भुंतर के वरिष्ठ समाजसेवी मेघ सिंह कश्यप की सामाजिक सरोकार में सराहनीय भूमिका

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भुंतर के वरिष्ठ समाजसेवी मेघ सिंह कश्यप की सामाजिक सरोकार में सराहनीय भूमिका

बेजुबानों की सुरक्षा व जरूरतमंदों की मदद को रहते है हमेशा आगे

INDIA REPORTER TODAY.                 BHUNTAR : MUNISH KOUNDAL

CHIEF EDITOR

अगर आप दूसरों का दर्द समझते हैं और आपके अंदर जरूरतमंदों के प्रति दया की भावना हिलोरें मारती है l तो यकीनन आप उस परमात्मा की सच्ची पुण्य आत्मा हैं l यह बात प्रसिद्ध साहित्यकार व जानेमाने कवी गणेश भारद्वाज ने कही l उन्होने कहा कि समाज में कुछेक ऐसे लोग होते हैं जो निःस्वार्थ भाव से जनहित में काम करते रहते हैं। ऐसे लोग तन मन धन से असहाय और पीड़ित लोगों को ज़रूरत के समय मदद करते हैं। पर्यावरण, वन्यप्राणियों, आवारा पशुओं आदि के लिए भी समय समय पर जागरूकता फैलाने में योगदान देते हैं। कुल्लू में समाजसेवियों में एक नाम मेघ सिंह कश्यप का सुर्खियों में है। कश्यप सामाज सेवा में अपनी अग्रणी भूमिका निभाते हैंल l इनके अंदर समाज सेवा की भावना बचपन से ही रही है l स्कूल में पढ़ाई के दौरान भी मेघ सिंह असहाय और बीमार लोगों की मदद करते आए हैं l अस्पताल में रक्तदान करना हो या शिविर लगाने हों, यह हमेशा तत्पर रहते हैं l सामाजिक बुराइयों, भ्रष्टाचार, अवैध खनन, वन माफिया, पर्यावरण, गरीबों, बुजुर्गों, बाल शोषण आदि मुद्दों पर वर्ष 2011 से अपनी कलम को हथियार बनाया और लेख तथा खबरें लिखना शुरू किए l पर्यावरण को बचाने के लिए इन्होने आपने लेखों और खबरों के माध्यम से कुल्लू के खनन माफिया और वन काटुओं पर शिकंजा कसा l वहीं सड़कों पर छोड़े गए बेजुबान पशुओं के लिए कई बार सरकार तक बात पहुंचाई l प्रदेश की सड़कों और पुलों को सुधारने के लिए भी इनके प्रयास लगातार जारी रहे l जरूरतमंदों की मदद जो इनसे हो सकती है उसे यह जरूर करते हैं l पत्रकारिता में आज मेघ सिंह कश्यप एक जाना पहचाना नाम है। यह निडर और बेबाक हैं। मेघ सिंह कश्यप कई सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से ज़रूरतमन्दों की मदद करते आए हैं l गरीब लोगों के घरों की टपकती कई छतों को इन्होंने समाजसेवियों के सहयोग से ठीक करवाया l स्वयं साथ में जाकर मिस्त्री की भूमिका भी निभाई l सर्दियों में गरीबों को राशन, कंबल आदि वितरित करते रहते हैं। जिला कुल्लू के ग्राम पंचायत जिया के रहने वाले समाजसेवी मेघ सिंह कश्यप के अंदर समाज सेवा का जुनून हमेशा ही सवार रहता है । चाहे कितनी भी विपरीत और खराब परिस्थियां हों, वह मदद के लिए कभी पीछे नहीं हटते l भारद्वाज ने कहा एक बेघर असहाय बुजुर्ग को वृद्ध आश्रम पहुंचाने के लिए इन्होंने सरकारी दफ्तरों के कई चक्कर काटे, लेकिन मेघ सिंह सफलता मिलने तक डटे रहे। 11 बार रक्तदान कर चुके मेघ सिंह ने कोरोना काल में भी आपने साथियों के साथ मिलाकर बहुत से मजदूरों को राशन देकर मदद की। स्थानीय गरीब लोगों तक भी इनकी मदद हमेशा पहुंचती है। युवाओं के लिए मेघ सिंह एक प्रेरणास्रोत हैं।

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