धातु निकालने के लिए ब्यास नदी किनारे जलाई जाती है तारें वातावरण में घुल रहा जहर, प्रवासी बने भुंतर वासियों के लिए मुसीबत
धातु निकालने के लिए ब्यास नदी किनारे जलाई जाती है तारें वातावरण में घुल रहा जहर
प्रवासी बने भुंतर वासियों के लिए मुसीबत
भुंतर

CHIEF EDITOR
भुंतर अब सर्वाधिक प्रदूषित शहर बनने जा रहा है। प्रवासी लोग जहां खुले में शौच कर गंदगी फैला रहे हैं। वहीं यह लोग सुबह तड़के ही तार जलाकर धातु निकालने का अवैध कारोबार भुंतर में लाल पुल के साथ ब्यास नदी किनारे करते हैं। इनका यह धंधा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। तार जलाने से उठाने वाला जहरीला धुंआ वातावरण को दूषित कर रहा है ।
इस जहरीले धुंए से कई प्रकार की बीमारियों के फैलने का खतरा है । जब सुबह लोग शुद्ध हवा का आनंद लेने के लिए मॉर्निंग वॉक करने निकलते हैं,तो जहरीले धुंए से उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है । वीरवार सुबह जब भुंतर के समाज सेवी विनोद शर्मा सैर करने निकले तो उन्होंने देखा कि प्रवासियों की झुग्गियों के साथ ब्यास नदी किनारे से बहुत ही खरनाक व बदबूदार धुंआ उठ रहा है। जब उन्होंने नजदीक से देखा तो एक प्रवासी महिला काफी मात्रा में प्लास्टिक की तारे जलाकर धातु निकाल रही है । इन्होने देखा कि उस एरिया में बहुत गंदगी भी पड़ी है जिससे बीमारी फैलने का खतरा है । उन्होंने वहां के पार्षद को इस बारे अवगत करवाया और इन पर कार्रवाई की मांग उठाई । उन्होंने नगर पंचायत भुंतर से भी आग्रह किया है कि गंदगी फ़ैलाने वालों पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाए । वहीं नगर पंचायत भुंतर की प्रधान मीना ठाकुर का कहना है इन लोगों को एक बार वार्निग दी जाएगी उसके बाद कोई प्रदूषण फैलता पकड़ा गया तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी l