नई दिल्ली: जॉनसन एंड जॉनसन ने अपने कोरोना रोधी टीके के लिए भारत में जल्दी मंजूरी पाने के लिए किया गया आवेदन वापस ले लिया है। कंपनी ने इस कदम के पीछे की वजह सार्वजनिक नहीं की है। भारतीय दवा नियामक डीसीजीआई ने सोमवार को यह जानकारी दी। जॉनसन एंड जॉनसन ने इस साल अप्रैल में अपने टीके के ट्रायल भारत में करने के लिए आवेदन किया था।
कंपनी की ओर से इस बारे को कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। भारत इस समय हानि से सुरक्षा के मुद्दों पर टीका निर्माताओं के साथ कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहा है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने बीते दिनों कहा था कि एक टीका निर्माता ओं से बातचीत के लिए एक दल का गठन किया गया है। ये मुद्दे फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन के साथ हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत में अभी तक चार कोरोना वायरस रोधी टीकों को इस्तेमाल की अनुमति दी गई है। इनमें भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन, ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड, रूस की स्पूतनिक वी और मॉडर्ना की वैक्सीन शामिल हैं। बता दें कि अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना के टीके को डीसीजीआई ने जून में ही आपात इस्तेमाल के लिए अनुमति दी थी।