प्रदेश के मुखिया जयराम ठाकुर से मिलने पहुंचे चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के करुणामूलक आश्रित परिवार
*प्रदेश के मुखिया जयराम ठाकुर से मिलने पहुंचे चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के करुणामूलक आश्रित परिवार*
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Editor-in-Chief
HR MEDIA GROUP
चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के करुणामूलक आश्रित परिवारों सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से धर्मशाला सर्किट हाउस मैं मिले व कृषि विभाग पालमपुर द्वारा की जा रही करुणामूलक आश्रितों के साथ मनमानी व प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई 24 जनवरी 2022 की नोटिफिकेशन को ना मानने पर उन्हें इस विषय पर अवगत करवाया
आश्रितों मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से गुहार लगाई की आपकी सरकार द्वारा 24 जनवरी 2022 को करुणामूलक नौकरी के पात्र आश्रितों को *Class -D* मैं वन टाइम सेटलमेंट देखकर राहत प्रदान की गई थी जिसमें हिमाचल प्रदेश के समस्त विभागों द्वारा लगभग 1400 नियुक्तियां दी जा चुकी है !
लेकिन हिमाचल प्रदेश मैं चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर एक ऐसा कृषि विभाग है जिसमें लगभग 25 सालों से 81 केस पेंडिंग पड़े हैं यह कृषि विभाग पालमपुर इतना असहाय, लाचार एवं असमर्थ है कि इन 25 सालों में एक भी आश्रित को नियुक्ति नहीं दे सका इतना लाचार प्रशासन जोकि सरकार द्वारा जारी की गई नोटिफिकेशन की तर्ज पर भी मनमानी कर रहा है और नोटिफिकेशन को मानने से इनकार कर रहा !
आश्रितों का कहना है कि 24 जनवरी को नोटिफिकेशन होने के बावजूद 17 फरवरी को इस कृषि विभाग ने नोटिफिकेशन को अडॉप्ट करके कृषि विभाग पालमपुर की अधिकारिक वेबसाइट पर दिशा दिया गया !
लेकिन उसके उपरांत 2 महीने तक कृषि विभाग पालमपुर सोया रहा ! इन्होंने करुणामूलक परिवारों के लिए अभी तक भी कोई कार्यवाही नहीं करी
कृषि विभाग पालमपुर द्वारा 20 अप्रैल 2022 को बिना स्क्रीनिंग 81 आश्रितों के लिस्ट को वित्त विभाग को भेज दिया जिसका खामियाजा पात्र आश्रितों को भुगतना पड़ रहा है !
*आश्रितों में, वनी, संजीव, निशांत,गगन, रिशु, शिवा, संतोष, कर्मचंद,व समस्त आश्रितों कृषि विभाग पालमपुर के अधिकारियों पर* *आरोप लगाया की अधिकारी हमें यह बताएं हिमाचल प्रदेश में ऐसा कौन सा विभाग है जो बिना से स्क्रीनिंग करुणामूलक आश्रितों के फाइलों को वित्त विभाग में भेजता है !*
इस कृषि विभाग पालमपुर के अधिकारियों द्वारा अभी तक कमेटी गठित करके स्क्रीनिंग क्यों नहीं की !
*आश्रितों का कहना है कि कृषि विभाग पालमपुर क्यों हमें नौकरियां नहीं देना चाहता क्या मजबूरियां है इस कृषि विभाग के अधिकारियों की जो हमें सैकड़ों चक्कर लगाने ब दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर रहे हैं* *क्या इन आश्रितों का यह गुनाह है की इनके माता-पिता इस कृषि विभाग पालमपुर में कार्यरत थे नौकरी के दौरान उनकी मृत्यु हो गई* !
*आश्रितों ने कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर पर आरोप लगाया कि 2013 में ऐसी क्या मजबूरियां थी* *की सरकार द्वारा 5 % कोटे की सीलिंग के बावजूद भी इस विभाग द्वारा अपने 7 चाहिते आश्रितों को अपनी मनमर्जी व पिक एंड चूज से नौकरीया देखकर चाचा भतीजावाद किया गया !*
आश्रितों का यह भी कहना है कि जब भी हम कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बात करने जाते हैं तो अधिकारियों द्वारा कोई ना कोई बहाना लगाकर आश्रितों को सरकार का हवाला लेकर बाहर किया जाता है !
*करुणामूलक आश्रितों ने प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर से मांग करी है की मुख्यमंत्री इसमें हस्तक्षेप करें और इन गरीब परिवारों के आश्रितों को नौकरियां मोहिया करवाई जाएं*
*अन्यथा यह परिवार अब अपनी माताओं बहनों के साथ कृषि विभाग पालमपुर के*मुख्य प्रांगण में भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे इसकी सारी जवाबदेही कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के अधिकारियों की होगी* !
मुख्य मांगे :-
1) चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नोकरियों मे class -D के केसों को जो 7/03/2019 की पॉलिसी मे आ रहे हैं उनको One Time Settlement के तेहत सभी को एक साथ नियुक्तियाँ दी जाएं |
(2)जो आश्रित 07/03/ 2019 की की पॉलिसी में आते हैं उनकी सूची बनाई जाए और जल्द से जल्द क्लास- D मैं नियुक्तियां दी जाएं