किसानों को तो यशस्वी प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चाहिए : डॉ एच.आर. नूर
किसानों की आमदनी 2022 दुगनी करने के उद्देश्य से यह कृषि कानून किसान हितेषी : डाॅ नूर
किसानों की आमदनी 2022 दुगनी करने के उद्देश्य से यह कृषि कानून किसान हितेषी : डाॅ नूर
INDIA REPORTER TODAY.com
PALAMPUR : B.K. SOOD
किसान विपक्षी दलों और पार्टियों के झांसे में आकर गुमराह हो रहे हैं। हड़ताल और प्रदर्शन कर रहे । इससे उनका कुछ बनने वाला नहीं है। उक्त बात डॉ एच आर नूर, सदस्य प्रदेश कार्यसमिति भाजपा ने कही। उन्होंने कहा कि किसानों को तो यशस्वी प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने किसान की आमदन कृषि आय को 2022 तक दुगना करने के लिए जो वायदे किए उनको पूरा करने के लिए यह कृषि कानून किसान हित में बनाए गए हैं जो किसानों को एमएसपी खत्म करने का भ्रम फैलाया जा रहा है बिल्कुल गलत है क्योंकि किसान एमएसपी तो रहेगी ही परंतु किसान अपनी फसल पैदावार खुले बाजार में भारतवर्ष मैं कहीं भी बेच सकता है किसी भी व्यापारी या खरीददार कंपनी से वह अपनी फसल का एग्रीमेंट कर सकता है कोई भी कंपनी इकट्ठा एग्रीमेंट करके उनकी पैदावार को खरीदेगीण् एग्रीमेंट फसल का पहले हो जाएगा और उसके साथ ही किसानों को कुछ धन तथा आधुनिक तकनीक अच्छा बीजए खाद देकर अच्छी पैदावार तैयार करके अच्छे दामों पर खरीदेंगे ण्इस प्रकार किसान की आय वर्ष 2022 में दुगनी होगी ना कि केवल अपने उत्पादन को मंडियों में लाकर कई दिनों तक वहां पड़ा रहता है अच्छी कीमत नहीं मिलती है बिचौलियों के झांसे में फस कर वह किसान गुमराह होता रहता है ण् उसको कई बार एमएसपी से भी कम मूल्य पर अपनी फसल बेचनी पड़ती है।
यह बातें किसान के ध्यान में है परंतु वह विपक्षी पार्टियों एदलों और अपने विपक्षी संगठनों के झांसे में गुमराह होकर यह सारे प्रदर्शन एभूख हड़ताल कर रहा है इससे उसको कोई फायदा होने नहीं है ण्इसलिए अपनी यह हड़ताल एप्रदर्शन खत्म करने चाहिए ।
यह विपक्षी पार्टियां अपनी राजनीतिक गोटियां सेक रही है परंतु इनको कोई इससे फायदा होने वाला नहीं है क्योंकि सरकार ने किसानों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई है और किसानों को इससे काफी लाभ हो रहे हैं बहुत सारे संगठन व किसान इन बिलों के इत में है य विपक्षी पार्टियों द्वारा चलाया गया आंदोलन ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है।