याद रखना विधायक का पद अस्थायी है जबकि पूर्व विधायक का पद जीते जी व मरने के वाद भी स्थायी है :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक……..
याद रखना विधायक का पद अस्थायी है जबकि पूर्व विधायक का पद जीते जी व मरने के वाद भी स्थायी है :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक……..
यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हिमाचल प्रदेश पूर्व विधायक परिषद के उपाध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक ने कहा कि विधानसभा में मेजें थपथपा कर ध्वनि मत से प्रस्ताव पारित कर जिन विधायकों ने निवर्तमान विधायकों को पेंशन से वंचित कर दिया गया । याद रखना विधायक का पद अस्थायी है जव कि पूर्व विधायक का पद जीते जी ही नहीं बल्कि मरने के उपरान्त भी स्थायी है। यहाँ व्यक्ति की अभिव्यक्ति की आजादी का इससे बड़ा उदाहरण ओर कहीं नहीं मिलेगा । जहां आपसी रंजीस , बदले की भावना व पूर्वाग्रह से विधेयक को अंजाम दिया गया । पूर्व विधायक ने कहा हलांकि प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य सभा चुनाव में मतदान के लिए किसी भी विधायक को नियम बाधित नहीं करते । बजट सत्र के दौरान इन विधायकों की अनुपस्थिति तो मात्रा एक बहाना है इनका सरेआम आरोप है इस काल खण्ड के दौरान तो स्वयं स्पीकर साहब ही अनुपस्थित थे । दूसरा इन विधायकों ने थोड़ी पार्टी से त्यागपत्र दिया है इन्हें तो पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाया है । इस तमाम घटना पर रहस्योद्घाटन प्रकट करते हुए विधायक परिषद के उपाध्यक्ष ने कहा कि तमाम भारतवर्ष की सभी बिरादरीयां एकजुट हो रही है ओर इस बिरादरी ने एक नया कीर्तिमान स्थापित करके हिमाचल में मिसाल पेश कर दी । जव कि दलवदल का तो सबसे बडा उदाहरण भारतवर्ष की जनता ने श्री पी वी नरसिम्हाराव जी के राज में बखूबी देखा था । प्रवीन कुमार ने कहा इस विधेयक के पास हो जाने पर अव जिन निवर्तमान विधायकों की पेंशन बन्द होगी वे पहले से ही इतने साधन सम्पन्न है कि इसका इन्हे कोई फर्क नहीं पड़ेगा ।