जनमंच बना आमजन का मंच, 1100 हेल्पलाइन बनी सुशासन की लाइफलाइन, मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे जनमंच, 1100 की मॉनिटरिंग
जनमंच बना आमजन का मंच, 1100 हेल्पलाइन बनी सुशासन की लाइफलाइन
– दोनों माध्यमों से अब तक 3 लाख 3 हजार 354 शिकायतों का हुआ का निपटारा
– 3 जून 2018 से अब तक 232 जनमंच का हुआ आयोजन
शिमला ।। प्रदेश की जयराम सरकार ने जनता की समस्याओं और शिकायतों का निपटारा करने के लिए घर-द्वार सुविधा प्रदान कर रही है। सरकार द्वारा जनमंच और मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 जैसी दो महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसका सीधा लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है।
प्रदेश में दिसंबर 2017 में भाजपा की सरकार बनने के छह महीने के भीतर लोगों की समस्याओं को उनके घर-द्वार निपटाने के लिए जनमंच कार्यक्रम शुरू किया गया था। यह इसलिए जरूरी था क्योंकि पहाड़ों पर यातायात सुगम नहीं होता। ऐसे में हर व्यक्ति अपनी समस्या या मांग लेकर सरकार तक नहीं पहुंच पाता था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विचार पर 3 जून 2018 को राज्य के सभी जिलों में पहला जनमंच का आयोजन किया गया।
जनमंच कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक महीने के पहले रविवार को सभी जिलों में सरकार के मंत्री जन शिकायतों का निपटारा करते हैं। प्रदेश में अब तक 232 जनमंच कार्यक्रमों का आयोजन हो चुका है। इन कार्यक्रमों में 53 हजार 665 शिकायतें एवं मांगें प्राप्त हुई थी जिसमें से 49 हजार 908 शिकायतों एवं मांगों को पूरा किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100
जनमंच की ही तरह लोगों की समस्याओं और शिकायतों के निपटारे के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 का शुभारंभ 16 सितंबर 2019 को किया गया। जनमंच और 1100 हेल्पलाइन, दोनों योजनाओं के माध्यमों से अब तक 3 लाख 3 हजार 354 शिकायतें और मांगें पूरी हुई हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि ये योजनाएं जमीनी स्तर पर कितनी प्रभावी हैं और लोगों को इनका सीधा लाभ मिल रहा है।
मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 के माध्यम से अब तक 2 लाख 82 हजार 956 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से 2 लाख 52 हजार 446 को समाधान किया गया। जबकि 1 लाख 91 हजार 120 शिकायतें शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि के बाद बंद कर दिया गया।
इस हेल्पलाइन को संचालित करने के लिए शिमला में कॉल सेंटर स्थापित किया गया है, जो सुबह 7 से रात 10 बजे क्रियाशील है। सभी प्रकार की शिकायतों, मांगों और सुझावों को दर्ज करने के लिए टोल फ्री नंबर 1100 पर काल कर सकते हैं। शिकायतों का निवारण करने के लिए सरकार ने 87 विभागों के 8 हजार अधिकारियों को शिकायत निवारण प्रणाली से जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे जनमंच, 1100 की मॉनिटरिंग
जनमंच कार्यक्रम और मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 के माध्यम से जनता की समस्याओं का निपटारा करने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं मॉनिटरिंग करते हैं। मुख्यमंत्री हर महीने योजना से संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हैं।