डॉ. विवेक शर्मा, प्रधानाचार्य ने राष्ट्रभाषा हिंदी का भविष्य बताया उज्ज्वल, दिल से सम्मान करने का किया आह्वान

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आज हिन्दी दिवस पर हिन्दी को सम्मान देते हुए एक बहुत ही ख़ूबसूरत कवि सम्मेलन का आयोजन श्री गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म महाविद्यालय स्थित राजपुर (पालमपुर) हिमाचल प्रदेश के ख़ूबसूरत सभागार में मनाया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा0 विवेक कुमार शर्मा जी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ने शिरकत की ।

डा0 सुशील कुमार फुल्ल जी विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम के आख़िर क्षणों तक उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम की जो सबसे सुंदर और महत्वपूर्ण उपलब्धि रही वह यह कि इस कवि सम्मेलन में महाविद्यालय की लगभग 28 छात्राओं और दो या तीन छात्रों ने हिन्दी में सुंदर कविता पाठ किया जिसे सुनकर ऐसा लगा कि हमारी राष्ट्र भाषा हिंदी का भविष्य उज्जवल है। युवा कवयित्रियों में अद्भुत उत्साह दिखा।

शेष साहित्य सदन पपरोला के लिए यह गौरवशाली क्षण था जब एक खूबसूरत मंच से इतने युवा साहित्यकारों को सुनने का अवसर मिला।

इससे सदन का जो मुख्य उद्देश्य युवा साहित्यकारों को जोड़ने का भी सफल हुआ। महाविद्यालय के बहुत से प्राध्यापकों द्वारा भी सदन से जुड़ने में रुचि प्रक्ट की ।

शेष साहित्य सदन पपरोला द्वारा आयोजित इस समारोह में सदन के माननीय सदस्यों ने भाग लिया उनका विवरण इस प्रकार है ।

सर्व श्री/ सुश्री/ श्री मती
फ्लाईट इंजीनियर सुरेश राज शर्मा , Disaster management Expert, डा0 सुरेश सुबेहिया, इ0 हाकम भारद्वाज,इं0 प्यार चन्द ,कर्म सिंह, कमलेश सूद,सुरेश लता अवस्थी, रविंद्रा, उषा कालिया, अरुणा व्यास, तथा शिवानी,एक युवा साहित्यकारा ने भाग लिया।

शेष साहित्य सदन पपरोला द्वारा मुख्य अतिथि जी को एक शाल तथा टोपी पहना कर सम्मानित किया गया। आदरणीय डा0 सुशील कुमार फुल्ल जी विशिष्ट अतिथि के रूप में एक स्कार्फ दे कर सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के प्राध्यापक अरविंद जी को भी एक स्कार्फ भेंट कर सम्मानित किया गया।

कुछ साहित्यकारों द्वारा अपनी अपनी पुस्तकों की कुछ प्रतियां महाविद्यालय के पुस्तकालय के लिए प्रधानाचार्य जी को भेंट कीं।

महाविद्यालय ने आये हुए शेष साहित्य सदन पपरोला के कविवृंद को प्रधानाचार्य डा0 विवेक कुमार शर्मा जी द्वारा एक डायरी व सुंदर पैन भेंट किया गया।

इस अवसर पर मुख्यातिथि ने अपने सम्बोधन में हिन्दी भाषा के भविष्य को उज्ज्वल बताते हुए अपने कामकाज में हिंदी भाषा के अधिकाधिक प्रयोग पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि हमें अपनी राष्ट्र भाषा का सम्मान करना चाहिए व इस पर गौरवान्वित होना चाहिए क्योंकि हिंदी में हमारी जान बसती है।
कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथि द्वारा ज्योति प्रज्ज्वलित कर छात्राओं द्वारा माॅं सरस्वती वंदना से किया गया। कार्यक्रम के अन्त राष्ट्र गान से हुआ।
महाविद्यालय द्वारा ही आते हुए कवि वृन्द के लिए स्वादिष्ट प्रीति भोज का आयोजन भी किया गया।

शेष साहित्य सदन पपरोला के अध्यक्ष शक्ति चन्द राणा “शक्ति”
द्वारा मुख्य अतिथि व महाविद्यालय परिवार का इस आयोजन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया।

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