डॉ शिवकुमार अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त समाजसेवी और रोटरी को शिखर पर ले जाने वाले अगर ना होते तो… अधूरे रह जाते ना जाने कितने हसीन सपने : डॉक्टर शिव जी को भावभीनी श्रद्धांजलि उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर,
डॉक्टर शिव द्वारा जलाई गई लौ को कभी बुझने नहीं दूंगा : अजय शर्मा
डॉ शिवकुमार अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त समाजसेवी, पूर्व विधायक को आज हमसे बिछड़े हुए एक साल बीत गया है लेकिन यही प्रतीत होता है कि वह किसी न किसी रूप में आज भी हमारे बीच में ही विद्यमान हैं।
उनकी मधुर स्मृतियां हमारे मानसपटल पर छाई रहती हैं, उभरती रहती हैं बारंबार।
डॉक्टर शिव कुमार जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देने के लिए, उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए उनके अपनों ने कोई कसर नहीं छोड़ी।
इस उपलक्ष्य पर डॉक्टर शिव कुमार की सबसे बड़ी देन रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा जिसका दी पालमपुर रोटरी आई फाउंडेशन के तहत संचालन किया जा रहा है उनके कार्यालय में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई अस्पताल के स्टाफ द्वारा, अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर सुधीर मल्होत्रा की अगुवाई में।
ठीक इसी प्रकार एनकेएसडी चांद पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुग्गर पालमपुर में एक विशाल कार्यक्रम रखा गया था डॉक्टर शिवजी की याद में तथा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस मौके पर स्वर्गीय डॉक्टर शिव जी के सुपुत्र श्री राघव शर्मा जोकि रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा के जीएम हैं, श्री पी एन शर्मा डायरेक्टर, रोटेरियन संजीव बाघला, विनीत शर्मा, स्कूल स्टाफ, विद्यार्थी तथा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
इसके अतिरिक्त डॉ शिव द्वारा निर्मित कई अन्य संस्थानों में भी डॉक्टर शिव को याद किया गया तथा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
आज भले ही स्वर्गीय डॉक्टर शिव जी को उनके कुछ करीबी भूल से गए हैं अथवा भूलने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन उन्होंने समाज के लिए जो महान कार्य किए समाज उन्हें कभी भुला नहीं पाएगा।
डॉ शिवकुमार जैसे महानायक सदियों में एक बार जन्म लेते हैं और अपनी सुगंध से सारे समाज को महका कर रुखसत हो जाते हैं, कभी न ख़त्म होने वाली एक अनंत यात्रा की ओर।
डॉक्टर शिव के प्रमुख शुभचिंतकों में से एक हैं रोटरी पालमपुर के पूर्व प्रेजिडेंट रोटेरियन इंजीनियर अजय शर्मा जोकि आजकल एजीएम बीएसएनएल रामबन जम्मू में तैनात हैं।
वह जम्मू कश्मीर में रहकर भी डॉ शिवकुमार जी को नहीं भूले ।
उनकी यादों में डॉ शिवकुमार आज भी विद्यमान हैं, वह उन्हें कभी एक पल के लिए भी नहीं भूले।
29 नवंबर के काले दिन को अजय शर्मा आज भी नहीं भूले जब उनके परम पूज्य डॉक्टर शिव जी को काल के क्रूर पंजों ने हमसे सदा सदा के लिए छीन लिया था।
29 नवंबर का दिन याद करके इंजीनियर अजय शर्मा की आंखें नम हो जाती हैं।
