अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने किया इंटेंसिफाइड अभियान का शुभारंभ

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RAJESH SURYAVANSHI, CHAIRMAN MISSION AGAINST CORRUPTIONcum Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP

*अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने किया इंटेंसिफाइड अभियान का शुभारंभ*
ग्राम पंचायतों में शपथ, कॉलेजों में रेडरिबन क्लब जागरूकता फ्लैश मोब, स्टिग्मा एवम डिस्क्रिमिनेशन सत्र, आशा वर्कर डोर टू डोर, ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवम पोषण समिति, स्कूलों मे रैलियां, गांवों मे चर्चा

युवा वर्तमान में सबसे बड़ा आयुवर्ग है और भविष्य की तस्वीर भी है। लेकिन मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर युवा बेहतर भविष्य कभी नहीं बन सकता। इसलिए मौजूदा दौर ज्यादा चुनौतीपूर्ण है।

अगर आज युवाओं को एच.आई.वी. जैसे संक्रमण जिम्मेदाराना यौन व्यवहार और नशे के सेवन के प्रति जागरूक नहीं किया गया तो भविष्य की तस्वीर अन्धकारमय हो सकती है। इसलिए युवाओं को जिम्मेदार विकल्प चुनने के लिए न केवल प्रोत्साहित किया जाए, बल्कि उन्हें अनुकूल माहौल भी उपलब्ध करवाया जाए। इस वायरस से बचने के लिए युवाओं में रेड रिबन क्लब के माध्यम से जानकारी और जीवन कौशल बढ़ाने की जरूरत है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में साँझा की।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने बताया कि जिला में 90 रेड रिबन क्लब सक्रिय हैं जो युवाओं में स्वास्थ्य संबंधी सही जानकारी का प्रचार प्रसार व भ्रांतियों को दूर करने के लिए प्रयासरत हैं। वहीं जिला में 10 आई.सी.टी.सी. केन्द्रों में एच.आई.वी. पर मुफ्त, गोपनीय व विश्वसनीय परामर्श एवं जांच सुविधाएं का विस्तार करके ग्रामीण क्षेत्रों तक राष्ट्रीय कार्यक्रम की सुविधाएं प्रदान की गई हैं।
डॉ राजेश गुलेरी जिला कांगड़ा में विशेष अभियान के बारे जानकारी देते हुए बताया कि
• अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में 14 अगस्त ,2024 को रेड रन मैराथन का आयोजन किया जायेगा जिसमे जिला कांगड़ा के 20 राजकीय महाविद्यालयों धर्मशाला, नगरोटा बगवा, शाहपुर, ज्वाली, देहरा, रे, नूरपुर, मटौर, बडोह , डाडासीबा, जीसीटीई धर्मशाला,राजकीय पोलटेक्निक कालेज कांगड़ा, राजकीय फार्मेसी कालेज कांगड़ा, गुरु द्रोणाचार्य नर्सिंग कालेज योल, द्रोणाचार्य पीजी कालेज ऑफ एजुकेशन रैत, आरसी कालेज आफ एजुकेशन धनोट, क्षत्रिय कॉलेज ऑफ एजुकेशन इंदौरा, एच आई ई टी, आईआईटी बैजनाथ, आईआईटी सेराथाना के छात्र – छात्राओं भाग लगे। इस प्रतियोगिता में 17 वर्ष से 25 वर्ष आयु वर्ग के छात्रों ने भाग लगे।


