शिमला: प्रदेश में 26 जुलाई तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। जबकि 21 और 22 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिले के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए नेशनल फ्लैश फ्लड गाइडेंस जारी किया है। इसके तहत 21 जुलाई बुधवार सुबह 11:30 बजे तक अचानक बाढ़ का खतरा जताया गया है। विभाग के अनुसार चंबा, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला जिले में आने बाढ़ का खतरा है।
उधर, चंबा में भरमौर-पठानकोट नेशनल हाईवे गैहरा के पास भूस्खलन से बाधित हो गया है। हाईवे पर वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित है। वहीं, चंबा-तीसा मार्ग भारी बारिश के बाद भूस्खलन से नकरोड बाजार के पास बंद हो गया। मंडी से कुल्लू वाया कटौला सड़क कमांद के पास भूस्खलन के कारण बाधित रहा।
कल्पा में न्यूनतम तापमान 13.4, शिमला 16.6, सुंदरनगर 22.4, भूंतर 21.2, धर्मशाला 18.8, ऊना 20.8, नाहन 22.2, केलांग 12.8, पालमपुर- सोलन 20.0, मनाली 17.0, कांगड़ा 22.6, मंडी 21.0, बिलासपुर 23.0, हमीरपुर 21.2, चंबा 21.9, डलहौजी 15.6 और कुफरी 15.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सैलानियों और स्थानीय लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की अपील की गई है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जहां भी सड़क अवरुद्ध होती है, उसे रिस्टोर किया जाए। उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे नदी, नालों और पानी वाली जगहों पर न जाएं। भारी बारिश से नदी-नाले ऊफान पर हैं। ऐसे में इनके नजदीक जाना खतरनाक साबित हो सकता है। इसको देखते हुए प्रशासन ने एहतियात बरतने की सलाह दी है।