कमलेश ठाकुर की बम्पर जीत की भविष्यवाणी की दुर्गा भक्त बाबा रामचंद गिरी नई
रानीताल, ज़िला काँगड़ा हिमाचल प्रदेश निवासी, मां दुर्गा की अपार कृपा से 30 साल की तपस्या के उपरान्त अपनी तंत्र विद्या में निपुण बाबा रामचंद गिरि जिनकी वजह से आज न जाने कितने बेऔलाद दम्पत्ति संतान का सुख भोग रहे है, मां दुर्गा की बख्श से 25-25 साल बाद भी लोगों की संतान की प्राप्ति लगातार हो रही है और लोग खुशी-खुशी बाजे-गाजे के साथ मां का शुक्रिया अदा करने आते हैं।
यशस्वी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु जोकि ईमानदार नियत से प्रदेशवासियों की सेवा में रत हैं, उनकी धर्मपत्नी देहरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। उनकी भारी मतों से जीत के लिए कई भक्तों के आग्रह पर बाबा आरसी जमवाल ने मां दुर्गा के मंदिर में 7 दिन का अखंड मंत्र जाप व पूजा का आयोजन किया है।
जब बाबा से पूछा गया कि उन्होंने दूसरे उम्मीदवारों की जीत के लिए पूजा कईं नहीं रखी तो उन्होंने ध्यानमुद्रा में बताया कि वह पूजा केवल नेकनीयती वाले लोगों के लिए ही रखते हैं। उन्हें ज्ञात हो चुका है कि देहरा विधानसभा क्षेत्र जोकि आज़ादी से लेकर आज तक पिछड़ा हुआ है, उसकी उद्धार के लिए आज तक किसी ने ईमानदार प्रयास नहीं किये इसी वजह से आज भी देहरा वासी गुलामी का जीवन जीने को मजबूर हूं।
उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि देहरा पिछले 75 साल मूलभूत सुविधाओं की कमी का दंश झेल रहा है। जो भी विधायक यहां से लोगों ने चुना उसने अपना ही विकास किया। न तो यहां उपयुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, न पेयजल सुविधा, न तो शिक्षा के अवसर। युवा पढ़-लिख कर बेरोज़गार घूम कर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। देश की सबसे पुरानी तहसील देहरा आज भी विकास से अछूती है।
इसका एक मुख्य कारण यह भी रहा कि जब भी लोग विधायक चुनते हैं तो सरकार में या तो उसकी भागीदारी होती ही नहीं या वह विपक्ष में बैठता है इसलिए देहरा वासी हमेशा अपने हक से वंचित रह जाते हैं।
बाबा ने कहा कि इस बार देहरा के लोग बहुत नसीब वाले लग रहे हैं। ऐसा स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि देहरा के लोगों की किस्मत बदलने वाली है क्योंकि जब मां दुर्गा ने मुख्यमंत्री की पत्नी को ही चुनाव मैदान में उतारा है तो डर किस बात का। मां दुर्गा भी चाहती हैं कि देहरा के दुःखी लोगों की फरियाद पर कार्यवाही हो और उन्हें उनकी परेशानियों से छुटकारा मिल सके। यही मन्नतें देहरा के श्रद्धालु मां के मंदिर में आकर मांगते हैं जिनके पूरा होने का समय निकट आ पहुंचा है।
जब श्री होशियार सिंह के बारे में बाबा की राय जाननी चाही तो उन्होंने थोड़ा गुस्से में आकर कहा कि होशियार सिंह ने देहरा के लोगों के दिलों को तोड़ा है, उनके साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। उन्हें जनता ने 5 साल के लिए अपनी आवाज़ बना कर भेजा था लेकिन वह अपने स्वार्थ की खातिर 14 महीने बाद ही वापिस भाग आए और लाभ कमा कर विपक्षी पार्टी की गोद में जा बैठे, भोली भाली जनता को मूर्ख बनाने की गंदी चाल चली उन्होंने जिसके लिए माता रानी उन्हें कभी माफ नहीं करेगी क्योंकि मां के सच्चे भक्तों के साथ छल हुआ है।
होशियार सिंह जी ने सुक्खु सरकार का तख्ता पलट करने, विपक्ष की अलोकतांत्रिक गंदी चाल को कामयाब बनाने और धन कमाने के उद्देश्य से देहरा के लोगों का घोर अपमान किया है। पूर्व विधायक न विधायकी से इस्तीफा देते समय और भाजपा में जाते समय क्या एक बार भी देहरा के लोगों से पूछा कि आखिर वह चाहते क्या हैं और उन्हें क्या कदम उठाना चाहिए। सरकार और जनता पर करोड़ों रुपए का अनावश्यक बोझ डाल दिया गया मात्र 13 महीने बाद ही, एक बार भी जनता के बारे में नहीं सोचा।
बाबा जी ने ध्यानमुद्रा त्यागते हुए कहा कि यह पूजा रखने का मुख्य उद्देश्य देहरावासियों के भाग्य बदलना है ताकि वे देश की, विकास की मुख्य धारा से जुड़ सकें व देश और प्रदेश की उन्नति में हिस्सेदार बन सकें और तभी संभव है जब वह उस सरकार का हिस्सा बनें जो प्रदेश में कार्यरत है और अगले 15 साल तक जिसके चलने की प्रबल संभावना नज़र आ रही है।
उन्होंने कहा कि अब देहरवासी पुरानी गलतियों को नहीं दोहराएंगे और उसी सरकार से हाथ मिलेंगे जो प्रदेश में शासन कर रही है। तभी सरकारी खजाने का मुंह देहरा के लोगों के लिए खुलेगा और अरबों रुपए की योजनाओं से देहरा के लोगों का भाग्य चमक उठेगा। इस बार जो मुख्यमंत्री हैं उन्हीं की धर्मपत्नी आपकी विधायक बनज रही हैं इसलिए धोखे और मक्कारी के सारे दरवाज़े बंद। कोई चांस नहीं।
बाबा जी ने बताया कि ऐसा वह इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कानूनी यूपी से भी प्रदेश में कोई दूसरी पार्टी कांग्रेस की जगह नहीं ले सकती क्योंकि चाहे भाजपा जितनी मर्ज़ी सीटें अब जीत जाए लवकिं सरकार तो कांग्रेस की ही रहेगी। इसलिए अब हमें विपक्ष में नहीं रहना है और प्रदेश सरकार का हिस्सा बनकर देहरा की किस्मत बदलनी है और यह केवल और केवल तभी संभव है जब श्रीमती कमलेश ठाकुर जीत कर आएंगी और सरकार में महत्वपूर्ण पद को संभालेंगी। अब देहरा के लोगों का भाग्य केवल उनके हाथ में है जिसे उन्हें गहराई से समझना होगा।
अंत में उन्होंने वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत कमलेश ठाकुर की 11 हज़ार से अधिक मतों से जीतने की बात पर अपनी मुहर लगाई और दुर्गा माता के जयकारों के उदघोष के साथ ही अपनी वाणी को विराम दिया।