कहां जाते हैं चुनाव आयोग के करोड़ों रुपए जबकि अव्यवस्था के माहौल में चुनावी ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी फ़र्श पर सोने हेतु होते हैं मजबूर : प्रवीण शर्मा
हमारे कर्मचारी सड़को पर भी सो जाते हैं । वे अपनी जेब से पैसे भी खर्च कर देते हैं
हिमाचल प्रदेश करणी सेना राज्य उपाध्यक्ष , न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ राज्य अध्यक्ष , हिमाचल प्रदेश राजकीय अध्यापक संघ राज्य प्रवक्ता, कर्मचारी संघर्ष मोर्चा राज्य अध्यक्ष व आर एस एस शाखा मेम्बर प्रवीण शर्मा ने विधान सभा इलेक्शन में कर्मचारियो के महत्वपूर्ण योगदान को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि जब जब इस देश में इलेक्शन हुए तब तब हर कर्मी ने अपना पूरा पूरा सहयोग दिया।
हमारे कर्मचारी सड़को पर भी सो जाते हैं । वे अपनी जेब से पैसे भी खर्च कर देते हैं । पक्ष रखने वाले व्यक्ति प्रवीण शर्मा ने कहा कि अगर चुनाव आयोग करोड़ो रूपये एक प्रदेश के चुनाव के लिए देता है तो वह पैसा चुनावी ड्यूटी देने वालों पर खर्च क्यों नही हो पाता । प्रवीण शर्मा ने कहा कि पहली बार मैने इन कर्मचारियो की रहने की व्यवस्था देखी
उनसे बात की उनका व्यक्तव्य यही था कि चार चार दिन हमे फर्श पर सोना पड़ता है । महिला पुलिस कर्मी का व्यान था कि खाना मिलता है पर जो हम घर मे खाते हैं उससे भी बदतर खाना हमें मिलता है । कहा कि हम पूरे प्रदेश के कर्मियों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम हर व्यक्ति की बात सुने । कुछ कर्मचारियों ने कहा कि हमें रात का खाना भी हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने दिया था व्यवस्था सही नही थी तो कुछ लोगों को ढाबे में खाना पड़ा ।और हिमाचल प्रदेश में बहुत सी जगह में चावल व दाले विन धुली परोस दी । हम पूछते हैं चुनाव आयोग से कि क्या एक एसडीएम जिसे आरओ के नाम से जाना जाता है