GHS Bhattu समुला में किशोर दिवस मनाया गया, स्वास्थ्य शिक्षिका दया देवी ने बच्चों को संयमित जीवनचर्या अपनाने की दी प्रेरणा
SANSAR SHARMA Palampur
आज 6.12.2022 को GHS Bhattu समुला में किशोर दिवस मनाया गया जिसमें उपस्थित 62बच्चों को ब्लॉक भवारना से आई हुई स्वास्थ्य शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने बच्चों को संयमित जीवन चर्या को अपनाते हुए अपने हरेक कार्य को समय पर करने के महत्व को समझाते हुए कहा कि बच्चों आज आप अच्छे से मेहनत करेंगे तो आने वाले समय में आप अच्छे अच्छे पद प्राप्त कर सकते हैं,आप में से बच्चे जो जितनी मेहनत करते हैं,उसके अनुसार ही जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं इसके अलावा हमें अपनी सेहत का भी खास खयाल रखना है। सुबह का नाश्ता जरूर करें,क्योंकि सुबह अगर आप भोजन नहीं करते तो रात के आठ बजे के बाद दोपहर तक बहुत गैप आ जाता है जो कि शारीरिक ,मानसिक,कमजोरी का कारण बनता है, अपने हाथ अच्छे से धोएं,दो बार ब्रश करें ब जीभ को भी साफ करें।
रिकॉर्डर
हर भोजन के बाद कुल्ला जरूर करें, घर में तैयार भोजन ही इस्तेमाल करें,क्योंकि यह आपकी मम्मी ने बड़े प्यार से तैयार किया होता है और साफ सफाई से बनाया होता है अगर हम बाहर से पैकिट बाली या तली चीजें खाते हैं तो हमारे अंदर नमक,चीनी,ट्रांस फैट ज्यादा मात्रा में चला जाता है जीभ तो खाने का आनंद लेती है भुगतान शरीर को करना पड़ता है।और हम कुछ समय बाद बीपी,शुगर के शिकार हो जाते हैं।लोकल लेवल पर उपलब्ध फल ब सब्जियों का इस्तेमाल करें,खाना लोहे की कढ़ाई में पकाएं,नमक रोज इस्तेमाल करने के लिए बड़े हवाबंद डब्बे के साथ छोटे डब्बे का इस्तेमाल करें,नमक सब्जी में या दाल में गैस से उतारने के बाद डालें ताकि आयोडिन सुरक्षित रहे। हमारी मां ने हमें नो महीने अपने पेट में रखा,इतनी दर्द सहकर हमारा पालन पोषण किया हमारे जीवन बनाने में हमारे पूरे परिवार की मेहनत लगी होती है इसलिए हमें अपने से बड़ों,गुरुजनों का कहना मानना चाहिए और किसी भी तरह की बात हो तो अपने माता, पिता को जरूर बताएं।और स्कूल में अपने गुरुजनों को बताएं।इसके साथ ही विश्व एड्स नियंत्रण प्रोग्राम के तहत बच्चों को एड्स के बारे बताया गया कि इस बीमारी में व्यक्ति की रोगों से लड़ने की सकती कम हो जाती है और अनेक बीमारियां उसे घेर लेती है एड्स फैलने के चार मुख्य कारण हैं असुरक्षित यौन संबंध, असुरक्षित खून चढ़ाने से,एक ही सुई का इस्तेमाल करने से, गर्भवती मां से शिशु को,सावधान रहना ही सबसे बड़ा बचाव है ,अपना ध्यान पढ़ाई में लगाएं,अपने आप को नशे से दूर रखें,इसके बाद Dr. हर्षिता ठाकुर पीएचसी अरला जी ने अपने विचार रखे उन्होंने बच्चों को बताया कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य रखें ब खूब मेहनत करें ,इस उम्र में हार्मोंस के कारण बदलाब आते हैं कई बार बच्चे चिड़चिड़े से हो जाते हैं लेकिन सहनशक्ति बनाए रखनी है और न केवल किताबों बल्कि घर के कार्यों,खेल कूद में भी अपने आप को बयस्त रखना है उन्होंने बच्चों से अपील की कि कभी आपके घर में मम्मी,या बहन को मासिक धर्म के दौरान पेट में हल्का दर्द हो तो आप उन्हें आराम करने को कहें,हो सके तो गर्म पानी की बोटल भी उन्हें दे सकते हैं,अगर किसी को बहुत तेज दर्द हो तो Dr.से जरूर चैक करवाए।मासिक धर्म के दौरान साफ सफाई का खास खयाल रखें नेपकिंस अखबार में लपेटकर बनाए गए खड्डे में ही डालें न गलने वाले प्लास्टिक को भी इधर उधर न फेंके,उन्होंने बच्चों को बताया कि अगर आप भी अच्छा बनने के इच्छुक हैं तो आपको अभी से अच्छी आदतों को अपनाकर, कड़ी मेहनत से आगे बढ़ना होगा।पांच बच्चों ने भी स्वस्थ दिनचर्या के बारे अपने विचार रखे,उत्साह बढ़ाने के लिए बच्चों को स्कैच पैन दिए गए, ब सभी बच्चों को फल बांटे गए। अध्यापिका जी ने स्वास्थ टीम का आभार प्रकट किया और कहा कि बच्चों की जानकारी को बढ़ाने के लिए और भी प्रोग्राम जरूर रखें स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती शशि जी,अपनी दो आशा के साथ प्रोग्राम में मौजूद रहीं। ब पूरा सहयोग किया।