Made in India make in India Everthing fake in India
BKSood chief editor
Editorial
मोदी जी कब इस चोर बाजारी पर नकेल कसोगे।
कल लिया साबूदाना 200 ग्राम 60 प्रति पैकेट के हिसाब से 2 पैकेट ₹120
( paid ₹100/- क्योंकि दुकानदार मेरा मित्र था इसलिए उसने ₹10 प्रति पैकेट छोड़ दिए)
मतलब 400 ग्राम के 100 ₹
आज दुकानदार मेरा मित्र नहीं था इसलिए उसने मुझ से500 ग्राम के ₹55/- लिए। MRP था 500 ग्राम 80/-
अभी ये सब MRPका सारा खेल है कैसे वही कंपनी 200 ग्राम का साबूदाना MRP ₹60 छाप रही है तथा कैसे 500 ग्राम का MRP ₹80 छाप रही है।
सब्जी वालों को तो सब दोष देते हैं उस पर तो एमआरपी भी नहीं छपा होता है परंतु जिस पर एमआरपी छपा होता है उनका क्या हाल है?
आप 1060 बासमती पर ₹700 प्रिंट है उसे आप मार्केट में ₹330 में मिल जाएगी अगर आपकी जान पहचान है ।
परंतु किसी को कहीं पर भी ओपन मार्किट में यह ₹500 में मिल जाएगी ।अब आप बताइए की जिसने 330 में दी है उसने भी कुछ कमाया होगा और जो 500 या 600 में बेच रहा है वह भी कुछ कमा रहा होगा भले ही कम कमा रहा हो।
क्या शासन प्रशासन का इस पर कोई कंट्रोल नहीं हो सकता ?परंतु यह बातें भारत मे गौण हैं ।इन्हें रहने दीजिए ।
यह सोचिए कि ओमकार कहना है या अल्लाह, या मंदिर बनाना है या मस्जिद । भारत में बेरोजगारो की लाइन बढ़ती जा रही है और महिलाये घुट घुट कर जीने के लिए मजबूर हो रही है । शिक्षा स्वास्थ्य सड़क का बुरा हाल है । एमआरपी के नाम पर लोगों केेे साथ लूट की जा रही। परंतु यह कोई मुद्दा नहीं है बस मुद्दे हैं चुनाव जीतिए है और लोगोंं को धर्म जाति और संप्रदाय के नाम पर लड़ाते रहिए उन्हें उलझाए रखिए तथा अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते रहिए।
बहुत स्टिक टिप्पणी