मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू लोक निर्माण विभाग के जेई, एसडीओ व एक्सईएन तथा सीएम हेल्पलाईन के कर्मचारियों पर कसें शिकंजा
लोक निर्माण विभाग के जेई, एसडीओ व एक्सईएन तथा सीएम हेल्पलाईन के अधिकारियों व कर्मचारियों की कामचोरी की खुळी पोल
कई अधिकारी व कर्मचारी कर रहे झूठ बोल-बोल कर टाइम पास, अपनी जेब हो रही गरम, जनता जाए भाड़ में
पनापर हार के लोगों के जी का जंजाल बनी परौर से पुडबा तक की सड़क
एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है जो मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की भी नींद हराम कर देगी।
उल्लेखनीय है कि पालमपुर से मात्र 10 किमी दूर परौर में बल्ला रोड से गगल पुल तक जाने वाले मार्ग पर निर्माण कार्य चल रहे हैं, लेकिन यह बात चिंताजनक है कि इस सड़क के निर्माण कार्य के दौरान जनवरी 2022 से अब तक घोर प्रशासनिक लापरवाही दिखाई दे रही है जिसका पूरा ठीकरा लोग संबंधित विभाग के जेई, एसडीओ व एक्सईएन के सिर पर फोड़ रहे हैं।
मौके का जायज़ा लेने गई पहुंची हिमाचल रिपोर्टर मीडिया ग्रुप की टीम को स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां रोड़ी बिछाने और हटाने के कार्य में अधिकाधिक विलंब हो रहा है और सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस बार तो रोडी बिछाने के बाद उसे हटाया भी गया है।
है न बात मज़ेदार। जी हां, आपने सही पढ़ा है, रोड़ी को लोनिवि द्वारा तीन बार बिछाया गया और फिर तीसरी बार हटा दिया गया है।
बरसात के मौसम में भी अब यह भारी भरकम रोडी व्यस्त रोड के दोनों किनारों पर बिखरी पड़ी हैं, जिसके कारण रोज़ाना दुर्घटनाएं हो रही हैं। इससे रोड बेहद खराब हो चुका है।
लोगों ने बताया कि इस मामले में उन्होंने पुड़वा के जेई सजय धीमान से बात की है और उनसे रोड के विनियमित निर्माण कार्य के बारे में पूछा था, लेकिन दुखद है कि उन्होंने उन्हें संतुष्ट करने के लिए सही तरीके से जवाब नहीं दिया है। उन्होंने गुस्से से कहा कि उन्हें पूरी जानकारी है कि काम कैसे होगा और कब तक पूरा होगा। इससे लोगों में रोष है।
इस समस्या का समाधान by hook or by crook जल्द होना चाहिए क्योंकि यहां जब रोड पक्का ही था तब रोडी बिछाने की कोई जरूरत नहीं थी। इसे पागलपंथी नहीं तो और क्या कहेंगे।
सरकारी धन की इस तरह की बर्बादी कतई बर्दाश्त नहीं करनी चाहिए सुक्खू सरकार को। सरकार को इस मामले में सभी आरोपी कर्मचारियों व अधिकारियों से जवाब-तलबी करनी चाहिए क्योंकि मामला बहुत गंभीर है और ऊपर तक जा पहुंचा है।
हालांकि, हाल ही में हो रही बारिश के कारण बहुत सारी रोडी बह चुकी है और कई जगहों पर गड्ढे पड़ गए हैं।
सरकारी अधिकारियों को इस मामले को जल्दी से सुलझाने की जरूरत है और सभी मामलों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
लोगों को यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस सड़क का निर्माण कार्य जल्दी पूरा हो जाए।
इस मामले में सड़क के विनियमित निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना आचरण दिखाई दे रहा है
*CM Helpline भी बनी सफेद हाथी, अगर स्टाफ़ यूँ ही निठल्ला बन कर बैठना चाहता है तो इसे बंद करना ही उचित है क्योंकि अनावश्यक रूप से करोड़ों रुपए बर्बाद हो रहे हैं*
अब लगे हाथ CM हेल्पलाइन की बात भी कर ली जाए। इस बाबत शिकायत सीएम हेल्पलाइन में भी लंबित पड़ी है जहां से सदा असंतुष्ट और अस्पष्ट उत्तर सुनने को मिलते हैं। कोई ठोस समाधान नहीं किया जाता। मात्र खानापूर्ति करके शिकायत का बिना कोई समाधान किये फ़ाइल चुपचाप वंद कर दी जाती है और शिकायतकर्ता को खुद बारबार पूछने पर ही इस वात का पता चलता है।
इससे साफ होता है कि सरकारी अधिकारियों और CM Helpline कर्मचारियों की कथित रूप से आपसी मिलीभगत है। बिना शिकायत कर्ता को सूचित किये चुपचाप विभागीय अधिकारियों की झूठी रिपोर्ट पर शिकायत रफादफा करना यही दर्शाता है।
यह हेल्पलाइन मात्र छुटपुट समस्याओं के निराकरण के लिए ही कुछ उपयुक्त है अन्यथा सफेद हाथी ही साबित हो रही है।