अस्पताल की दीवारों से उखड़ रही टाइलों से मरीजों की जान को खतरा, विभाग सोया है
अस्पताल मैनेजमेंट को नहीं परवाह, हो सकता है हादसा
अस्पताल की दीवारों से उखड़ रही टाइलों से मरीजों की जान को खतरा
अस्पताल मैनेजमेंट को नहीं परवाह, हो सकता है हादसा
India Reporter Today
Bhuntar : Munish Kundal
Sub Editor
जिला कुल्लू के भुंतर स्थित तेगुबेहड़ अस्पताल भवन की दीवारों पर लगी टाइलें किसी हादसे को न्यौता दे रही हैं। टाइलों के गिरने से अस्पताल आने वाले मरीजों, तीमारदारों व अस्पताल के स्टाफ को भी चोट लगने का खतरा है। जबकि कोरोना काल में के तेगुबेहड़ अस्पताल में मरीजों की तादाद बढ़ गई है। जिला कुल्लू के सबसे तजुर्बेकार डॉक्टर कल्याण ठाकुर आजकल यहां अपनी सेवा देे रहे हैं। इस लिए लोग अपना चेकअप एवं इलाज करवाने तेगुबेहड़ अस्पताल का रुख कर रहे हैं। अस्पताल की दूसरी- तीसरी मंजिल को जाने वाले रास्ते की दीवार से कुछ टाइलें तो उखाड़ चुकी है वहीं कुछ गिरने की कगार पर है। जिनसे अस्पताल आने जाने वालों को चोट लगने का खतरा है। मरीजों के बैड के पास भी टाइलों के उखाड़ने का सिलसिला जारी है। तीसरी मंजिल में बिम के साथ सीलिंग में लगी टाइलें अगर किसी के ऊपर गिरती है तो बहुत बड़ा हादसा को सकता है । यह सब देखकर भी अस्पताल मैनेजमेंट लापरवाह बना है। हालांकि इस नएं भवन के उद्घाटन के कुछ समय बाद ही टाइलें गिरना व दीवारों में दरारें अना शुरू हो गई थी। तब भी मीडिया द्वारा इस मामले को उठाया गया और लीपापोती कर कुछ सुधार किया गया। अब भी ऊपर वाली मंजिलों के रास्ते के अलावा और कई जगह से टाइलें उखड़ रही है। दीवारों से टाइलें गिरने से अस्पताल में लगाए मटेरियल की गुणवत्ता पर जनता काफी सवाल उठा रही है। यहां इलाज को पहुंच रहे मरीजों, तीमारदारों व अस्पताल स्टाफ को भी उखड़ रही टाइलों से खतरा है। अस्पताल की दूसरी – तीसरी मंजिल में ही मरीजों को दाखिल भी किया जाता है तो मरीजों व तीमारदारों का आना जाना लगा रहता है। गौर रहे मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने तेगुबेहड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अपग्रेड कर नागरिक चिकित्सालय किया । वहीं तेगुबेहड़ अस्पताल के इंचार्ज डॉ प्रेम लाल ने कहा कि उखड़ रही टाईलों के बारे उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा। ताकि इसकी रिपेयर समय पर हो जाए।