श्री हेमराज बेरवा, IAS, डीसी बोले…आदर्श आचार संहिता लागू होते ही सभी होर्डिंग्स, पोस्टर तथा बैनर तत्काल प्रभाव से हटाने होंगें
आचार संहिता लागू होने पर त्वरित प्रभाव से हटानी होगी प्रचार सामग्री: डीसी
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी सी-विजिल तथा सुविधा ऐप की जानकारी
धर्मशाला
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी हेमराज बैरवा ने सभी विभागों के अधिकारियों को लोकसभा चुनाव के लिए आवश्यक तैयारियां अतिशीघ्र पूरी करने के निर्देश देते हुए कहा कि चुनावों की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी तथा सभी होर्डिंग्स, पोस्टर तथा बैनर तत्काल प्रभाव से हटाए जाना अत्यंत जरूरी है।
बुधवार को राजनीतिक प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने बताया कि सभी सरकारी भवनों और परिसरों से होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर, झंडे, राजनीतिक नेताओं के फोटोयुक्त कैलेंडर एवं अन्य प्रचार सामग्री 24 घंटे के भीतर, विभिन्न सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, चैक-चैहारों एवं दीवारों इत्यादि से 48 घंटे के भीतर और विभिन्न निजी परिसरों से 72 घंटे में हटानी होंगी। अगर किसी व्यक्ति ने अपने निजी परिसर में अपनी सहमति से यह सामग्री लगवाई है तो इस संबंध में उससे लिखित अनुमति लेनी होगी। सरकारी वेबसाइटों और सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स से भी राजनीतिक नेताओं के फोटो तुरंत हटा दिए जाएंगे।
उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने विभागों, परिसरों और कार्यक्षेत्रों में लगी इस सामग्री की सूची अभी से ही तैयार कर लें, ताकि चुनाव की घोषणा होते ही इन्हें तुरंत हटाया जा सके।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार आदर्श आचार संहिता के दौरान सरकारी विश्रामगृहों और अन्य परिसरों में चुनावी बैठकों और जलसों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। विश्रामगृहों में किसी भी व्यक्ति को 48 घंटे से अधिक की अवधि के लिए कमरा नहीं दिया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पूरा अध्ययन करें तथा आदर्श आचार संहिता के बारे में पूरी क्लैरिटी रखें, ताकि किसी भी स्तर पर कनफ्यूजन या अनावश्यक विवाद की स्थिति पैदा न हो। उपायुक्त ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान सभी विभागों के संसाधनों को कभी भी उपयोग में लाया जा सकता है। इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मतदान की प्रतिशतता बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग विशेष रूप से फोकस कर रहा है।
इस अवसर पर चुनाव व्यय निगरानी की दृष्टि से उपयोग में लाई जाने वाली विभिन्न वस्तुओं के रेट भी निर्धारित किए गए इसके साथ ही राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से सी विजिल ऐप तथा सुविधा ऐ पके बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई ताकि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। इस अवसर पर तहसीलदार निर्वाचन संजय राठौर सहित विभिन्न अधिकारी तथा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।