टोक्यो: Tokyo Olympics के शुरू होने में नौ दिन का वक्त रह गया है। छह महीने बाद संक्रमण के मामलों में इतने की वृद्धि हुई है। इससे पहले 22 जनवरी को 1184 मामले दर्ज किए गए थे। कोरोना वायरस के बढ़ते हुए मामले उसी दिन दर्ज किए गए जिस दिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक को टोक्यो में जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा से शिष्टाचार मुलाकात करनी थी। सुगा और बाक दोनों ने कहा है कि टोक्यो ओलंपिक सुरक्षित तरीके से आयोजित किए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थामस बाक ने कहा कि दर्शकों को टोक्यो ओलंपिक से बाहर रखने का फैसला भारी मन से किया गया लेकिन इसके बावजूद उन्हें भुलाया नहीं जाएगा। बाक ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय प्रसारण केंद्र का दौरा किया था। बता दें कि टोक्यो में कोविड-19 से जुड़े कड़े दिशानिर्देशों के कारण दर्शक स्टेडियमों में नहीं आ पाएंगे। बाक ने कहा, ‘दर्शकों को बाहर रखने का फैसला भारी मन से किया गया लेकिन इससे यह साबित होता है कि आईओसी ओलंपिक खेलों के सुरक्षित आयोजन के प्रति गंभीर है।’
ओलंपिक खेलों के शुरू होने पहले टोक्यो में आपातकाल लागू कर दिया गया है। यह आपातकाल 22 अगस्त तक लागू रहेगा। कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखकर यह फैसला लिया गया। आपातकाल के दौरान पार्क, संग्रहालय, थिएटर और अधिकांश दुकानें एवं रेस्तरां को रात आठ बजे बंद करने का अनुरोध किया गया है। टोक्यो के निवासियों से गैर-जरूरी चीजों के लिए बाहर निकलने से बचने और घर से काम करने का अनुरोध किया गया है। लोगों को मास्क पहनने और अन्य सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए कहा गया है।
सुगा ने बाक से सुनिश्चित करने को कहा है कि ओलंपिक सुरक्षित होंगे विशेषकर जापान की जनता के लिए, जिनमें 20 प्रतिशत से कम का ही पूर्ण टीकाकरण हुआ है। सुगा ने बाक से कहा, ‘हमारे लोगों को समझाने और टोक्यो ओलंपिक की सफलता के लिए यह बेहद आवश्यक है कि सभी प्रतिभागी महामारी के खिलाफ कार्रवाई और उपाय करें।’ उन्होंने कहा, ‘खेलों के मेजबान के रूप में, मुझे उम्मीद है कि आईओसी प्रयास करेगा, ताकि सभी खिलाड़ी और हितधारक इन उपायों का पूरी तरह से पालन करें।’ बाक ने सुगा से कहा कि ओलंपिक खेल गांव में रहने वाले 85 प्रतिशत खिलाड़ियों और अधिकारियों का पूर्ण टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आईओसी के लगभग शत प्रतिशत सदस्य और आईओसी स्टाफ का टीकाकरण हुआ है जबकि अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा प्रतिनिधियों में भी 70 से 80 प्रतिशत का टीकाकरण हुआ है।