आईटीआई शमशी में बच्चों को इलेक्ट्रीशियन सीट में फ्री प्रशिक्षण मिले 11 पंचायतों ने प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री,तकनिकी शिक्षा मंत्री, सीपीएस से उठाई मांग
आईटीआई शमशी में बच्चों को इलेक्ट्रीशियन सीट में फ्री प्रशिक्षण मिले
11 पंचायतों ने प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री,तकनिकी शिक्षा मंत्री, सीपीएस से उठाई मांग
मुनीष कौंडल
भुंतर
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शमशी में इलेक्ट्रिशियन सीट को फ्री करने के लिए 11 पंचायतों ने प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुख्खू, तकनिकी शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर व सीपीएस सुंदर ठाकुर को भेज दिया है । इन पंचायतों के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों का कहना है कि हिमाचल पहाड़ी एरिया है और गरीबी से आज भी लोग जूझ रहे हैं । सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित तो कर रही है लेकिन टेक्निकल कार्य के प्रशिक्षण में परेशानियों का सामना करना पड़ता है । युवाओं को संस्थानों में प्रशिक्षण फ्री होना चाहिए ताकि एक गरीब का बच्चा भी रोजगार के गुर सीख कर रोजीरोटी का साधन बना सके । भुंतर तहसील के गत पड़ने वाली 11पंचायतों शुरढ, तेगुबेहड, खोखण ,परगाणु, शाढाबाई,पारला भूईन,जिया,मौहल-भूलंग,जरडभूटठी कलौनी, सेरीबेहड आदि की डिमांड है कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आईटीआई शमशी में इलेक्ट्रीशियन व्यवसाय के चार यूनिट चल रहे हैं और हर वर्ष दो यूनिट में 40 प्रशिक्षनार्थी प्रशिक्षण ग्रहण कर निकल रहे हैं, जिसमें से केवल एक ही ट्रेड सरकार की फ्री सीट में चल रहा है। बाकि तीनों ट्रेड पेमेंट सीट में चल रहे हैं। जिस कारण गरीब बच्चों को इलेक्ट्रीशियन पेमेंट सीट में प्रशिक्षण लेने के लिए लगभग 30190 अधिक फीस का भुगतान करना पड़ रहा है। जब की इसकी तुलना में इलेक्ट्रीशियन फ्री सीट में प्रशिक्षण लेने के लिए हर वर्ष बच्चों के माता-पिता को दो वर्ष के नियमित कोर्स के लिए केवल मात्र लगभग 10990 रुपए की कम धनराशि का भुगतान करना पड़ता है ।
इसके लिए पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीण सीपीएस सुंदर ठाकुर से 4 फरवरी को मिले । सीपीएस सुंदर ठाकुर से संबंधित मंत्रालय से बात भी की बाकायदा नोटिफिकेशन भी जारी हुई लेकिन उसमें फ्री इलेक्ट्रीशियन प्रशिक्षण का जिक्र नहीं है ।
हिमाचल पहाड़ी राज्य और कुल्लू पहाड़ी जिला होने के कारण यहां प्रोजेक्टों के माध्यम से बिजली का उत्पादन अधिक किया जाता है और इस प्रकार इलेक्ट्रीशियन वयवसाय पॉपुलर ट्रेड एवं भविष्य उज्वल होने के कारण जॉब प्लेसमेंट भी अधिक है । परंतु फ्री सीट एक होने के कारण गरीब बच्चों का प्रवेश पेमेंट सीट में हो रहा है । उपरोक्त सभी पंचायतों ने सरकार को प्रस्ताव भेज कर इस वर्ष के सत्र में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शमशी में प्रवेश हेतु इलेक्ट्रिशियन पेमेंट सीट व्यवसाय को नॉन फंक्शनल पड़े फ्री सीट कि जगह सार्वजनिक हित पर शीघ्र इलेक्ट्रिशियन फ्री सीट के सृजित पद में बदलने कि मांग रखी है । इस नेक कार्य से कई गरीब बच्चों को इलेक्ट्रीशियन बनने का मौका मिलेगा।