एजीएम (#AGM) इंजीनियर अजय शर्मा कहते हैं की उन्होंने पालमपुर में ना होते हुए भी जम्मू कश्मीर में शिवकुमार जी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा को पुष्प अर्पण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की तथा नम आंखों से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने उन अनमोल लम्हों को याद किया जो उन्होंने डॉक्टर शिव के साथ बिताए थे।
अजय शर्मा जी कहते हैं की डॉक्टर शिव जी के साथ रहकर उन्होंने बहुत कुछ सीखा, उनसे बहुत कुछ ग्रहण किया जो सारी उम्र वह आगे भी समाज प सेवा के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने में हमेशा कार्यरत रहेंगे ।
जब पालमपुर के विधायक थे तब भी उन्होंने आम जनता की तन मन धन से सेवा की।
इंजीनियर अजय शर्मा ने यह प्रण लिया है कि जनसेवा की जो लौ डॉ शिव जला कर गए हैं उसे वह कदापि बुझने नहीं देंगे बल्कि इसे और अधिक प्रबल करेंगे। डॉ शिव के जो अधूरे कार्य रह गए हैं उन्हें जल्द पूर्ण करवाने की दिशा में प्रयत्न किये जाएंगे।
अजय शर्मा जी का कहना है कि डॉ शिवकुमार जैसी महान विभूतियां सदियों बाद इस धरती पर जन्म लेती है तथा जन सेवा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर के परमपिता परमात्मा के चरणों में लीन हो जाती हैं ।
दी पालमपुर रोटरी फाउंडेशन का गठन करके उन्होंने समाज सेवा के ऐसे कई कीर्तिमान स्थापित किए जिनके बारे में सोचना भी कठिन प्रतीत होता है।
उन्होंने अभी बहुत कुछ फाउंडेशन के तहत करना था लेकिन ईश्वर ने उन्हें अपने पास बुला लिया।
डॉ शिवजी के कई और कार्य भी अधूरे हैं जिन्हें अतिशीघ्र पूरा किया जाना नितांत आवश्यक है ताकि डॉक्टर शिव जी की आत्मा को शांति मिले तथा उनके सभी सपने साकार रूप धारण कर सकें।
हम सबको इस कार्य को पूर्ण करने के लिए दिन-रात परिश्रम करना चाहिए और पूरी मेहनत और ईमानदारी से डॉक्टर शिवजी के लगाए गए इस पौधे को सींचना चाहिए।
अजय शर्मा जी कहते हैं कि अगर डॉक्टर शिव ना होते तो बुजुर्गों को वृद्धाश्रम नसीब ना होता, कम भाग्यशाली बच्चों को आश्रय ना मिलता, महिलाओं के लिए आईटीआई ना खुलता, महिलाओं को, बच्चों के लिए सस्ता अस्पताल नसीब ना होता, आंखों की बीमारियों से त्रस्त लोगों की आंखों का इलाज नहीं होता, बेरोजगारों को रोजगार ना मिलता। इसके अलावा भी बहुत से ऐसे कई सपने थे जिन्हें डॉक्टर शिव ने साकार रूप दिया तथा सदा सदा के लिए लोगों के हृदय में बस गए।
अजय शर्मा कहते हैं कि डॉ शिव वह व्यक्तित्व थे जिन्होंने समाज सेवा हेतु अपना सर्वस्व दांव पर लगा दिया ।
लोगों का भला करने के लिए वह हमेशा प्रथम पंक्ति में रहे ।
उन्होंने कभी किसी का बुरा ना सोचा, ना किया, सदा जनसेवा के नए कीर्तिमान स्थापित करते रहे।
अजय शर्मा जी कहते हैं कि जब तक उनके शरीर में खून का एक कतरा भी मौजूद है तब तक वह डॉक्टर शिव जी के समाज सेवा के कार्यों को आगे बढ़ाते रहेंगे।
अंत में अजय शर्मा ने कहा कि आइए आज हम सब मिलकर डॉ शिवकुमार जी की प्रथम पुण्यतिथि पर उनकी आत्मा की शांति के लिए परम पिता परमात्मा से प्रार्थना करें तथा उन्होंने आम जनता से भी आह्वान किया कि वह भी डॉक्टर शिव के कदमों पर चलकर जन सेवा के कार्य को आगे बढ़ाएं।
डॉ शिव कुमार वो शख़्स थे जो रोटरी संस्था को फर्श से अर्श तक ले कर गए। रोटरी भवन बनवाया ताकि आम जनता को कम खर्च पर अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया हो सकें। शिक्षा के स्तर को उन्नत बनाने हेतु उन्होंने बेहतरीन कार्य किया।
उनके शरणों में शत शत नमन!