• जिला कांगड़ा के विभिन्न भागों में पांच निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है । जिसका लक्ष्य जिला कांगड़ा की जोखिम आबादी तक एचआईवी की जांच, हीमोग्लोबिन की जांच, टीबी(क्षय रोग) की जांच , रक्तचाप की जांच , हेपेटाइटिस बी की जांच, हेपेटाइटिस सी की जांच, यौन संचारित रोग (एसटीआई) की जांच, मधुमेह (शूगर)की जांच , जागरूकता , टेस्टिंग व निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराना है । जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला एड्स कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजेश सूद ने बताया कि इन शिविरों का आयोजन 20 अगस्त को मेला ग्राउंड नजदीक,पंचायत भवन परौर, पंचायत भवन जंडपुर(बैजनाथ), महिला मंडल भवन दाड़ी, पंचायत भवन नागनी नूरपुर , पंचायत भवन नगरोटा बंगवा में किया जायेगा । इन शिवीरों का आरम्भ समय सुबह 11 बजे होगा । जिसमें सभी जांचे निःशुल्क, अनुभवी डॉक्टरों से परामर्श व रोगों की रोकथाम के लिए आवश्यक जानकारी की सुविधा मिलेगी ।
• रेड रिबन क्लब राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला, तकीपुर, बैजनाथ, नूरपुर, ढलयारा, नेताजी सुभाष नर्सिंग महाविद्यालय पालमपुर, सत्यम नर्सिंग महाविद्यालय शाहपुर, गुरु द्रोणाचार्य नर्सिंग महाविद्यालय योल में फ्लैश मोब के माध्यम से जागरूकता की जायेगी।
• एड्स बिमारी के साथ अज्ञानता के कारण कुछ गलत फहमियां जुड़ गई हैं, जिसके कारण एड्स रोगियों को समाज में तिरस्कार की भावना से देखा जाता है। रेड रिबन क्लबों में स्टिग्मा एवम डिस्क्रिमिनेशन सत्रों का आयोजन 12 सितंबर से 12 अक्टूबर तक किया जायेगा।
• 12 सितंबर से 12 अक्टूबर तक डाडासिबा, ज्वालामुखी, थुरल स्वास्थ्य खंडो में आशा वर्कर डोर टू डोर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी।
• ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवम पोषण समितियों की बै ठक में आशा वर्करज आईपीसी द्वारा एच.आई.वी. रोगों के बारे विवाहित जोड़ो को जागरूकता देंगी।
• 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक कांगड़ा जिला के स्कूलों की प्रार्थना सभा मे जागरूकता गतिविधि शिक्षा विभाग के सहयोग से 12 अगस्त से 12 अक्टूबर तक आयोजित की जाएंगी।
• आगामी दो महीनों तक ग्रामीण क्षेत्रों में नेहरू युवा केन्द्र संगठन द्वारा जागरूकता गतिविधियों को आयोजित किया जाएगा।
• ग्रामीण क्षेत्रों जागरूकता बढ़ाने के लिए फोक गतिविधियां, आईईसी वैन की व्यवस्था भी की जाएगी।
• एचआईवी, एसटीआई जागरूकता के लिए आईईसी पोस्टर, हैंबिल्स, ऑडिओ विज्युल सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
• 12 अगस्त से 31 अगस्त तक शहरी क्षेत्रों में स्कूल, कॉलेजों व एनजीओ द्वारा मिलकर जागरूकता रैलियां भी निकाली जाएगी तथा शहरी क्षेत्र के कॉलेजों में रेडरिबन क्लब, एनएसएस व एनसीसी यूनिटों के माध्यम से जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
• 12 अगस्त से 31 अगस्त तक शहरी क्षेत्र के जिला अस्पताल में एचआईवी, एसटीआई से जुडे विशेष जागरूकता कैम्प लगाए जाएंगे जिनमें टेस्टिंग, काउंसलिंग व उपचार की सुविधा दी जाएगी व आईसीसी सामग्री तथा अस्पताल में जागरूकता सामग्री दर्शाई जाएगी।
• 12 अगस्त से 31 अगस्त तक शहरी क्षेत्र की स्लम क्षेत्र जोखिम आबादी को एनएसीपी फील्ड प्रतिनिधि आईईसीसी सामग्री वितरित करेंगे व ग्रुपों में चर्चा द्वारा जागरूक करेंगे।
• ग्रामीण क्षेत्रों में 12 अक्टूबर तक चलने वाले इस अभियान के अंतर्गत जिला कांगड़ा के विभिन्न भागों में 12 अगस्त से कॉन्सलर्ज व आउट रीच वर्करज गांवों व आसपास के स्कूलों में एचआईवी, एसटीआई से जुड़ी जागरूकता गतिविधि करेंगे।
• 2 अक्टूबर को ग्राम पंचायतों में शपथ दिलाई जाएगी।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला एड्स कार्यक्रम अधिकारी डॉ आर.के.सूद ने इस अवसर पर चर्चा करते हुए बताया कि यह बिमारी केवल असुरक्षित यौन संबंध बार बार प्रयोग की गई सुईयों का प्रयोग, संक्रमित रक्त रोगी को चढ़ाने व एच.आई.वी. संक्रमित गर्भवती माँ से बच्चे को होती है। यह बीमारी एच.आई.वी. एड्स से प्रभावित व्यक्ति के साथ सामान्य संपर्क जैसे हाथ मिलाने, छूने, काम करने व खेलने, उसके बर्तनों व कपड़ों का इस्तेमाल करने, उसके द्वारा पकाया भोजन खाने अथवा मच्छर या किसी अन्य कीड़े के काटने, स्विमिंग पूल में नहाने या शौचालयों के उपयोग से एड्स नहीं फैलता है।
इस दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश सूद, जिला कार्यक्रम अधिकारी, दिशा कार्यक्रम स्टाफ, कॉन्सलर्ज भी उपस्थित रहे।

