योजना व अभियान में अंतर समझें नेता विपक्षः वीरेंद्र कंवर
पंचायतों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए शुरू किया एक साल-पांच काम अभियानः कंवर
योजना व अभियान में अंतर समझें नेता विपक्षः वीरेंद्र कंवर
पंचायतों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए शुरू किया एक साल-पांच काम अभियानः कंवर
ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि वह योजना व अभियान में अंतर समझें। एक पूर्व मंत्री व जिम्मेदार पद पर विराजमान किसी भी महानुभाव से इस तरह की अज्ञानता की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
कंवर ने कहा कि एक साल-पांच साल कोई योजना नहीं है, बल्कि इसे एक अभियान के रूप में शुरू किया गया है। यह एक शैली है, ताकि पंचायतों के मध्य एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो और वह बेहतर व बड़े कार्य करने के लिए प्रेरित हों। जिला प्रशासन के माध्यम से इस अभियान की निरंतर समीक्षा की जा रही है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के नए आयाम स्थापित किए जा सकें। पंचायतों में छोटे-छोटे काम करने के स्थान पर 15-20 लाख रुपए से लेकर विकास के बड़े मॉडल खड़े कर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों का जीवन स्तर बेहतर बनाया जा सके। अगर एक साल में किसी भी पंचायत में 5 बड़े कार्य किए जाते हैं, तो पांच साल के कार्यकाल में पंचायत के पास 25 बड़े कार्य होंगे।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में अनेकों पंचायतों ने बड़े-बड़े कार्य करके दिखाएं हैं। पंचायतों के पास धन की कोई कमी नहीं है। मनरेगा ही नहीं, बल्कि चौदवें तथा पंद्रहवें वित्तायोग, एसडीपी के साथ-साथ स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अलावा विधायक व सांसद निधि से पैसा पंचायतों को मिल रहा है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण विकास विभाग की अनेकों योजनाएं जैसे कि पंचवटी पार्क व एक बीघा योजना के माध्यम से भी लोगों को जीवन स्तर सुधारने के लिए धनराशि खर्च की जा रही है।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि नेता विपक्ष को अपना सवाल ठीक से पूछना चाहिए, सरकार पूरी जिम्मेदारी के साथ जवाब देगी।