जयराम का धोखा : फ्री बिजली महज़ एक छलावा है और कुछ भी नहीं – राजीव अंबिया, ELECTION YEAR में मुर्गी लगी अण्डे देने
*60 यूनिट फ्री बिजली महज़ एक छलावा है और कुछ भी नहीं – राजीव अंबिया
नाम बड़े और दर्शन छोटे
Una : MAHESH GAUTAM
हिमाचल सरकार जिसमें हाल ही मे 25 जनवरी 2022 हिमाचल दिवस पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने 60 यूनिट बिजली फ्री की घोषणा की थी जो सिर्फ और सिर्फ एक छ्लावा है जबकि उसके पीछे की हकीकत कुछ और ही कहती है । इस फ्री छ्लावे के पीछे जो भी कालानुक्रम उसको समझने की जरूरत है माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा कहे गए शब्दों के मायाजाल को समझने की जरूरत है । इसी विषय पर आम आदमी राज्य प्रवक्ता राजीव अंबिया आम आदमी पार्टी अंबिया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुये कहा है की माननीय मुख्यमंत्री जी ने हिमाचल क बोलेवाले लोगों के साथ अपने शब्दों का मायाजाल बुनकर धोखा किया है । उन्होने अपने शब्दों में कहा है कि हर महीने 60 यूनिट बिजली खपत करने वालों को बिजली फ्री दी जाएगी जबकि आज के समय मे मात्र 60 यूनिट कि खपत करने बाला घर बिरला ही होगा ,और अगर आप उस से ज्यादा खपत करते है उनको शून्य से लेकर पहले 125 यूनिट कि खपत करने पर 1 रुपया प्रती यूनिट कि दर से भुगतान करना होगा व उसके ज्यादा कि खपत जो कि 126 यूनिट से 300 यूनिट कि खपत होगी उस पर प्रति यूनिट खर्च 3.95 रुपए और 300 यूनिट से ज्यादा खपत पर 5 रुपए प्रति यूनिट भुगतान करना होगा। साथ प्रदेश प्रवक्ता ने सीधे शब्दों मे यह पूछा है जो आंकड़े दिये गए हैं उनमें कितनी सच्चाई है ? पूर्ण हिमाचल मे कुल कितने घर है जो सिर्फ और सिर्फ 60 यूनिट ही खपत करती है । अपने वक़्त्ब्य में शब्दों का मायाजाल बुनकर माननीय मुख्यमंत्री श्री जय राम जी ने सूबे के भोलेवाले लोगों को प्यार से ठग लिया । ज्ञात रहे कि हिमचाल प्रदेश एक सबसे बड़ा बिजली उत्पादक राज्य से जाना जाता है और साथ ही यह भी कि जीतने भी बिजली के प्रोजेक्ट सूबे मे लगाए गए हैं वे आमजन कि जमीन को लेकर बनाए गए थे व हजारों लाखों कि संख्या मे लोगों को विस्थापित कर बनाए गए थे जो कि आज भी पुनर्वसन कि राह आज भी ताक रहे हैं आखिर कब तक यूं ही राज्य सरकार आमजन से धोखा करती रहेगी । हिमाचल मे बनने वाली बिजली हिमाचल से ही लेकर दूसरे राज्यों में सस्ती व फ्री भी दे रहे जबकि सूबे के लोगों का उन्ही के अधिकारों से वंचित रखा गया हैं । हिमाचल प्रदेश कि बिजली के मामले मे ही अन्य राज्यों से हजारों करोड़ों रुपए कि लेनदारी अभी बकाया है उस पर कार्यवाही न कर सूबे कि सरकार सूबे के लोगों पर ही भरी भरकर बिल्लों से लाद रही है , जबकि लोगों से जमीन लेकर बांध बनाने व बिजली तैयार करने को 3% रोयल्टी जो हिमाचल सरकार को फ्री बिजली के रूप मे अदा करनी थी उसकी दरकिनार कर सूबे कि जनता को तरह – तरह से शब्दों के मायाजाल बुन ठगा जा रहा है ।दूसरी तरफ हिमाचल सरकार इस तरह का फ्री बिजली का झांसा देकर सूबे के लोगों को दिल्ली मोडेल जो कि आम आदमी पार्टी द्वारा बनाया गया है कि कॉपी कर भोलेवाले लोगों क साथ राजनीतिक षड्यंत्र कर रही है जबकि वास्तविक जमीनी हकीकत कुछ और ही है । प्रदेश प्रवक्ता ने सीधे प्रश्नों मे यह पूछा है कि दिल्ली सरकार अगर बाहरी राज्य से बिजली खरीद कर दिल्ली मे 300 यूनिट तक फ्री दे सकती है तो हिमाचल क्यों नहीं ? जबकि सूबे के लोगों की जमीन पर बांधों की बिजली पर प्रथम अधिकार सूबे के लोगों का है और उन्ही को मंहगी बिजली दी जा रही है । आम आदमी पार्टी प्रदेश प्रवक्ता सूबे के आमजन से अपील करता है कि मौजूदा सरकार कि इन चिकनी चुपड़ी बातों मे न आए व साथ ही यह भी आसवस्त करती है आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश आमजन के अधिकारों को पूर्ण रूप से सुरक्षित करेगी ।