केन्द्रीय स्वास्थ मन्त्री जे पी नडडा जी के ध्यानार्थ, यह कैसा है पी जी आई का प्रोटोकॉल :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक..








केन्द्रीय स्वास्थ मन्त्री जे पी नडडा जी के ध्यानार्थ यह कैसा है पी जी आई का प्रोटोकॉल :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक..

अक्सर भारतवर्ष के नामीग्रामी होस्पीटल बाकायदा रोगी के उपचार की डिटेल रिपोर्ट एवं सी डी बनाकर उनके परिजनों को देते हैं। जिससे कि वे कहीं ओर होस्पीटल में भी उपचार का सैकण्ड ओपिनियन ले सकते हैं। लेकिन पी जी आई में उपचाराधीन रोगी के केयरटेकर अगर सैकण्ड ओपिनियन के लिए रिपोर्ट मांगते हैं तो जवाब मिलता है कि यहाँ का प्रोटोकॉल इस प्रकार की कार्यवाही के लिए इजाज़त नहीं देता ।
इस तरह के प्रोटोकॉल के ऊपर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मन्त्री श्री जगत प्रकाश नडडा जी से आग्रह किया है इस प्रकार के प्रोटोकॉल का सरलीकरण किया जाए जिससे कि रोगी के सहायक उपचार की फाईल आसानी से प्राप्त करके कहीं भी सैकण्ड ओपिनियन ले सके ।
पूर्व विधायक ने उदाहरण देते हुए कहा कि आजकल नाहन की एक डाक्टर की सर्वत्र प्रशंसा व्याप्त है ओर अखबारों में सुर्खियाँ भी बटोर रही है। किस तरह इस डाक्टर ने इसी तरह के होस्पीटल के एक रोगी के उपचार के हाथ खड़े कर दिये जाने के उपरांत इस महिला डाक्टर ने उस मरीज़ को ठीक कर दिया ।
पूर्व विधायक ने माना कि आम जनमानस की धारणा है पी जी आई से बड़ा ओर कोन होस्पीटल हो सकता लेकिन उन्होंने यह भी माना कि सभी चिकित्सक एक जैसे नहीं होते ।
नतीजन कुछ एक की कार्यप्रणाली इस तरह के प्रश्न भी खड़ा करती है। ऎसे में उपचार की गोपनीयता एवं पारदर्शिता का यह कैसा प्रोटोकॉल है।

