रायजादा स्वरूप नारायण वेदवा का नाम आज भी इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में चमक रहा है : रमेश भाऊ, पूर्व चेयरमैन, राजनीतिज्ञ एवं सीनियर जर्नलिस्ट






अतीत के झरोखों से….
रमेश भाऊ
पूर्व चेयरमैन, राजनीतिज्ञ एवं सीनियर जर्नलिस्ट
Mob. 98053 26851
इतिहास के पन्नों में स्वर्णाक्षरों में अंकित महानुभाव रायजादा स्वरूप नारायण वेदवा को आज भी समाज में बहुत आदर-सम्मान के साथ याद किया जाता है।
समाजहित में उनकी कुर्बानियों के लिए वेदवा जी को युगों-युगों तक याद किया जाता रहेगा।
रायज़ादा वेदवा एक ऐसी महान शख्सियत थे जो अंग्रेज़ी शासनकाल में भी तत्कालीन उच्च पदवी *रायज़ादा* से सम्मानित थे।
इतना ही नहीं, लोकतंत्र की रीड की हड्डी कहलाए जाने वाले पंचायती राज संस्थान के पंचरुखी ब्लॉक के प्रथम अध्यक्ष चुने जाने का इतिहास भी स्वर्गीय वेदका जी ने ही रचा।
वह स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर सन 1972 तक चेयरमैन के पद पर रहे।
मुझे आज भी याद है कि पंचरुखी से पहले अंद्रेटा ब्लॉक हुआ करता था।
उस समय एक राजनीतिक गेम हुई जिसके परिणाम स्वरूप इस ब्लॉक को नगरी चचियां ले जाने के लिए सरकारी आदेश हो गए, तो हमने वेदवा जी के नेतृत्व में अपने हक की प्राप्ति हेतु ज़ोरदार आंदोलन किया ।
हमारे आंदोलन पर सरकार ने नगरी को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्वीकृत किया और पंचरुखी को 64 ग्राम पंचायतों का ब्लॉक बनाया जो डाढ़ से लेकर कंडबाड़ी तथा तिनबड़-मझेरना से अंद्रेटा तक बना।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भू-सुधार बिल लागू कर काश्तकारों को भूमि देने का कानून बनाया तो इसके विरोध में लघु ज़िमींदार सभा का गठन किया गया जिसके प्रदेश अध्यक्ष रायजादा स्वरूप नारायण वेदवा जी को बनाया गया।
उनके आंदोलन ने इतना उग्र रूप धारण किया कि जहाँ तत्कालीन मंत्री चौधरी हरदयाल जी की गाड़ी को बैजनाथ में जलाया गया वहीं पंडित संत राम जी को दिनभर कड़कती धूप में खड़ा रखा गया।
आन्दोलन की आग से धधकते हिमाचल व देश भर में जनता पार्टी का गठन हुआ।
जनता पार्टी को जीवनदान देने के लिए लघु ज़िमींदार सभा का अति महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इसी आंदोलन ने दिग्गज नेताओं सर्वश्री शांता कुमार, कंवर दुर्गा चंद, जगदेव चंद, किशोरी लाल, दौलतराम चौहान, जगमेल चंद जैसे बड़े नेताओं को राजनीति में आने का अवसर दिया जिन्हें हिमाचल प्रदेश में जनता पार्टी की सरकार लाने का श्रेय मिला और जनता पार्टी के नेताओं को शासन करने का स्वर्णणावसर प्राप्त हुआ।
बाद में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाते हुए उनके सुपुत्र डॉ अश्विनी शर्मा भी पंचायत समिति पंचरुखी के चेयरमैन बने।
अपने पूज्य पिता रायजादा स्वरूप नारायण वेदवा के नक्शे-कदम पर चलते हुए बरसों से डॉ अश्विनी शर्मा गरीबों, असहाय, ज़रूरतमंद व दुःखी लोगों की पीड़ा हरने व तन मन धन से सिसकती मानवता की सेवा में दिन-रात पूरी ऊर्जा के साथ तल्लीन हैं।
कई सामाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं के संचालन का कार्यभार वह पूरी ईमानदारी, कर्मठता व तन्मयता से संभाले हुए हैं। ईश्वर उन्हें सपरिवार स्वस्थ रखें व दीर्घायु प्रदान करें, यही हमारी दुआ है।




