सरकार अपने कर्मचारियों को दर दर की ठोकरें खिलवाने में मशहूर हुई आज तक नही मिली रिटायर कर्मियों को सम्मान जनक पेंशन जबकि बुढ़ापे में मिलने वाली पेंशन भी इन रिटायर कर्मियों को मिलने वाली पेंशन से ज्यादा है ।
न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ राज्य उपाध्यक्ष अनूप वालिया ने पूछा कि रिटायर नेता कब लाखों में मिलने वाली पेंशन लेना बंद करेंगे । अगर कर्मचारी पेंशन का हक नही रखते तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिटायर विधायकों व सांसदों की पेंशन क्यों बन्द नही करते ।
कर्मचारी अगर सरकार का अंग नही तो फिर क्यों उन्हें सरकार अपनी रीढ़ का हिस्सा मानती है ।
प्रवीण शर्मा संघ राज्य अध्यक्ष , महासचिव राजेन्द्र स्वदेशी , वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर शर्मा , जिला कांगड़ा अध्यक्ष कुलजीत राणा , राज्य प्रवक्ता रविन्द्र शर्मा मल्लू , राज्य महिला विंग अध्यक्ष रीता डोगरा , राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवना राणा , जिला शिमला अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा , जिला हमीरपुर अध्यक्ष संजय कुमार व अन्य ने कर्मचारियो को मिलने वाली पेंशन सुविधा बन्द करने के लिए कोसा व अफसोस प्रकट किया कि कर्मचारियो का पैसा जिस प्रकार से एक एनएसडीएल चिट फंड कम्पनी के हवाले किया जा रहा है उस पैसे को सरकार विकास कार्यों में प्रयोग क्यों नही कर पा रही है।
सरकार के कर्मचारी आहत हैं क्योंकि उन्हें रिटायर मेन्ट के बाद 100 फीसदी फंड नही मिल रहा है ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पी सतेंदर सिंह तिवारी ने भी कहा कि अगर सरकार कर्मचारियो की सुध लेने में असमर्थ है तो फिर तीसरा राजनीतिक दल खड़ा करना होगा ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि अब अंधेर नगरी चौपट राजा वाली स्तिथि आ चुकी है और साथ ही उन्होंने हिमाचल राज्य अध्यक्ष प्रवीण शर्मा को बधाई दी क्योंकि उन्होंने हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियो की पेंशन हक की आवाज को बुलन्द किया है ।