केजरीवाल है तो कल सुहाना है, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, आम आदमी पार्टी के युवा विंग के प्रदेशाध्यक्ष (पूर्व) विशाल राणा ने समाजसेवक अरविन्द केजरीवाल के बारे में कहा कि “कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-जहां हमारा”, श्री अरविन्द केजरीवाल जैसे भारत के लाल और सच्चे जनसेवक ईश्वर की कृपा से हज़ारों सालों बाद जन्म लेते है और इतिहास पर इतिहास रचते हैं। आज केजरीवाल ने फिर सिद्ध कर दिया है कि इरादे नेक हों तो सपने साकार होते हैं….

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आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश के यूथ विंग के पूर्व प्रदेश अधक्ष श्री विशाल राणा ने इंडिया रिपोर्टर टुडे को बताया कि श्री अरविंद केजरीवाल ने सिद्ध कर दिया  है कि—

इरादे नेक हों तो सपने साकार होते हैं,

अगर सच्ची लगन हो तो रास्ते आसा होते हैं

और श्री अरविंद केजरीवाल ने बार-बार स्वयं को prove  करके भी दिखा दिया है ।

पूर्व ब्यूरोक्रेट होने के कारण कोई ब्यूरोक्रेट उन्हें धूल झोंकने की सोच भी नहीं सकता इसी कारण 125 करोड़ की लागत से बनने वाला पुल मात्र 75 लाख में बन कर तैयार हो जाता है, है न कमाल!

श्री राणा ने कहा कि देशसेवक केजरीवाल के कट्टर विरोधी इस बात से इतने अधिक परेशान हो चुके हैं कि श्री केजरीवाल के साथ न जाने ऐसी कौन सी अदृश्य दैवीय शक्ति है जिसके आशीर्वाद व सपनी नेक नियति से मात्र 8 साल के छोटे से समय में ही उन्होंने एक नवोदित राजनीतिक दल में जान फूंक कर उसे भारतवर्ष की एक राष्ट्रीय पार्टी बना डाला है ।

केजरीवाल की आंधी जिस तेज़ रफ़्तार से देश में आगे बढ़ रही है उससे प्रतीत होता है कि उनके बढ़ते कदमों को रोक पाना कठिन ही नहीं, नामुमकिन है और ईश्वर भी यही चाहता है।

उल्लेखनीय है कि जनसेवा का जो जज़्बा श्री केजरीवाल में है वह किसी और राजनेता में नहीं। जनता ने भी इस तथ्य पर अपनी ज़ोरदार मुहर लगा दी है।

इतिहास गवाह है कि ऐसा कमाल हमारे देश में पहली बार हुआ है, आखिर कुछ तो है श्री अरविंद केजरीवाल में कि वह जहां जाते हैं झाडू फेर देते हैं और उनके कारनामे देखकर लोग और राजनीतिक दल हैरान होकर दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर हो जाते हैं ।

अब तो कट्टर विरोधियों के सह-साथ आम जनता भी कहने लगी है कि कोई तो दैवीय शक्ति जरूर श्री अरविंद केजरीवाल के साथ है जो कदम कदम पर उनका साथ दे रही है।

पहले कांग्रेस की तबाही फिर कांग्रेस से सत्ता छीन कर दिल्ली में  तमाम पापड़ बेलने और अरबों रूपया पानी की तरह बहाने के बावजूद सभी राजनीतिक दलों का सफाया कर दिया और देश की राजधानी के मुख्यमंत्री बन कर विरोधियों की छाती पर मूूंग दलने में कामयाब रहे।

यह क्रम आगे भी चलता रहा और इस बार पंजाब में उन्होंने अपने विरोधी राजनीतिक दलों को इतनी बुरी तरीके से शांत किया है की वे लाख कोशिशें करने के बाद भी नज़रें मिलाने के काबिल नहीं रहे, शर्मिंदगी से उनके सर नीचे झुके हुए हैं।

बड़े-बड़े राजनीतिक दिग्गजों को धूल चटा कर केजरीवाल जन-जन के  प्रिय नेता बनकर उभरने में कामयाब रहे हैं।

श्री विशाल राणा ने कहा कि श्री अरविंद केजरीवाल की इस विजय-दर-विजय को देखकर ऐसा लगता है कि भगवान ने किसी विशेष कार्य को अंजाम देने के लिए है उन्हें राजनीति मैं भेजा है।

राजनीति के बड़े-बड़े विश्लेषक, मोदी भगत, कांग्रेस भक्त अभी भी यही सोच रहे हैं कि कहीं उन्होंने कोई सपना तो नहीं देख लिया है। उनहें अभी भी विश्वास नहीं हो रहा कि जनता ने उन्हें कितनी बुरी तरह से पटखनी दी है।

