह बताना है कि जिस तरह स्वामी विवेकानंद जी ने अपने जीवन में सफलता हासिल की ठीक उसी तरह उनके विचारों को अपनाकर युवा पीड़ी भी सफलता हासिल करेI
जिला एड्स परियोजना अधिकारी डॉ राजेश सूद ने एड्स फैलने के मुख्य चार कारण जैसे असुरक्षित यौन सम्बन्ध, एच् आई वी संक्रमित खून स्वस्थ व्यक्ति में चडाने से, संक्रमित मां से उसके बच्चे में तथा बिना उबली हुई सुई का प्रयोग करने से होता है I उन्होंने बताया कि एड्स साथ रहने से, साथ खाना खाने से, हाथ मिलाने से तथा मच्छर के काटने से नही होता है I डॉ सूद ने बताया कि एच् आई वी संक्रमित व्यक्ति तथा उनके बच्चो को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही वितीय सहायता जो कि 300 से 800 रु प्रति माह है, उमर के हिसाब से बच्चो को आई सी टी सी के द्वारा प्रदान की जाती है I इसके अतिरिक्त एच् आई वी पॉजिटिव व्यक्ति को 1500 रु प्रति माह सरकार द्वारा दिया जाता है I
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विक्रम कटोच जी ने एच् आई वी/ एड्स प्रभावित गर्भवती महिला की सुरक्षित प्रसव के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की I उन्होंने डिलीवरी के बाद बच्चे की देखभाल के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करते हुवे बताया कि एच् आई वी पॉजिटिव गर्भवती महिला अपने होने वाले बच्चे को अपना दूध पिला सकती है ताकि बच्चे को दूसरे संक्रमण से बचाया जा सके I महिला को अपने बच्चे को सिर्फ अपना दूध पिलाना है उसे छ: महीने से पहले माँ के दूध के अलावा कुछ नही देना है, इसके अलावा उन्होंने बताया कि चूँकि एच् आई वी / एड्स के अतिरिक्त कई ऐसे संक्रमण जैसे हेपेटाइटिस बी, सी ज्यादा खतरनाक संक्रमण हैं परन्तु एच् आई वी वायरस की म्युटेशन बहुत जल्दी होती है इसलिए हमे ज्यादा सतर्क रहना पड़ता है I
मुख्य अतिथि, डॉ गुरदर्शन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी को अपना एच् आई वी का स्टेटस पता होना चाहिए, एच् आई वी के बारे में हम सब खुल कर बात करें और एच् आई के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलायें I उन्होंने बताया कि 90 प्रतिशत जनसँख्या को अपना एच् आई वी स्टेटस का पता होना चाहिए, 90 प्रतिशत एच् आई वी से ग्रसित लोग ए आर टी (दवाईयां ) प्राप्त करें, तथा 90 प्रतिशत वायरल लोड कम करना हमारा लक्ष्य है I कार्यशाला के अंत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गुरदर्शन गुप्ता ने सभी से आह्वान किया कि किसी भी आपदा से लड़ने के लिये स्वास्थ्य विभाग ही पर्याप्त नही है उसके लिए जनता का सहयोग जरूरी है I इस कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ आदित्य सूद, डॉ अनुराधा, डॉ प्रिया तथा जन शिक्षा एव सम्प्रेषण अधिकारी श्री छांगा राम ठाकुर, स्वास्थ्य शिक्षक श्री मती उर्मिला देवी, यौन रोग काउंसलर श्री मनोज कुमार तथा लैब तकनीशियन श्री अन्तरिक्ष डोगरा ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया I