इन्साफ संस्था के ड्रीम प्रोजेक्ट कुण्डन में प्रस्तावित काऊ सैन्च्यूरी के ऊपर किसने की राजनीति :- प्रवीन कुमार अध्यक्ष इन्साफ
इन्साफ संस्था के ड्रीम प्रोजेक्ट कुण्डन में प्रस्तावित काऊ सैन्च्यूरी के ऊपर किसने की राजनीति :- प्रवीन कुमार अध्यक्ष इन्साफ
.समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के ड्रीम प्रोजेक्ट का स्लोगन “नहीं दिखेंगी पालमपुर की सड़कों पर बेसहारा गऊ माताएँ” के ऊपर किसने जमकर व डटकर राजनीति की । यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा यह सर्वविदित है कि जनवरी 2018 में संस्था की पहली बैठक में इस विषय पर बड़ी गम्भीरता के साथ व्यापक एवं विस्तृत चर्चा हुई कि हिन्दू धर्म में गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया गया है। लेकिन जगह जगह गम्भीर रूप से घायल इन बेसहारा गऊ माताओं की दुर्दशा को देखकर संस्था ने काऊ सैन्चूयरी के निर्माण का निर्णय लिया । इस अभियान को तीव्र गति प्रदान करते हुए संस्था ने पालमपुर हल्के के सभी पटवार वृतों के राजस्व अभिलेख को खंगाला । अन्ततोगत्वा संस्था को पटवार सर्कल धनोटा के अन्तर्गत ग्रांम पंचायत बडसर ( कुण्डन ) में लगभग तीन सो कनाल रकवा मिल गया। इस विषय को लेकर संस्था ने उस वक्त की पंचायत प्रधान श्रीमती किरण वाला से सम्पर्क किया । इस तरह किसानों के खेतों की उजाड़ को देखते हुए किरण वाला ने ग्रांम सभा की बैठक में काऊ सैन्च्यूरी के निर्माण का प्रस्ताव पारित कर ( एन ओ सी ) संस्था की सेवा में प्रेषित किया ।
यह विस्तृत जानकारी देते हुए संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि एक लम्बी प्रक्रिया के चलते कभी उप मण्डल अधिकारी (नागरिक) पालमपुर तो कभी काऊ सेवा आयोग के चेयरमैन तो कभी पशु पालन मन्त्री द्वारा विभिन्न विभागों के साथ कई बार इस प्रस्तावित जगह का संयुक्त निरिक्षण किया गया । इसी तरह कभी पी डबल्यू डी तो कभी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग तो कभी एच पी आई डी सी को इस प्रस्तावित काऊ सैन्च्यूरी के प्राकलन को तैयार करने के आदेश जारी होते रहे । विभागों की इस रस्सा कस्सी में अन्तत: लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार किये गये 2 करोड़ 94 लाख रुपये के प्राकलन को स्वीकृति प्रदान की गई । इस तरह संस्था द्वारा कड़ी मेहनत करने के उपरान्त सरकार ने जवाब दे दिया कि संस्था के नाम लीज डीड नहीं हो सकती । जव संस्था के साथ एम ओ यू साईन करने की बात आई तो पता नहीं किस राजनैतिक दबाव के चलते यहाँ भी टालमटोल होती रही । संस्था के अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा जव इस काऊ सैन्च्यूरी का निर्माण कार्य चला हुआ था तो तमाम संस्था के सदस्यों ने निर्माणाधीन काऊ सैन्च्यूरी स्थल का निरिक्षण करके घटिया कार्य अर्थात गुणवत्ता के ऊपर प्रश्न उठाए । इस तरह वेजुवान पशुओं के लिए बनाई जा रही शरण स्थली के निर्माण कार्य में इस तरह की कथित कोताही व कारगुजारी से आहत संस्था ने क्वालिटी कन्ट्रोल धर्मशाला को पत्र लिखा। यहाँ इस पत्र का संस्था को जवाब देना तो दूर उल्टा सम्बधित के मन्त्री व काऊ सेवा आयोग के अध्यक्ष की गैर मौजूदगी में साथ ही संस्था को विशवास में लिए विना विधानसभा चुनावों की आचार संहिता के कुछ घण्टे पहले ही इस अधूरी काऊ सैन्च्यूरी का उदघाटन कर दिया गया । अव यह काऊ सैन्च्यूरी भवन इस प्रकार की कथित कार्य प्रणाली के चलते लम्बे समय से आंसू बहा रहा है। इन्साफ संस्था के अध्यक्ष ने मांग की है कि जिस तरह मान्य न्यायालय ने काऊ सदनों के ऊपर हुए खर्चे का ब्योरा सम्बधित विभाग से मांगा है उसमें कुण्डन में भी हुए घटिया किस्म के काऊ सैन्च्यूरी के निर्माण कार्य के खर्चे को भी शामिल किया जाए । साथ ही संस्था जानना चाहती है कि इतना लम्बा समय हो गया आज दिन इस काऊ सैन्च्यूरी का संचालन क्यों नहीं हो रहा है। प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की सुक्खू सरकार स्थानीय वासियों व किसानों को इस कृत्य का जवाब एवं स्पष्टीकरण दे ।
कैप्सन :- जव काऊ सैन्च्यूरी का घटिया किस्म का निर्माण कार्य चला हुआ था तो उस वक्त इन्साफ संस्था के सदस्यों ने मौका निरिक्षण करने के उपरान्त ही क्वालिटी कन्ट्रोल को पत्र लिखा था । सामूहिक फाईल चित्र ।