खाकी शाह डेरे के मुखिया बने बाबा अमेरीक शाह
ऊना(महेश गौतम)
जिला मुख्यालय से लगभग27 किलोमीटर दूर हिमाचल, पंजाब बॉर्डर पर स्थित डेरा खाकी शाह गांव पोलियां बीत में आज रसम पगड़ी पूर्व डेरा प्रबंधक बीबी नसीब कोर जो लगभग 108 वर्ष के हो गए हैं और उन्होंने अपनी सेवा का भार आज अमरीक सिंह को सौंपा जिसके बाद अमरीक सिंह का नाम साईं अमरिक शाह हो गया ज्ञात रहे पूर्व में यह जो डेरा है जहां बहुत तेज चढ़ाई होती थी और ज्यादातर लोगों के एक्सीडेंट हो जाते थे ।
इस डेरे में एक पत्थर चढ़ाने की प्रथा थी जहां जो भी ड्राइवर नीचे से ईंट पत्थर लेकर आता था तो वह अपनी श्रद्धा अनुसार 5 ईंट 11 ईंट चढ़ा कर चला जाता था जिससे कि यहां ईंटों का ढेर लग गया ,बाबा हरि राम द्वारा ईंट पत्थरों को जो लोग जहां चढ़ा कर जाते थे डेरे की शक्ल दी गई और तबसे जहां जो भी भक्त आते हैं जो भी मन्नत मांगते हैं वह पूरी होती है और आज लगभग 50 साल से सेवा कर रही बीबी नसीव कौर जी ने अपना दायित्व साईं अमरीक शाह को दे दिया रसम पगड़ी गद्दी नशीन का प्रोग्राम डेरा बाबा बाबा खाकी शाह में बड़ी धूमधाम से मनाया गया जिसमें विशेष रूप से उमरे शाहजी रोजा मंडाली शरीफ, बीबी महिंदर कौर बंगा, बाबा जीत जी रुड़का कलां, बीबी नूरा जी हयातपुर, बीबी तारो बहराम, बीबी मीना देवी डेरा रतनपुरी, संत रतन प्रकाश जेजौं, बाबा सोढ़ी शाह ललवान, संत बलवीर दास जी खंनी, संत रामकृष्ण शेरपुर, संत कुलवंत, राम भरो मजारा, और हिमाचल प्रदेश से संत रविंदर दास खानपुर, बिट्टू भगत डेरा पूवोबाल, बाबा सोहन दास पोलिंयां, बाबा राम किशन कुठार खुर्द, बाबा राम किशन बेहली मोहल्ला ऊना, बाबा कुठयाड़ी वालों ने इस समागम में बढ़ चढ़कर भाग लिया कमेटी के प्रधान रतन प्रकाश, उप- प्रधान रघुवीर सिंह, सचिव संदीप कौर, कोषाध्यक्ष विवेक शर्मा, और अन्य कमेटी के सभी मेंबरों ने बढ़ चढ़कर सेवा की और हिमाचल प्रदेश के ऊना से एडवोकेट नरेश कुमार ससोंबाल, बलदेव चंद वा हरिचंद संधू ऊना वालों ने दरबार बाबा खाकी शाह (सभा) का सहयोग किया रस्म पगड़ी के उपरांत लंगर की व्यवस्था दरबार बाबा जीतू शाह जेजों में की गई जहां लंगर के बाद बाबा उमरे शाह मंडाली शरीफ व साईं अमरीक् शाह उपस्थिति में पीरों का गुणगान किया गया