ऐसा लगता है उनके हाव-भाव से कि जैसे कोई एक हसीन सपना देखते हुए अचानक नींद से जाग उठा हो और हक्का-बक्का होकर इधर-उधर देख रहा हो ।

श्री विशाल राणा ने आम आदमी पार्टी के संस्थापक व महान जनसेवक श्री अरविंद केजरीवाल से आग्रह किया है कि हिमाचल में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ऐसे नेतृत्व का निर्माण करें कि आने वाले 6 महीनों में आम आदमी पार्टी पंजाब के बाद अगली सबसे अधिक शक्तिशाली पार्टी बनकर पूरे प्रदेश में विरोधियों को जबरदस्त धूल चटा दे…

पंजाब और दिल्ली में भी उनके विरोधी, राजनीतिक विश्लेषक व कुछ टीवी चैंनल केजरीवाल को नीचा दिखाने व उन्हें कमज़ोर समझने की भयंकर भूल करके खामियाजा भुगत चुके हैं। ….देखिए…. सबूत..

आम आदमी पार्टी के संस्थाक श्री अरविंद केजरीवाल जिस तरीके से अपनी पार्टी को बंपर जीत दिलाते आ रहे हैं ऐसा भविष्य में कभी नहीं हुआ।

कोई भी राजनीतिक दल इतना विशाल रिकॉर्ड नहीं बना पाया, इतिहास साक्ष्य है।

श्री केजरीवाल के विरुद्ध उनके बारे में जो मर्जी अनाप-शनाप बोलें, शर्मनाक हार से विफ़रे लोग बेशक उन्हें नीचा दिखाने की हर कोशिश करें लेकिन श्री केजरीवाल ने अपने आप को सिद्ध करके दिखाया है।

वह अखबारी नेता नहीं हैं। देशप्रेम और जनसेवा की ललक ही उन्हें राजनीति में खींच कर लायी है। श्री केजरीवाल highly educated ब्यूरोक्रेट हैं जो देश सेवा करना चाहते है। देखिये श्री केजरीवाल की उपलब्धियां…


Kejriwal is a graduate in mechanical engineering from Indian Institute of Technology (IIT) Kharagpur. In 2012, he launched the Aam Aadmi Party, which won in the 2013 Delhi Legislative Assembly election. Following the election, he took office as the Chief Minister of Delhi on 28 December 2013.

He was educated at Campus School in Hisar and at Holy Child School at Sonipat. In 1985, he took the IIT-JEE exam and scored All India Rank (AIR) of 563. He graduated from Indian Institute of Technology Kharagpur, majoring in mechanical engineering. He joined Tata Steel in 1989 and was posted in Jamshedpur, Bihar.


अरविंद केजरीवाल :    एक शख्सियत

IIT खड़गपुर के पूर्व छात्र अरविंद केजरीवाल ने पहले एक सिविल सेवक बनना चुना। वह भारतीय राजस्व सेवा में शामिल हो गए और JOINT COMMISSIONER के पद तक पहुंचे।
तदोपरान्त उन्होंने पूर्णकालिक सामाजिक कार्यकर्ता बनने का फैसला किया। एक आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में अपनी भूमिका के लिए उन्होंने रेमन मैग्सेसे पुरस्कार जीता।
2011 में वह एक लोकपाल विधेयक को लागू करने की मांग को लेकर भ्रष्टाचार विरोधी धरने का नेतृत्व करने के लिए अन्ना हजारे के साथ शामिल हुए।
जल्द ही उन्होंने अन्ना हजारे से खुद को अलग कर लिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ नागरिक समाज आंदोलन आम आदमी पार्टी नामक एक राजनीतिक दल में विकसित हुआ।
उन्होंने 2013 की दिल्ली विधानसभा में चुनाव लड़ा, जिसने पहली बार राष्ट्रीय राजधानी को वास्तव में त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला दिया।
कांग्रेस द्वारा समर्थित, वह पहली बार मुख्यमंत्री बने लेकिन 50 दिनों से भी कम समय में इस्तीफा दे दिया।
इसके बाद उन्होंने बनारस से भाजपा के तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ 2014 का संसदीय चुनाव लड़ा। वह बुरी तरह से हार गए लेकिनहिम्मत नहीं हारी।
उन्होंने फरवरी 2015 में दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली में 70 में से 67 सीटें जीतने के लिए एक बहुत ही सफल अभियान का नेतृत्व किया।
अभियान के दौरान, केजरीवाल ने भारतीय लोकतंत्र को जनतंत्र – लोगों का शासन कहा।
उन्होंने शासन में नागरिकों की भागीदारी बढ़ाने के साथ-साथ वित्तीय और प्रशासनिक विकेंद्रीकरण को आगे बढ़ाने के लिए मिशन स्वराज और स्वराज विधेयक के माध्यम से शासन को विकेंद्रीकृत करने का दावा किया। साथ ही, आम आदमी पार्टी द्वारा संचालित दिल्ली सरकार ने लाइसेंस राज को खत्म करने, सरकार को सीमित करने और सरकार को नागरिकों के बजाय सेवाओं की डोरस्टेप डिलीवरी के माध्यम से सिंगल विंडो और सरकार के माध्यम से सेवाओं का अभिसरण बनाने के उपायों को लागू किया है।
केजरीवाल की पार्टी के फोकस के अन्य क्षेत्र स्कूल प्रबंधन समितियां, मोहल्ला क्लीनिक, जल आधारभूत संरचना परिवर्तन, जल निकाय संरक्षण, सीसीटीवी स्थापना,
केजरीवाल केंद्र में केंद्र सरकार और शहर में उसके नामित उपराज्यपाल के साथ लगातार संघर्ष में रहे हैं।
संविधान के अनुच्छेद 239 के तहत, प्रत्येक केंद्र शासित प्रदेश एक प्रशासक के अधीन है (जो एक राज्यपाल का पद होगा)। प्रशासक राष्ट्रपति के निर्देश पर शासन करता है। संशोधनों के बाद, अनुच्छेद 239AA के तहत, दिल्ली को विशेष प्रावधान दिए गए और इसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र माना गया।
 239AA के अनुसार, NCT का प्रशासक लेफ्टिनेंट-गवर्नर था। एलजी, जिसे राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाना है, को मंत्रिपरिषद द्वारा सलाह दी जाएगी। हालाँकि, भूमि, पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित मामलों में, एलजी को मंत्रियों से परामर्श नहीं करने की स्वतंत्रता थी।
अनुच्छेद 239AA(4) एलजी और दिल्ली सरकार या दूसरे शब्दों में, मंत्रिपरिषद के बीच मतभेद के मामले में भारत के राष्ट्रपति को मामले को संदर्भित करने के लिए एक तंत्र प्रदान करता है। यह वह धारा है जिसे आप सरकार ने जनहित याचिका में चुनौती दी है।

मात्र 8 साल में एक बिल्कुल नए राजनीतिक दल मैं जान फूंक कर, पहले दिल्ली में विरोधियों को धूल चटा कर यह सिद्ध कर दिया कि ईश्वर ने उन्हें किसी खास कार्य के लिए इतनी हिम्मत दी है ।

श्री केजरीवाल ने पूरी पावर के साथ देश के बड़े-बड़े दिग्गजों पर अपना राज चला कर दिखा दिया है।

पंजाब को ही लीजिए….

एक और विरोधी दल कांग्रेस और दूसरी ओर भाजपा बढ़ा-चढ़ाकर शोर कर रहे थे कि वह पंजाब में क्लीन स्वीप कर जाएंगे और आम आदमी पार्टी का तो कोई आधार ही पंजाब में नहीं है …..

लेकिन

“जाको राखे साइयां मार सके ना कोई बाल न बांका कर सके सारा जग बैरी होय”

ईश्वर को कुछ और मंजूर था । ईश्वर ने श्री केजरीवाल और उनकी टीम को इतनी अधिक सीटें दिला दीं कि केजरीवाल गिन गिन कर थक गए और विरोधी भाजपा और कांग्रेस मानो ऐसे देख रहे थे जैसे किसी के तोते उड़ गये हों… जैसे कोई अचानक नींद से जागा हो जैसे अचानक किसी का सुंदर सपना टूटा हो , फटी आंखों से सब कुछ देखते रहे और श्री केजरीवाल 92 सीटें लेकर पंजाब के आका बन गए।

Vishal Rana ने आगे कहा कि महानायक श्री केजरीवाल का अगला निशाना हिमाचल है और हिमाचल में भी विरोधी दल बार-बार वही बातें कह रहे हैं जो पंजाब और दिल्ली में किया करते थे लेकिन श्री केजरीवाल ने डंके की चोट पर ऐलान कर दिया है कि उनका अगला दुर्ग हिमाचल है जिसे वे माताओं, बहनों, भाइयों और बेटियों के सहयोग से फतेह करके दिखाएंगे और जनता को भाजपा और कांग्रेस के एकाधिकार और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिला कर, हिमाचल व हिमाचल वासियों के लिए उन्नति के सूर्योदय की शुरुआत करके एक नया इतिहास रचेंगे।

श्री राणा ने कहा कि प्रदेश में राजनीतिक भ्रष्टाचार से प्रदेश की गरीब जनता त्राहि-त्राहि कर रही है लेकिन कुछ नेता लोग दोनों हाथों खज़ाना लूट कर अपना उल्लू सीधा करने में लगे हुए है।

विशाल राणा ने आगे कहा कि माननीय केजरीवाल इस बात के हमेशा पक्षधर रहे हैं कि हर किसी को उसका उचित अधिकार मिलना ही चाहिए और उन अधिकारों को दिलाने के लिए वह अपने खून की एक-एक बूंद बहा देंगे, अपनी जान को दांव पर लगा देंगे।

हिमाचल प्रदेश आम आदमी पार्टी के युवा विंग के पूर्व अध्यक्ष श्री विशाल राणा ने श्री केजरीवाल, भगवंत सिंह मान और उनकी समस्त टीम को पंजाब की अभूतपूर्व जीत के लिए उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दी है।

उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल प्रदेश सहित देशहित व जनहित के लिए कुुुुुछ खास करने की अगर  ठान लेते हैं तो उसे पूरा करके ही दिखाते हैं और यह वह पिछले 8 वर्ष से ऐसे बड़े-बड़े कमाल करके दिखा रहे हैं।

उनका नाम सुनते ही उनके विरोधियों की रातों की नींद और दिन का चैन गायब हो जाता है ।

भाजपा और कांग्रेस अब तो परेशान होकर दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर हो गई है कि आखिर केजरीवाल में ऐसा कौन सा जादू है कि जनता उनके पीछे दौड़ी चली जा रही है । केवल जनसेवा सच्ची भावना ही इस जादू का राज़ है।

श्री विशाल राणा ने कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अपने पूरे अमले के साथ श्री केजरीवाल का विरोध करते रहे, बड़ी-बड़ी रैलियां आयोजित करके केजरीवाल को कोसते रहे लेकिन जनता को बहका नहीं सके और मोदी-चन्नी के दोनों हाथ खाली रहे जैसे दिल्ली में रहे थे।

श्री विशाल रावण ने कहा कि अब तो श्री केजरीवाल के विरोधी दलों के दिग्गज नेता झाड़ू का नाम सुनते ही या इसे देखने भर से ही आगबबूला हो जा रहे हैं। कहा कि कोई दैवीय शक्ति ही है जो श्री अरविंद केजरीवाल को सफलता नित नई सीढ़ियां चढ़ाने में मददगार साबित हो रही है।

उन्होंने कहा कि कोई तो ऐसी दैवीय शक्ति है जो पल-पल श्री केजरीवाल के साथ हैं और यही कारण है कि बड़े-बड़े राजनीतिक दिग्गज भी उनका बाल भी बांका नहीं कर पाए और श्री केजरीवाल ने पंजाब में अपनी जबरदस्त उपस्थिति जता कर घोषित कर दिया कि ईश्वर तथा देश की जनता कदम- कदम पर उनके साथ चल रही है। ईश्वर की इच्छा के बिना तो पत्ता भी नहीं हिल सकता।

राणा ने कहा कि वह समय दूर नहीं जब लगभग 80 हज़ार करोड़ के भारी-भरकम कर्ज़ों के बोझ तले दबा हुआ और विकास की गति में पिछड़ा हुआ हिमाचल प्रदेश श्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व मे दिन-दुगनी, रात-चौगुनी तरक्की करेगा तथा हिमाचल के विकास को एक नई दिशा प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा कि उनके विरोधी श्री केजरीवाल को जितना अधिक कमजोर करने की कोशिश करते हैं श्री केजरीवाल उतने ही अधिक शक्तिशाली बनकर उनकी नींद उड़ा देते हैं ।

श्री केजरीवाल पर यह बात सटीक बैठती है कि —

कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,

बरसों रहा है दुश्मन दौर-ए-जहां हमारा।”

अब तो श्री अरविंद केजरीवाल के विरोधी भी श्री केजरीवाल का लोहा मानने को मजबूर हो चुके हैं ।

श्री केजरीवाल ने अपने विरोधियों को लोहे के चने चबाने को मजबूर कर दिया है ।

अगर इसी तरह श्री केजरीवाल अपने विरोधियों को धूल चटाते रहे तो आने वाले समय में देश का नेतृत्व करेंगे और एक नए युग का सूत्रपात होगा।

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