हंगामा : आई हॉस्पिटल में आंखों के ऑपरेशन खराब होने से फिर आफत! दो और बुजुर्गों की रोशनी गई, चार की आंख गली, मचा हड़कंप, हुआ हंगामा
आई हॉस्पिटल में फिर आफत! दो और बुजुर्गों की रोशनी गई, चार की आंख गली
आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में दो और बुजुर्गों की आंखों की रोशनी चली गई। अब तक 14 रोगी इसके शिकार हो चुके हैं।
अब इनकी आंख को निकालने से बचाने के लिए कोशिशें की जा रही हैं। कुछ की थोड़ी रोशनी लौटने की उम्मीद हो सकती है लेकिन यह इलाज के बाद ही कहा जा सकता है। सभी में संक्रमण मोतियाबिंद के आपरेशन के बाद हुआ है।
सीएमओ और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की संयुक्त जांच टीम के सामने इसका खुलासा हुआ है।
सभी की आंखों का विशेषज्ञों की टीम ने गहन परीक्षण किया तो पाया कि गंभीर संक्रमण इसकी वजह बना। चार बुजुर्गों की आंख तो पूरी तरह से गल चुकी हैं। अंदर और बाहर पस पड़ चुका है। कार्निया सफेद हो गई है। उनकी गंभीर हालत देख हैलट के नेत्र विभाग में भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया है।
जांच टीम के सामने ज्ञानवती (61) भी पहुंचीं। तीन नवंबर को उनकी आंखों का ऑपरेशन किया गया था।
नेत्र विभाग के हेड ने पाया कि जिस आंख में मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया, संक्रमण के कारण उसकी रोशनी चली गई। पेश हुए। ऑपरेशन किया गया। तबसे वह भटक रहे पर आपरेशन करने वाले डॉ. नीरज ने आंख का परीक्षण किया तो रोशनी नदारद मिली।
इससे पहले सुघरदेवा के 14 बुजुर्गों की रोशनी जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सुघरदेवा गांव से लाए गए बुजुर्ग राजाराम कुरील (70), रमेश कश्यप (63), नन्हीं उर्फ मुन्नी देवी (63), सुल्ताना देवी (75), शेर सिंह (72) को पेश किया। रमादेवी (67) नहीं आईं। परवेज खान के अलावा प्रोफेसर डॉ. शालिनी मोहन ने परीक्षण शुरू किया लेख तो पाया कि रमेश, मुन्नी, सुल्ताना और ज्ञानवती की आंख में गंभीर संक्रमण है। कार्निया सफेद हो गई है। पस के कारण आंख के अंदर और बाहर की तरफ पान का बहाव हो रहा है।
एसीएमओ डॉ. एसके सिंह ने कहा कि मोतियाबिंद के ऑपरेशन में जीएसवीएम के विशेषज्ञों को आठ बुजुर्गों की आंखों में रोशनी नहीं मिली है। चार की आंखों में एक्यूट इंफेक्शन पाया गया है इसलिए उनकी आंख बचेगी या नहीं, अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। जांच रिपोर्ट सीएमओ को सौंपी जाएगी।
दो की रोशनी लौटने की उम्मीद जगी राजाराम में हल्का सा विजन बचा दिख रहा है इसलिए इनकी आंख बचाने के लिए कोशिशें शुरू कर दी गईं हैं।
उधर, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग के हेड प्रो. परवेज खान के मुताबिक परीक्षण में दो और नए बुजुर्गों की आंखों में रोशनी नहीं मिली है। चार बुजुर्गों की आंख गंभीर संक्रमण के कारण गलने की स्टेज में है। कानपुर के इस हॉस्पिटल में हड़कम्प मचा हुआ है।