जैविक खेती के उपयोग से किसान अथवा उत्पादक को मिलते हैं दूरगामी लाभ, उत्पादन लागत भी होती है कम : कर्नल पी सी राणा, डॉ. जनार्दन सिंह
जैविक खेती के उपयोग से किसान अथवा उत्पादक को दूरगामी लाभ प्राप्त होने के साथ साथ इसकी उत्पादन लागत में भी 25-30 प्रतिशत तक कम हो जाती है और साथ ही यह भूमि की गुणवत्ता एवं उर्वरता बढ़ाकर, भूमि में कार्बन अवशेष की मात्रा को भी बढ़ाता है।
यह बात आज स्थानीय रोटरी भवन में अंतराष्ट्रीय जैविक दिवस के उपलक्ष्य में रोटरी क्लब पालमपुर और हिल फार्म ऑर्गेनिक्स द्वारा आयोजित किसान मंडी एवम जैविक खेती पर आयोजित कार्यशाला में मुख्यातिथि कर्नल पीसी राणा ने रोटरी अध्यक्ष विकास वासुदेवा,सचिव नितिका जम्वाल,हिल फार्म ऑर्गनिकस निदेशक ईशान सागर, विशिष्ट अतिथि डॉ जनार्दन सिंह, आरसी सोंधी व अन्य रोटेरियन व किसानों की उपस्थिति में कही।
कर्नल राणा ने कहा इसके द्वारा फसल की उत्पादकता एवं उत्पादन बढ़ने के साथ ही स्वस्थ फसल प्राप्त होती है।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ जनार्धन सिंह ने कृषकों को जैविक खेती की उपयोगिता बारे विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जैविक खेती अपनाकर, हम भी भूमि के क्षरण एवं दोहन को रोकने में योगदान दे सकते हैं। इससे फसलों की उत्पादन लागत में कमी आयेगी और फसलों का उचित मूल्य मिलेगा।
इससे खेती अधिक लाभकारी होगी एवं जैविक खेती से किसान की आमदनी को दोगुना प्राप्त करने के भारतीय कृषि के लक्ष्य को प्राप्त करना संभव होगा।
इससे पूर्व रोटरी क्लब पालमपुर के अध्यक्ष विकास वासुदेवा ने सबका स्वागत किया।
इस किसान मंडी में स्थानीय किसान जैविक रूप से उगाई फसल तथा महिला मंडल व स्थानीय कारीगरों के उत्पाद भी प्रदर्शित किए गये। वही किसान मंडी में स्थानीय शिल्पकारों व कलाकारों के अनूठे उत्पाद भी प्रदर्शित किए गए।
इस अवसर पर रोटरी अध्यक्ष विकास वासुदेवा, सचिव नितिका वर्मा,रोटरी जिला 3070 के सचिव मनोज कुँवर,पूर्व प्रधान वाईएस धालीवाल, आरके शर्मा,रजित चित्रा,एसपी अवस्थी,साहिल चित्रा, विकास अधिकारी बीमा निगम राजेश चोपड़ा व अन्य गणमान्य अतिथि व किसान उपस्थित थे।
इस कार्यशाला को बागवानी विभाग सेलवनीत राणा ने भी सम्बोधित किया। ग्लोबल सोसिएटी ऑफ सर्टिफिकेशन से विकास ने भी अपने विचार कार्यशाला में रखे तथा शिमला से उधमी पुनीत ठाकुर ने भी अपने विचार रखे।
वही ईशान सागर निदेशक हिल फार्म आर्गेनिक ने सबका धन्यबाद किया।