अगर किसान को अन्न देवता माना गया है तो हर भारतीय को उसके उत्थान के लिए कार्य करना होगा
जब हम लोग सोए होते हैं तो किसान अपनी नही देश की फसलों की सुरक्षा कर रहा होता है
PALAMPUR
PRAVEEN SHARMA
जब हम लोग सोए होते हैं तो किसान अपनी नही देश की फसलों की सुरक्षा कर रहा होता है ।
एक किसान की भी हसरत होती है कि उसे भी अमीरों की तरह जिंदगी मिले । क्योंकि बड़े बड़े अमीरों के पेट भी एक किसान ही भरता है ।
कुछ अमीरों के पास बहुत से धन पड़ा है पर जब पेट भरने वाला किसान नही होगा तो उस धन से कोई भी अमीर पेट नही भर सकता ।
किसान फसल बोता है । अगर फसल अच्छी न हो तो बीज के पैसे भी पूरे नही होते । अगर फसल अच्छी हो तो कुछ लोग उसी अनाज को कोड़ियों के दाम खरीद कर 100 फीसदी मुनाफा कमाते हैं परन्तु किसान का जीवन समृद्ध नही हो पाता ।
ऐसे में सभी सरकारों को सोचना होगा कि किसान का समृद्ध होना जरूरी है तभी आज के दिन का महत्व बना रहेगा। अगर किसान को अन्न देवता माना गया है तो हर भारतीय को उसके उत्थान के लिए कार्य करना होगा तभी पांचवे प्रधानमंत्री चरण सिंह चौधरी जी का संकल्प पूर्ण होगा ।