मुख्यमंत्री जी, 10+2 की परीक्षाएं मार्च में शुरू करके अप्रैल में ख़त्म की जाएं ताकि विद्यार्थियों का एक वर्ष ख़राब होने से बच जाए : RAJESH SURYAVANSHI, चेयरमैन, मिशन अगेंस्ट करप्शन
हर साल 10+2 की परीक्षाएं मार्च में शुरू होती थी तथा मई में नतीजा घोषित होता था। पिछले वर्ष covid-19 की वजह से इम्तेहान देरी से आरंभ हुए थे। लेकिन इस वर्ष भी 10+2 के इम्तेहान देरी से आरंभ किए जा रहे है।
10+2 की परीक्षा के बाद छात्रों ने आगे विभिन्न कालेज और विदेशों के लिए दाखिला लेना होता है तथा कई एंट्रेंस एग्जाम जैसे JEE, NEET etc. भी देने होते हैं।
पिछले वर्ष तो covid-19 की वजह से सभी स्कूल कॉलेज बंद थे लेकिन इस वर्ष सारे देश में सभी स्कूल कॉलेज खुल चुके हैं।
CBSE तथा देश के अन्य शिक्षा बोर्डों द्वारा घोषित किया गया हैं कि 10+2 की परीक्षाएं अप्रैल के अंत में शुरू होकर पूरा मई महीना चलेगी। इससे छात्रों का रिजल्ट जुलाई माह में निकलेगा । जिस कारण छात्रों को आगे दाखिला लेने के लिए बहुत कम समय बचेगा तथा उनके दाखिले प्रभावित होंगे।
जिन छात्रों ने विदेशों में दाखिला लेना है उनका रिजल्ट आने के बाद विदेश में दाखिला अप्लाई करने के लिए कम से कम 3 महीने के समय की जरूरत होती है।
पहले ही करोना की वजहें से छात्रों का बहुत नुकसान हो चुका है। इसलिए आपसे निवेदन है यह परीक्षाएं मार्च में शुरू करवा कर अप्रैल के महीने में खत्म कर दी जाए तथा पहले की तरह मई माह तक छात्रों का रिजल्ट निकाला जाए ताकि छात्रों को दाखिले के लिए समय मिल सके और उनका कीमती साल खराब होने से बच सके।