बॉक्स 1 : आकंडे – अपना स्टेटस जानें
• विश्व में 3.9 करोड़ व्यक्ति एच.आई.वी. के साथ जी रहे हैं।
• भारत में 25 लाख एच.आई.वी. पोजिटिव व्यक्ति हैं। 30 जून 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 5750 एच.आई.वी. पोजिटिव व्यक्ति हैं जिसमें से 1558 जिला कंगड़ा में हैं।
• प्रतिवर्ष प्रदेश में 5.3 लाख एच.आई.वी. जाँच की जा रही है जिसमें से 87 हजार जिला कंगड़ा में की जाती है। जिला मै पोजिटिव दर 0.10 प्रतिशत है
• सभी आई.सी.टी.सी. में जाकर अपना स्टेटस जानें- यदि नैगेटिव होतो निश्चिंत हो जाएं व आगे के लिये बचाव रखें। यदि पाजीटिव हों तो निःशुल्क ए.आर.टी. का लाभ उठायें व लम्बा व स्वस्थ जीवन बितायें। और यदि वह एच.आई.वी. पाजीटिव हैं तो वह मुफ्त इलाज करवा सकता है ए.आर.टी. की दवा से एच.आई.वी संक्रमित लंबा व स्वस्थ जीवन जी सकता है। यदि किसी व्यक्ति को अपने एच.आई.वी. स्टेटस का पता नहीं है तो वह अपने ईलाज की सुविधा से वंचित रह जाएगा। एच. आई. वी. संक्रमण लम्बे समय तक लक्षण रहित होता है व एच.आई.वी. पाजीटिव व्यक्ति देखने में सामान्य लगता है। ए.आर.टी. का लाभ व्यक्ति तभी ले पाएगा जब वह अपने एच.आई.वी. स्टेटस को जान लेगा। जिस प्रकार हृदय रोग के लिए ECG टैस्ट करवा कर पता चलता है, एच.आई.वी संक्रमण का पता रक्त की जांच से लग सकता है।
बॉक्स 2 : एच.आई.वी. के साथ जी रहे व्यक्तियों व् परिवार के लिए सरकार द्वारा सुविधा
• एच.आई.वी.से प्रभावित 18 साल तक के बच्चों के पालन पोषण के लिए 300 से 800 रूपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता दी जाती है। जिला मे 268 बच्चों को यह सहायता दी जा रही है।
• आई.सी.टी.सी. में मुफ्त व गोपनीय एच.आई.वी. जांच- जिला कांगड़ा में आई.सी.टी.सी. राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला, सिविल हस्पताल पालमपुर, सिविल हस्पताल देहरा, सिविल हस्पताल नूरपूर, सिविल हस्पताल कांगड़ा, सिविल हस्पताल फतेहपुर, सिविल हस्पताल थुरल, जोनल अस्पताल धर्मशाला, मैडिकल कालेज टांडा में स्थित है।
• मुफ्त टोल फ्री हेल लाइन 1097 पर जानकारी प्राप्त कर सकते है।

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